कोटा. शिक्षा नगरी कोटा को पर्यटन सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है. शहर में 1000 करोड़ रुपए से चंबल के हेरिटेज रिवरफ्रंट के अलावा चौराहों को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा (Chambal riverfront development in Kota) है. इसके अलावा किशोर सागर तालाब की पाल पर जैसलमेर की सालिम सिंह की हवेली का मॉडल तैयार किया जा रहा है.
करीब 100 करोड़ रुपए से कोटा सिटी पार्क और दूसरे पार्कों को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जा रहा (Kota city parks development) है. अधिकारियों का मानना है कि चंबल रिवर फ्रंट तैयार हो जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे. किशोर सागर तालाब में भी अब बोट विद रेस्टोरेंट्स, चंबल नदी में क्रूज और कोटा शहर में स्पेशल टूरिस्ट बस चलाई जाएगी. इसके अलावा किशोर सागर तालाब में स्पोर्ट्स एक्टिविटी के तहत स्कूटर और अन्य संसाधन भी जुटाए जाएंगे.
कोचिंग स्टूडेंट और देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभाएगा: जिला कलेक्टर ओपी बुनकर के अनुसार किशोर सागर तालाब से सेवन वंडर गार्डन के बीच में बोट विद रेस्टोरेंट्स संचालित किया (Boat with restaurant in Kota) जाएगा. जग मंदिर का भी चक्कर लगवाया जाएगा. किशोर सागर तालाब में बोट विद रेस्टोरेंट के कार्य को जल्द शुरू करने के निर्देश नगर विकास न्यास को दिए हैं. टेंडर के जरिए वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू की जाएगी, जिनमें स्कूटर व मोटर बोट शामिल है. दीपावली के पहले पूरी प्रक्रिया कर बोट संचालन के निर्देश दिए गए हैं.
गढ़ पैलेस से अभेड़ा महल तक पर्यटन बस से देख सकेंगे: पर्यटन अधिकारी संदीप श्रीवास्तव का कहना है कि कोटा सिटी बस लिमिटेड की बस को पर्यटन के हिसाब से सजाकर तैयार किया जाएगा. यह हर रविवार को आरटीडीसी सेंटर कोटा से शुरू होगी. इसमें कोटा बैराज, गढ़ पैलेस, चंबल गार्डन, सेवन वंडर, किशोर सागर तालाब, अभेड़ा महल व करणी माता मंदिर को शामिल करने की योजना है. अभी इसे मूर्त रूप दिया जा रहा है. जिला कलेक्टर की सहमति के बाद रूट घोषित कर दिया जाएगा. इसमें निजी ट्रैवल एजेंट को भी शामिल किया जाएगा.
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चंबल नदी में क्रूज चलाने के लिए बनेगी डीपीआर: जिला कलेक्टर का कहना है कि चंबल नदी में भी क्रूज चलाने की तैयारी (Cruise in Chambal river) है. यह क्रूज वन विभाग के जरिए चलेगा. इसमें नगर विकास न्यास को 25 लाख रुपए से डीपीआर बनवाने के निर्देश दिए हैं. जिसके जल्द ही टेंडर किए जाएंगे और 2 महीने में यह बनकर तैयार हो जाएगी. उम्मीद है कि अगले साल चंबल नदी में क्रूज चलने लगेंगे. क्रूज चंबल गार्डन से गडरिया महादेव तक चलेगा, जिसमें चंबल नदी के नेचुरल हैबिटेट और घड़ियाल सेंचुरी को भी लोग देख सकेंगे. कोटा बैराज के अपस्ट्रीम में होने के चलते इसमें हमेशा पानी भरा रहता है. इसका एक हिस्सा मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में होकर भी गुजर रहा है. ऐसे में बड़ी संख्या में पर्यटक भी यहां देखने पहुंचेंगे.
केएसटी में पहले भी चलती थी बोट, यूआईटी ने की थी सीज: किशोर सागर तालाब में पहले भी वोटिंग करवाई जाती (Boating in Kishore Sagar Pond) थी. इसका टेंडर एक फर्म रॉयल एडवेंचर को दिया गया था. जिसने कई महीनों तक लोगों को किशोर सागर तालाब में नाव की सवारी कराई. इसमें शिकारा बोट से लेकर कई सारी अन्य तरह की नावें शामिल थीं. सैकड़ों की संख्या में कोटा आने वाले पर्यटक किशोर सागर तालाब की बोटिंग का आनंद लेते थे, लेकिन नगर विकास न्यास को भुगतान नहीं किया गया. नाव का फिटनेस सर्टिफिकेट भी नहीं था. ऐसे में नगर विकास न्यास ने कार्रवाई करते हुए ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की थी.