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कोटा: जेकेलोन अस्पताल में जोधपुर हाईकोर्ट की टीम ने किया निरीक्षण, हाईकोर्ट को देंगे रिपोर्ट - जोधपुर हाईकोर्ट की टीम का जेकेलोन निरीक्षण

कोटा के जेके लोन अस्पताल के दिसंबर महीने में बच्चों के मौत का मामला सामने आया था. जिसके बाद रविवार को एक बार फिर राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के मुख्य पीठ में दायर याचिका पर एक टीम कोटा पहुंची. जहां उन्होंने जेकेलोन अस्पताल का निरीक्षण कर प्रिंसिपल के साथ बैठक की.

जोधपुर हाईकोर्ट की टीम का जेकेलोन निरीक्षण, JK Loan inspection of Jodhpur High Court team
जोधपुर हाईकोर्ट की टीम का जेकेलोन निरीक्षण
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Published : Jan 31, 2021, 3:58 PM IST

कोटा. शहर के जेके लोन अस्पताल के दिसंबर महीने में बच्चों के मौत का मामला सामने आया था. जिसके बाद रविवार को एक बार फिर राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के मुख्य पीठ में दायर याचिका पर एक टीम कोटा पहुंची. जहां उन्होंने जेकेलोन अस्पताल का निरीक्षण कर प्रिंसिपल के साथ बैठक की.

जोधपुर हाईकोर्ट की टीम का जेकेलोन निरीक्षण

राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के मुख्य पीठ में दायर याचिका पर अस्पताल का निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश पर शनिवार देर रात फिर एक टीम कोटा पहुंची और उन्होंने रविवार को जेके लोन अस्पताल का दौरा किया. इसके अलावा जो नए वार्ड और रिनोवेशन का काम हो रहा है, उसका भी निरीक्षण किया है. अस्पताल के सभी शिशु रोग विभाग के वार्डों को देखा. वहां पर परिजनों से बातचीत भी की है. बाद में मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना के साथ बैठक की.

जोधपुर हाईकोर्ट से टीम में आए एडवोकेट राजेन्द्र सारस्वत ने कहा कि जनहित में एक याचिका दायर हुई थी. उसी मामले में हाईकोर्ट बेंच के सामने कोटा जेकेलोन अस्पताल का मुद्दा भी रखा. उन्होंने कहा कि यहां भी सर्दी के मौसम में बच्चों की डेथ रेट ज्यादा बढ़ जाती है. इसी मामले को लेकर जो भी रिपोर्ट तैयार होगी, वह कोर्ट में पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि जो जनहित याचिका है, वह 2017 से चल रही है, जिसमे बांसवाड़ा भीलवाड़ा, जयपुर, जोधपुर और कोटा का जेकेलोन अस्पताल सम्मिलित है. इन सभी अस्पतालों की जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश करेंगे.

इस कमेटी में महात्मा गांधी अस्पताल जोधपुर के उपाधीक्षक डॉ. अरुण पुरोहित, न्याय मित्र अधिवक्ता राजेंद्र सारस्वत और कुलदीप पुरोहित शामिल हैं. बता दें कि राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर वरिष्ठ न्यायाधीश संदीप मेहता और न्यायाधीश देवेंद्र कछवाहा की खंडपीठ ने सिरोही के विधायक संयम लोढ़ा की याचिका और स्वप्रेरणा से पर संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की थी.

पढ़ें- सतीश पूनिया ने किया दावा, कहा- भाजपा के पक्ष में आएगा निकाय चुनाव का परिणाम

जिस पर न्याय मित्र राजेंद्र सारस्वत और कुलदीप वैष्णव ने कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले में रिकॉर्ड और दस्तावेज पेश किया था. साथ ही लगातार सर्दी के सीजन में 2 सालों से इस तरह से बच्चों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. इसके बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने एक कमेटी को निरीक्षण कर अगली सुनवाई पर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे, ताकि उनके सुझाव से सुधार किया जा सके और प्रदेश के अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर किया जा सके.

कोटा. शहर के जेके लोन अस्पताल के दिसंबर महीने में बच्चों के मौत का मामला सामने आया था. जिसके बाद रविवार को एक बार फिर राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के मुख्य पीठ में दायर याचिका पर एक टीम कोटा पहुंची. जहां उन्होंने जेकेलोन अस्पताल का निरीक्षण कर प्रिंसिपल के साथ बैठक की.

जोधपुर हाईकोर्ट की टीम का जेकेलोन निरीक्षण

राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के मुख्य पीठ में दायर याचिका पर अस्पताल का निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश पर शनिवार देर रात फिर एक टीम कोटा पहुंची और उन्होंने रविवार को जेके लोन अस्पताल का दौरा किया. इसके अलावा जो नए वार्ड और रिनोवेशन का काम हो रहा है, उसका भी निरीक्षण किया है. अस्पताल के सभी शिशु रोग विभाग के वार्डों को देखा. वहां पर परिजनों से बातचीत भी की है. बाद में मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना के साथ बैठक की.

जोधपुर हाईकोर्ट से टीम में आए एडवोकेट राजेन्द्र सारस्वत ने कहा कि जनहित में एक याचिका दायर हुई थी. उसी मामले में हाईकोर्ट बेंच के सामने कोटा जेकेलोन अस्पताल का मुद्दा भी रखा. उन्होंने कहा कि यहां भी सर्दी के मौसम में बच्चों की डेथ रेट ज्यादा बढ़ जाती है. इसी मामले को लेकर जो भी रिपोर्ट तैयार होगी, वह कोर्ट में पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि जो जनहित याचिका है, वह 2017 से चल रही है, जिसमे बांसवाड़ा भीलवाड़ा, जयपुर, जोधपुर और कोटा का जेकेलोन अस्पताल सम्मिलित है. इन सभी अस्पतालों की जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश करेंगे.

इस कमेटी में महात्मा गांधी अस्पताल जोधपुर के उपाधीक्षक डॉ. अरुण पुरोहित, न्याय मित्र अधिवक्ता राजेंद्र सारस्वत और कुलदीप पुरोहित शामिल हैं. बता दें कि राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर वरिष्ठ न्यायाधीश संदीप मेहता और न्यायाधीश देवेंद्र कछवाहा की खंडपीठ ने सिरोही के विधायक संयम लोढ़ा की याचिका और स्वप्रेरणा से पर संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की थी.

पढ़ें- सतीश पूनिया ने किया दावा, कहा- भाजपा के पक्ष में आएगा निकाय चुनाव का परिणाम

जिस पर न्याय मित्र राजेंद्र सारस्वत और कुलदीप वैष्णव ने कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले में रिकॉर्ड और दस्तावेज पेश किया था. साथ ही लगातार सर्दी के सीजन में 2 सालों से इस तरह से बच्चों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. इसके बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने एक कमेटी को निरीक्षण कर अगली सुनवाई पर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे, ताकि उनके सुझाव से सुधार किया जा सके और प्रदेश के अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर किया जा सके.

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