कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2022 का परिणाम सोमवार को जारी कर दिया था. इस परिणाम के बाद (Students Reactions on JEE Main Result) सोशल मीडिया पर भी कई विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इन विद्यार्थियों का कहना है कि पहले अटेम्प्ट से दूसरे में इतना ज्यादा जंप लगना असंभव है. क्योंकि 1 महीने में इतनी ज्यादा पढ़ाई कोई भी विद्यार्थी नहीं कर सकता है.
इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स के कई पोस्ट कर रहे है. कई स्टूडेंट इसे #jeemainscam से भी ट्रेंड करवा रहे हैं. कोटा की निजी कोचिंग संस्थान की मैथमेटिक्स की फैकल्टी और एक्सपर्ट ओम शर्मा का कहना है कि अचानक से एक अटेम्प्ट से दूसरे में परसेंटाइल (Error in JEE Main 2022 Result) काफी ज्यादा बढ़ जाना संभव नहीं है. यह केवल उन्हीं स्थितियों में संभव हो सकता है, जब पहले अटेंप्ट में विद्यार्थी की एग्जाम देते हुए तबियत बिगड़ जाए. इसके चलते उसका पेपर खराब हुआ हो, लेकिन कई विद्यार्थियों के साथ ऐसा हुआ है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए जिन विद्यार्थियों की अचानक से पहले से दूसरे अटेम्प्ट में परसेंटाइल बढ़ गई है, उनकी जांच करवानी चाहिए.
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पहले में 7.87 से बढ़कर दूसरे में 96.72 हुई : इस मामले के अनुसार बिहार में परीक्षा देने वाले छात्र के पहले अटेम्प्ट में 7.87 परसेंटाइल बनी, जबकि दूसरे में उसके परसेंटाइल 96.72 परसेंटाइल पहुंच गई है. करीब 88 परसेंटाइल की बढ़ोतरी रिजल्ट में हुई है. जिससे अन्य विद्यार्थी और एक्सपर्ट असंभव बता रहे हैं. इसी तरह से उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी की परसेंटाइल पहले अटेम्प्ट्स में 28.97 से दूसरे में बढ़कर 99.52 हुई है. करीब 70 परसेंटाइल की बढ़ोतरी इसमें हुई है. इसी तरह से दिल्ली के एक अन्य विद्यार्थी की 37.89 से 99.84 हुई है, करीब 62 परसेंटाइल की बढ़ोतरी इसमें हुई है.
इधर, ऑडियो भी हो रहे हैं वायरल : दूसरी तरफ, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के सेंटर को मैनेज कर विद्यार्थी को अच्छी रैंक दिला कर एनआईटी में प्रवेश दिलवाने से संबंधित ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. जिसमें 6 लाख की डिमांड करते हुए 20 हजार के आसपास रैंक डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा दिलवाने की बात की जा रही है. इसमें यह भी दावा ऑडियो में सीट दिलवाने वाला ब्रोकर कर रहा है कि वह रैंक आ जाने के बाद ही पैसा लेगा. हालांकि, ईटीवी भारत इन वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है. इस मसले पर एक्सपर्ट ओम शर्मा ने यह भी बताया कि इन सब मामलों की जांच होनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार के पटना का बताते हुए एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो कि जेईई मेन एग्जाम में डमी कैंडिडेट को बैठाने से लेकर थे. इन सब विषयों पर विस्तृत जांच होनी चाहिए.
दो फॉर्म फिलिंग से सैकड़ों विद्यार्थी क्वालीफाई होने से रह गए : ओम शर्मा का यह भी कहना है कि फॉर्म फिलिंग की गड़बड़ी के चलते, कई विद्यार्थियों की ऑल इंडिया रैंक दो जारी हो गई है. यह बहुत बड़ा गड़बड़झाला है. इसके चलते सैकड़ों स्टूडेंट्स टॉप 2.5 लाख विद्यार्थियों की सूची से बाहर निकल गए हैं. विद्यार्थियों के दो एआईआर जारी नहीं होती तो, वे भी इस सूची में शामिल होते हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को कोई भी फार्मूला लगाकर (Students Reactions on JEE Main Result) ऑल इंडिया रैंक को दुरुस्त करना चाहिए. इसके अनुसार तो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जारी किया यूनिक कैंडिडेट का आंकड़ा 905590 भी कम हो जाएगा.
कई विद्यार्थी हो गए टॉप 2.5 लाख से बाहरः जेईई मेन के परिणाम में दो ऑल इंडिया रैंक वाले विद्यार्थियों की संख्या भी सैकड़ों होना सामने आ रही है. ऐसे में जेईई मेन परीक्षा के चलते टॉप 2 लाख 50 हजार विद्यार्थियों का चयन एडवांस परीक्षा के लिए किया जाता है. जब सैकड़ों विद्यार्थियों को दो रैंक जारी कर दी गई. इनमें से अधिकांश विद्यार्थी टॉप ढाई लाख में शामिल हैं. इसका असर नीचे के विद्यार्थियों में पड़ा है, वह जेईई मेन के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए हैं. अब अगर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी दोबारा से एआईआर जारी करेगी, तब इनमें से कुछ विद्यार्थियों का एडवांस के लिए चयन हो सकता है.