कोटा. जेईई मेन परीक्षा जून और जुलाई में हर रोज दी गई तिथियों में प्रत्येक दिन 2 शिफ्टों में होती है. ऐसे में कुल 20 दिनों में 40 शिफ्टों में जेईई मेन 2022 (JEE main exam 2022) होगी. वहीं जून व जुलाई में 1 दिन में बीआर्क की व शेष दिनों में बीई बीटेक परीक्षा होती है. बीई-बीटेक के लिए 36 शिफ्ट में एक्जाम होगा. यानि इस वर्ष गत वर्षों के मुकाबले सबसे ज्यादा 100 परसेंटाइल हो सकते हैं. जबकि बीते सालों में वर्ष 2020 में 12 शिफ्टों में 24 स्टूडेंट्स व वर्ष 2021 में 26 शिफ्टों में 44 स्टूडेंट्स की 100 परसेंटाइल बनी थी.
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2022 (JEE main 2022 exam New Date) नई डेट के साथ जून और जुलाई माह में आयोजित होगी. पहली बार ही यह परीक्षा 10 दिन तक दोनों सेशन में आयोजित होगी. जून अटेम्प्ट के लिए अभी तक 8 लाख 80 हजार से ज्यादा विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. करीब इतने ही रजिस्ट्रेशन जुलाई सेशन के लिए होना अनुमानित हैं. ऐसे में यूनिक कैंडिडेट करीब 12 लाख के आसपास इस बार रह सकते हैं.
कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि यदि जेईई मेन परीक्षा जून और जुलाई में हर रोज दी गई तिथियों में प्रत्येक दिन 2 शिफ्टों में होती है तो ऐसे में कुल 20 दिनों में 40 शिफ्टों में जेईई मेन 2022 होगी. वहीं जून व जुलाई में 1 दिन में बीआर्क की व शेष दिनों में बीई बीटेक परीक्षा होती है. ऐसे में बीई-बीटेक के लिए 36 शिफ्ट में एक्जाम होगा. यानि इस वर्ष गत वर्षो के मुकाबले सबसे ज्यादा 100 परसेंटाइल हो सकते हैं. जबकि बीते सालों में वर्ष 2020 में 12 शिफ्टों में 24 स्टूडेंट्स व वर्ष 2021 में 26 शिफ्टों में 44 स्टूडेंट्स की 100 परसेंटाइल बनी थी. ऐसे में पहली बार 100 संख्या परसेंटाइल की काफी ज्यादा होगी. इसके अलावा इस वर्ष कम से कम 36 शिफ्टों में जेईई मेन होता है तो प्रत्येक शिफ्ट में बैठने वाले स्टूडेंट्स बीते वर्षो के मुकाबले कम होंगे.
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ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म में त्रुटि सुधार 8 अप्रैल की रात तक
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन 2022 के ऑनलाइन फॉर्म में त्रुटि सुधार की 8 अप्रैल अंतिम तारीख है. विद्यार्थी रात 9 बजे तक ऑनलाइन आवेदन में सुधार की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि त्रुटि सुधार का यह प्रथम व अंतिम मौका है. विद्यार्थी इस दौरान विशेष सावधानी बरतें. त्रुटि सुधार की नीति के आधार पर विद्यार्थियों को दो भागों में बांट दिया गया है. जो आधार वेरीफाइड और नॉन वेरीफाइड है. इन दोनों केटेगरी के विद्यार्थियों के लिए त्रुटि सुधार के अलग अलग फील्ड ओपन किए गए हैं. विद्यार्थी व अभिभावक अपनी कैटेगरी के अनुरूप उपलब्ध फील्ड ओपनिंग के आधार पर त्रुटि सुधार कर लें. इसमें कैटेगरी व सब कैटेगरी के बदलाव की सुविधा सभी विद्यार्थियों को दी गई है.
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि विद्यार्थियों को आवेदन के दौरान रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी, फोटो, सिग्नेचर, परमानेंट एड्रेस और पत्राचार के पते में करेक्शन नहीं कर सकते. जिन स्टूडेंट्स के आधार कार्ड वैरिफाइड हो गए थे, उन्हें माता-पिता के नाम, कैटेगिरी, परीक्षा शहर एवं माध्यम, अकेडमिक डिटेल एवं कोर्सेज में बदलाव का मौका दिया गया है. इसके अलावा ऐसे विद्यार्थी जिनके आधार वैरिफाई नहीं हुए थे, उन्हें स्वयं के नाम, जन्म दिनांक, लिंग, माता-पिता के नाम, कैटेगिरी, परीक्षा शहर एवं माध्यम, अकेडमिक डिटेल एवं कोर्स में बदलाव का मौका मिलेगा. विद्यार्थियों को परीक्षा शहर में बदलाव का मौका केवल अपने भरे हुए परमानेंट व कोरसपोंडेंट एड्रेस में लिए गए स्टेट में ही दिया गया है.