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कोटा में सभी संस्थाओं को फायर सिस्टम दुरुस्त करने के दिए निर्देश, तीन सप्ताह का दिया समय

सूरत में कोचिंग संस्थान में आगजनी की घटना के बाद कोटा में भी सुरक्षा को लेकर आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक हुई. जिसमें शैक्षणिक संस्थाओं, हॉस्टल, मॉल, स्कूल और अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम की माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए.

आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक
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Published : May 27, 2019, 9:58 PM IST

कोटा. सूरत में कोचिंग संस्थान में आगजनी की घटना के बाद कोटा में भी सुरक्षा को लेकर आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक हुई. जिसमें शैक्षणिक संस्थाओं, हॉस्टल, मॉल, स्कूल और अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम की माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए. बैठक में कोटा जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल, कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव के साथ ही शहर के शैक्षणिक संस्थानों, हॉस्टल, मॉल, स्कूल, अस्पताल के संचालकों और उनके प्रतिनिधियों ने संयुक्त चर्चा की.

कोटा में सभी संस्थाओं को फायर सिस्टम दुरुस्त करने के दिए निर्देश, तीन सप्ताह का दिया समय

बैठक में कलेक्टर व सिटी एसपी ने संचालकों और प्रतिनिधियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि अगले तीन सप्ताह में फायर फाइटिंग सिस्टम को दुरुस्त करें. साथ ही स्टाफ, स्टूडेंट को आग जनित आपदा से निपटने की मॉक ड्रिल कराकर सुरक्षित बचने की ट्रेनिंग दी जाए. वहीं बिल्डिंग में टैंक, ड्रिल व पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें. और इस काम को आगामी 3 सप्ताह में पूरा किया जाए. इसके बाद कलेक्टर व एसपी एक बार फिर आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक करेंगे.

आपदा प्रबंधन समीक्षा बैठक से पहले नगर निगम के अग्निशमन विभाग से मॉनिटरिंग और निरीक्षण करवाकर संबंधित संस्थानों के फायर फाइटिंग सिस्टम की रिपोर्ट तलब की जाएगी. निरीक्षण में किसी भी संस्थान में कमी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. समीक्षा बैठक में जिला प्रशासन ने बताया कि शहरवासियों को इन आपदाओं से निपटने के लिए जागरूक किया जाएगा. सिटी एसपी दीपक भार्गव ने कहा कि हमें स्कूली बच्चों को आपदाओं से निपटने की ट्रेनिंग देनी होगी. ताकि आपदा आने पर वह वह उसका सामना करके सुरक्षित रह सके.

कोटा. सूरत में कोचिंग संस्थान में आगजनी की घटना के बाद कोटा में भी सुरक्षा को लेकर आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक हुई. जिसमें शैक्षणिक संस्थाओं, हॉस्टल, मॉल, स्कूल और अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम की माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए. बैठक में कोटा जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल, कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव के साथ ही शहर के शैक्षणिक संस्थानों, हॉस्टल, मॉल, स्कूल, अस्पताल के संचालकों और उनके प्रतिनिधियों ने संयुक्त चर्चा की.

कोटा में सभी संस्थाओं को फायर सिस्टम दुरुस्त करने के दिए निर्देश, तीन सप्ताह का दिया समय

बैठक में कलेक्टर व सिटी एसपी ने संचालकों और प्रतिनिधियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि अगले तीन सप्ताह में फायर फाइटिंग सिस्टम को दुरुस्त करें. साथ ही स्टाफ, स्टूडेंट को आग जनित आपदा से निपटने की मॉक ड्रिल कराकर सुरक्षित बचने की ट्रेनिंग दी जाए. वहीं बिल्डिंग में टैंक, ड्रिल व पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें. और इस काम को आगामी 3 सप्ताह में पूरा किया जाए. इसके बाद कलेक्टर व एसपी एक बार फिर आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक करेंगे.

आपदा प्रबंधन समीक्षा बैठक से पहले नगर निगम के अग्निशमन विभाग से मॉनिटरिंग और निरीक्षण करवाकर संबंधित संस्थानों के फायर फाइटिंग सिस्टम की रिपोर्ट तलब की जाएगी. निरीक्षण में किसी भी संस्थान में कमी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. समीक्षा बैठक में जिला प्रशासन ने बताया कि शहरवासियों को इन आपदाओं से निपटने के लिए जागरूक किया जाएगा. सिटी एसपी दीपक भार्गव ने कहा कि हमें स्कूली बच्चों को आपदाओं से निपटने की ट्रेनिंग देनी होगी. ताकि आपदा आने पर वह वह उसका सामना करके सुरक्षित रह सके.

Intro:कोटा.
सूरत के आगजनी हादसे के बाद कोटा की शैक्षणिक संस्थाएं, हॉस्टल, मॉल, स्कूल व चिकित्सालय में फायर फाइटिंग का सिस्टम माकूल हो, सुरक्षित रास्ते मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों में हो, अगर आग जनित घटनाएं हो जाए तो तत्काल उन पर काबू पाया जा सके, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके, ताकि किसी की जान को कोई खतरा न हो. इस बात को लेकर कोटा जिला प्रशासन ने आज आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक आयोजित की. इसमें कोटा जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल और शहर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने संयुक्त रूप चर्चा की. जिसमें शहर के शैक्षणिक संस्थानों पोस्टल मॉल स्कूल अस्पताल संचालकों मालिकों को उनके प्रतिनिधियों को बुलाया गया.


Body:कलेक्टर व एसपी ने सख्त हिदायत दी है कि अगले तीन सप्ताह में अपने यहां पर फायर फाइटिंग के सिस्टम को दुरुस्त करें. स्टाफ स्टूडेंट को आग जनित आपदा से निबटने की मॉक ड्रिल करके आज जैसी आफत से सुरक्षित बचने की ट्रेनिंग देवे. बिल्डिंग में होज ड्रिल व पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें. सुरक्षित बिल्डिंग से बाहर निकलने के रास्ते ही, सेटबैक बिल्डिंग में पूरा छोड़ें. यह सब काम आगामी 3 सप्ताह में पूरा करें. इसके बाद कलेक्टर व एसपी आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक करेंगे. उसके पहले नगर निगम के अग्निशमन अनुभाग से मॉनिटरिंग और निरीक्षण करवाकर संबंधित संस्थानों के फायर फाइटिंग की रिपोर्ट तलब करेंगे. जहां भी जिस संस्थान में कमी पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. समीक्षा बैठक में जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि वह शहरवासियों को ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए प्रचार प्रसार कर के जागरूक करेगा. सिटी एसपी दीपक भार्गव ने कहा कि हमें स्कूली बच्चों को आपदाओं से निपटने की ट्रेनिंग देनी होगी, ताकि उनकी आदत में यह शुमार हो अगर कहीं कोई आपदा आए तो वह उसका सामना करके सुरक्षित रह सके.


Conclusion:पैकेज में बाइट का क्रम
बाइट-- मुक्तानंद अग्रवाल, जिला कलेक्टर, कोटा
बाइट-- दीपक भार्गव, पुलिस अधीक्षक, कोटा शहर
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