इटावा (कोटा). कोटा जिले के सुल्तानपुर कस्बे में सफाई व्यवस्था को लेकर कस्बा बंद रहा. यहां पर 46 दिनों से सफाई कर्मचारी नगर पालिका में समायोजित करने और पालिका के समान ही वेतन देने की मांग को लेकर हड़ताल पर है. ऐसे में 46 दिनों से पूरे नगर की सफाई व्यवस्था ठप पड़ी हुई है. हर गली-मोहल्ले में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. दुर्गंध के चलते लोगों का जीवन दुश्वार हो गया है. बावजूद इसके प्रशासन भी उदासीन बना हुआ है. नगरवासियों को बीमारियों की आशंका का डर सता रहा है.
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दीगोद उपखंड प्रशासन के लचर रवैया से लोगों में खासा आक्रोश है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ सुल्तानपुर कस्बा बंद का शनिवार को आह्वान किया गया.जिसका व्यापार महासंघ ने भी समर्थन दिया है. शनिवार को सुबह से ही कस्बे में बाजार दुकानें प्रतिष्ठान बंद रहे. पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में सभी कांग्रेस कार्यकर्ता व्यापार महासंघ पदाधिकारी और कस्बे वासी एकत्रित हुए. कस्बे की सफाई व्यवस्था बहाल करवाने की मांग को लेकर जुलूस निकाला गया.
कांग्रेस के आह्वान पर कस्बा बंद, व्यापार महासंघ ने भी दिया समर्थन
सुबह से लेकर 12 बजे तक पूरा बाजार संपूर्ण रूप से शांतिपूर्ण तरीके से बंद रहा. इसके बाद सुल्तानपुर थाने में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया. जल्द से जल्द समस्या समाधान की मांग की गई. इस मौके पर लोगों ने उपखंड अधिकारी दीगोद की कार्यशैली की भी निंदा की. क्षेत्र की मुखिया होने के बावजूद भी एक बार भी उपखंड अधिकारी ने कस्बे की जनता की सुध नहीं ली. ऐसे में उन्हें हटाया जाए. एसडीएम पर कार्यवाई की जाए. इस दौरान बड़ी संख्या में कस्बे वासी मौजूद थे. जहां प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई. कांग्रेस के आह्वान पर बंद रखा गया. इसे व्यापार महासंघ ने समर्थन दिया है.
46 दिनों से सफाई कर्मी हड़ताल पर, समायोजन की मांग
कोटा जिले के सुल्तानपुर नगर में नगरपालिका के सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते पिछले 46 दिनों से नगर की सफाई व्यवस्था चौपट है. जिसके चलते नगरवासी खासे परेशान है. स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के चलते नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. बंद के दौरान जगह जगह पुलिस जाप्ता तैनात किया गया. गौरतलब है कि नगरवासी वर्तमान में चल रही डेंगू के खौफ के बीच जीने को मजबूर है. स्थानीय नगरपालिका प्रशासन व उपखंड स्तरीय प्रशासन की अनदेखी लोगों पर भारी पड़ रही है. सफाई कर्मी समायोजन की मांग कर रहे हैं.