कोटा. पूरे देश में गांधी शांति यात्रा निकाल रहे भाजपा के पूर्व नेता और पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को कोटा में मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने उनकी यात्रा के बारे में जानकारी दी और कहा कि मेरे पास कई वैलिड डॉक्यूमेंट है, लेकिन कोई भी सरकारी कार्मिक आता है और वह मुझसे कहता है कि नागरिकता होने का सबूत दीजिए तो मैं उसे कोई कागज नहीं दिखाऊंगा.
यशवंत सिन्हा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे पास पासपोर्ट, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, क्रेडिट कार्ड सहित कई पहचान पत्र हैं, लेकिन हम किसी पहचान पत्र को नहीं दिखाएंगे. कोई भी सरकारी कर्मचारी व्यक्ति आता है और नागरिकता के सवाल पूछता है, तो मेरे पास कागज उसको दिखाने के लिए नहीं है.
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पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता है, सरकार ने अर्थव्यवस्था को रसातल में पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि इसी से ध्यान भटकाने के लिए सीएए और एनआरसी जैसी चीजें लेकर आए हैं. जब उनसे प्रधानमंत्री के विरोधी होने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियां गलत है, हम उसका विरोध कर रहे हैं, किसी विशेष का विरोध नहीं कर रहे हैं. साथ ही संघ प्रमुख के दो बच्चों वाले बयान पर उन्होंने कहा कि सरकार का कोई व्यक्ति करता है, तो टिप्पणी करूंगा. हम किसी व्यक्ति विशेष के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.
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पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को पालीवाल कंपाउंड में एक जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद शाम को विज्ञान नगर में एसडीपीआई के धरने में भी वे पहुंचे. साथ ही छावनी में निकली सीएए विरोधी रैली में भी वह शामिल हुए और दशहरा मैदान में सीएए के विरोध में धरने पर बैठी महिलाओं से भी मिलने पहुंचे.