कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर रामअवतार गुप्ता जयपुर में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुए (ACB Trap RTU VC) हैं. इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा की टीम ने वाइस चांसलर निवास पर छापा मारकर कार्रवाई की. जिसमें करोड़ों रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है. बैंक खातों में भी लाखों रुपए हैं. इसके अलावा करोड़ों के जेवरात और प्रॉपर्टी भी मिली है. उनके घर से 3 लाख 74 हजार रुपए मिले हैं.
आपको बता दें कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने जयपुर में एमएनआईटी के गेस्ट हाउस में बीते 4 दिन से रुके हुए वाइस चांसलर को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही जिस रूम में वे रुके हुए थे, उसमें 21 लाख रुपए की नकदी भी मिली है. रिश्वत की यह राशि उन्होंने प्राइवेट यूनिवर्सिटी संचालक से सीटें बढ़ाने, सुविधाएं उपलब्ध कराने और परेशान नहीं करने की एवज में ली थी. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्र शील कुमार ने बताया कि प्रो. गुप्ता के कोटा स्थित निवास से 458 ग्राम सोना और साढ़े 6 किलो चांदी मिली (Huge amount of jewellery and cash seized from RTU VC Kota home) है.
कोटा स्थित निवास से मिला यह सोना करीब 25 लाख व चांदी करीब साढ़े चार लाख रुपए मूल्य की है. डॉ गुप्ता व पत्नी मधु गुप्ता के कुल 18 बैंक खातों में 68 लाख 72 हजार रुपए और पुत्र, पुत्री व पुत्रवधू के 7 बैंक खातों में 10 लाख 84 हजार रुपए मिले हैं. जबकि एक लॉकर एचडीएफसी बैंक कोटा का है जिसे अभी सीज कर दिया गया है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सबूत मिले हैं कि वीसी का पैसा उनके बेटे के कोटा के रानपुर स्थित पॉलिटेक्निकल कॉलेज में लगाया गया है. इन्होंने दो एजुकेशनल इंस्टीट्यूट रजिस्टर्ड करा रखे हैं. दूसरे के संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है. एसीबी उस संबंध में जांच कर रही है.
जयपुर में मिली करोड़ों की संपत्ति: जयपुर में प्रो. गुप्ता की करोड़ों की प्रॉपर्टी मिली है. जयपुर में उनका एक मकान टोंक रोड पर स्थित है. इसके अलावा एक फ्लैट पोश एरिया जगतपुरा में है. इसके अलावा 11 प्लॉट मानसरोवर इलाके के वीर तेजाजी नगर में मिले हैं. अधिकांश संपत्ति 2010-11 में खरीदी हुई है. ये प्लॉट 200-200 गज के हैं. जिन्हें खुद, पत्नी और पत्नी की बहन के नाम लिए गए हैं. जिनके कागजात भी प्रो. गुप्ता के घर पर मिले हैं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम की तरफ से की गई गणना के अनुसार यह संपत्ति 5 करोड़ से ज्यादा रुपए की है. इस कार्रवाई में एडिशनल एसपी ग्रामीण एसीबी प्रेरणा शेखावत, पुलिस उपाधीक्षक विजय सिंह, इंस्पेक्टर वासुदेव और अनीता शामिल है.