कोटा. नगर निगम चुनाव में कोटा दक्षिण के भाजपा पार्षदों की बस को रोकने के मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की जांच करने के लिए गृह सचिव एनएल मीणा कोटा पहुंचे हुए हैं. उन्होंने पहले सर्किट हाउस में पुलिस अधिकारियों और घायलों के बयान लिए. साथ ही देर रात को उन्होंने एमबीएस अस्पताल में जाकर घायलों से प्रारंभिक जानकारी ली.
कोटा में पत्रकारों से बातचीत में गृह सचिव एनएल मीणा ने बताया कि उन्होंने देर रात अस्पताल में भर्ती कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और फिर आज घटना से जुड़े सभी वीडियो देखें है. लाठीचार्ज के दौरान ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस अधिकारियों के बयान लिए. अब तक कि जांच में सामने आया है कि घटना के समय जिस बस में भाजपा के पार्षद थे, उसके पास काफी भीड़ जमा थी, जहां भीड़ में काफी आक्रोश था और कुछ पत्थर भी बस पर फेंके गए थे जो वीडियो में साफ देखे जा सकते हैं. तभी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
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गृह सचिव मीणा ने बताया कि अभी और अधिकारियों के बयान लेने बाकी हैं. जिसके बाद जांच रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी. रिपोर्ट कब तक सौंपी जाएगी इस पर उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में ही वे रिपोर्ट सौंप देंगे. जिसमें पुलिस और घायल पक्ष के साथ-साथ अन्य लोगों के बयान भी पंजीबद्ध किए जाएंगे. बुधवार सुबह सर्किट हाउस में गृह सचिव मीना ने अधिकारियों के बयान दर्ज किए. जिसमे कोटा संभागीय आयुक्त केसी मीणा, जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़, डीआईजी रवि दत्त गौड़, एसपी गौरव यादव, एडिशनल एसपी प्रवीण जैन व राजेश मील भी मौजूद थे.
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बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से लाठीचार्ज की शिकायत की थी. जिसके बाद उन्होंने सीएमओ में बात की और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस लाठीचार्ज पर पुलिस की लापरवाही बताई थी. जिसके बाद ही कोटा में जांच के लिए गृह सचिव मीणा को भेजा गया है.