कोटा. देशभर में सीएए और एनआरसी का विरोध चल रहा है. इसी बीच देश की सातवीं आर्थिक गणना का कार्य भी चल रहा है. इस आर्थिक गणना के दौरान ही गणना करने वाले कार्मिकों के साथ मारपीट का मामला भी सामने आ रहा है. बुधवार को ऐसा ही मामला बोरखेड़ा थाना इलाके में हुआ. यहां पर सांख्यिकी विभाग की ओर से सीएससी ई-गवर्नेंस लिमिटेड की ओर से आर्थिक गणना करवाई जा रही है. इस दौरान लोगों ने कार्मिकों के साथ दुर्व्यवहार किया.
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बात दें कि लोगों ने उनके मोबाइल ऐप में जो सर्वे का डाटा फीड था उसे भी डिलीट कर दिया और ऐप को भी फोन से अनइनस्टॉल कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने एक युवक को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है. साथ ही महिला की रिपोर्ट पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार आर्थिक गणना की सर्वेकर्मी नजीरन बानो बृज धाम कॉलोनी में सर्वे करने पहुंची थी. वहां पर उन्होंने कुछ परिवारों का आर्थिक गणना का डाटा भी एकत्र कर लिया था. इसके बाद वह वहां से निकल ही रही थी कि कुछ महिलाएं और पुरुष एकत्रित हो गए. जिन्होंने नजीरन बानो के साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया. साथ ही उनका मोबाइल छीन लिया और उसमें से उस ऐप को भी डिलीट कर दिया जिसके अंदर आर्थिक गणना का डाटा संग्रहित किया जा रहा था.
इस दौरान पुलिस को इसकी सूचना मिलने पर बोरखेड़ा थाना एसएचओ मौके पर पहुंचे. वहां पर भी एक युवक सदाहक अंसारी और कई महिलाएं अन्य पुरूषों के साथ वहां पर मौजूद थी. सदाहक अंसारी ने पुलिस के सामने भी सर्वेकर्मी नजीरन के साथ बदतमीजी और दुर्व्यवहार जारी रखा. ऐसे में पुलिस ने उसे शांतिभंग करने के लिए गिरफ्तार कर लिया.
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सर्वेकर्मी नजीरन बानो का कहना है कि लोगों ने उसे घेर लिया था. एक साथ सब उसके ऊपर हावी हो गए. जब उसने कहा कि वह भी मुस्लिम समुदाय से है, लेकिन लोगों ने नहीं माना. इसके अलावा उससे कुरान की आयतें पढ़ाई गई. वहीं, आर्थिक गणना के कोटा जिले के नोडल ऑफिसर एनके शर्मा का कहना है कि इस तरह की शिकायतें लगातार आ रही है. लोग आर्थिक गणना को सीएए और एनआरसी से जोड़कर देख रहे हैं. इसके चलते वह आपत्ति जताते हैं और मारपीट तक भी कर देते हैं.