ETV Bharat / city

Gang Rape Case in Kota: निलंबित RPS अधिकारी और भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज

राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी (Rajasthan Police Service Officer) और भारतीय जनता पार्टी के एक नेता पर गैंग रेप का मुकदमा (Gang Rape Case in Kota) दर्ज किया गया है. यह मुकदमा एक महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर दर्ज किया गया है.

Kota Latest hindi news, Gang Rape Case in Kota
Gang Rape Case in Kota
author img

By

Published : Dec 2, 2021, 12:49 PM IST

Updated : Dec 2, 2021, 10:38 PM IST

कोटा. जिले में पदस्थापित रहे राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी (Rajasthan Police Service Officer) और भारतीय जनता पार्टी के एक नेता पर गैंग रेप का मुकदमा (Gang Rape Case in Kota) दर्ज किया गया है। यह मुकदमा एक महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर दर्ज किया गया है. इसमें मथुरा और वृंदावन ले जाकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म करना और उसके निवास पर जाकर धमकाने के आरोप लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ें-Jaipur News: नाबालिग छात्रा का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले अभियुक्त को आजीवन कारावास

पहले मथुरा फिर वृंदावन ले जाकर किया दुष्कर्म

बोरखेड़ा थाना अधिकारी महेंद्र मीणा ने बताया कि एसपी ऑफिस में एक पीड़िता ने 26 नवंबर को परिवाद दिया था. जिसके बाद कोटा शहर एसपी ने मुकदमा दर्ज करने के लिए निर्देश दिए थे. साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ कर रहे हैं.

इस शिकायत में पीड़िता ने बताया कि गत 14 नवंबर को निलंबित आरपीएस विजय शंकर शर्मा और भाजपा नेता बद्री प्रसाद आर्य उसे स्टेशन लेकर चले गए. जहां से पहले मथुरा फिर वृंदावन लेकर गए. वृंदावन में उसे एक धर्मशाला में रुकवाया. साथ ही वहां पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. पीड़िता ने बताया कि 25 नवंबर को भी वे उसके घर पर आए और धमकाया. इस पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

यह भी पढ़ें-बीजेपी विधायक पर लगे दुष्कर्म के आरोपों पर कांग्रेस ने भाजपा नेतृत्व से मांगा जवाब, कहा: महिला अपराधों पर सरकार को घेरने वाले जवाब दें

आचरण संबंधी शिकायत होने पर किया गया था निलंबित

बता दें कि कुछ महीने पहले ही इटावा सर्किल में विजय शंकर शर्मा उप अधीक्षक पद पर तैनात थे. जहां पर से उन्हें आचरण संबंधी शिकायत होने पर ही पुलिस के आला अधिकारियों ने निलंबित कर दिया था. जिसके बाद से ही विजय शंकर शर्मा निलंबित चल रहे हैं. वहीं भाजपा नेता बद्री प्रसाद आर्य इटावा इलाके के लुहावद के सरपंच रह चुके हैं. साथ ही भारतीय जनता पार्टी में कई पदों पर भी रहा है.

DSP पर महिला कांस्टेबल का चौथा मुकदमा, पहले में राजीनामा...दूसरे में FR व तीसरे में चालान...

महिला कांस्टेबल ने निलंबित आरपीएस विजय शंकर शर्मा पर चौथा मुकदमा दर्ज करवाया है. इसके पहले तीन मुकदमे दर्ज करवा चुकी है. इनमें पहला मुकदमा उद्योग नगर थाने में दर्ज हुआ था. इस समय निलंबित आरपीएस पुलिस निरीक्षक के पद पर तैनात थे. इस मामले में पुलिस ने चालान भी पेश किया था, जिसमें महिला कांस्टेबल और निलंबित आरपीएस के बीच राजीनामा हुआ था. यह मामला हाईकोर्ट तक गया था. इसके बाद महिला कांस्टेबल ने नयापुरा थाने में भी निलंबित आरपीएस विजय शंकर शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी जांच में पुलिस ने एफआर लगा दी थी. तीसरा मुकदमा बोरखेड़ा थाना पुलिस ने दर्ज किया था. इस मामले में भी चालान पेश किया गया है. वहीं, अब चौथा मामला भी बोरखेड़ा थाने में ही दर्ज हुआ है.

जिला प्रमुख बनना चाहता था भाजपा नेता बद्री आर्य...

जिला परिषद के चुनाव में जिला प्रमुख का पद एक बार एससी के उम्मीदवार के लिए रिजर्व लॉटरी के जरिए हुआ है. ऐसे में भाजपा नेता और पूर्व सरपंच बद्री प्रसाद आर्य भी एससी कोटे से आते हैं. इसी के चलते हुए जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ना चाहते थे, ताकि चुनाव परिणाम के बाद जब भाजपा के पक्ष में समीकरण बैठ जाए तो वह जिला प्रमुख की दावेदारी की भी कर सकें. हालांकि, नामांकन दाखिल करने और टिकट वितरण के पहले ही उनके खिलाफ गैंग रेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है.

कोटा. जिले में पदस्थापित रहे राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी (Rajasthan Police Service Officer) और भारतीय जनता पार्टी के एक नेता पर गैंग रेप का मुकदमा (Gang Rape Case in Kota) दर्ज किया गया है। यह मुकदमा एक महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर दर्ज किया गया है. इसमें मथुरा और वृंदावन ले जाकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म करना और उसके निवास पर जाकर धमकाने के आरोप लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ें-Jaipur News: नाबालिग छात्रा का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले अभियुक्त को आजीवन कारावास

पहले मथुरा फिर वृंदावन ले जाकर किया दुष्कर्म

बोरखेड़ा थाना अधिकारी महेंद्र मीणा ने बताया कि एसपी ऑफिस में एक पीड़िता ने 26 नवंबर को परिवाद दिया था. जिसके बाद कोटा शहर एसपी ने मुकदमा दर्ज करने के लिए निर्देश दिए थे. साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ कर रहे हैं.

इस शिकायत में पीड़िता ने बताया कि गत 14 नवंबर को निलंबित आरपीएस विजय शंकर शर्मा और भाजपा नेता बद्री प्रसाद आर्य उसे स्टेशन लेकर चले गए. जहां से पहले मथुरा फिर वृंदावन लेकर गए. वृंदावन में उसे एक धर्मशाला में रुकवाया. साथ ही वहां पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. पीड़िता ने बताया कि 25 नवंबर को भी वे उसके घर पर आए और धमकाया. इस पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

यह भी पढ़ें-बीजेपी विधायक पर लगे दुष्कर्म के आरोपों पर कांग्रेस ने भाजपा नेतृत्व से मांगा जवाब, कहा: महिला अपराधों पर सरकार को घेरने वाले जवाब दें

आचरण संबंधी शिकायत होने पर किया गया था निलंबित

बता दें कि कुछ महीने पहले ही इटावा सर्किल में विजय शंकर शर्मा उप अधीक्षक पद पर तैनात थे. जहां पर से उन्हें आचरण संबंधी शिकायत होने पर ही पुलिस के आला अधिकारियों ने निलंबित कर दिया था. जिसके बाद से ही विजय शंकर शर्मा निलंबित चल रहे हैं. वहीं भाजपा नेता बद्री प्रसाद आर्य इटावा इलाके के लुहावद के सरपंच रह चुके हैं. साथ ही भारतीय जनता पार्टी में कई पदों पर भी रहा है.

DSP पर महिला कांस्टेबल का चौथा मुकदमा, पहले में राजीनामा...दूसरे में FR व तीसरे में चालान...

महिला कांस्टेबल ने निलंबित आरपीएस विजय शंकर शर्मा पर चौथा मुकदमा दर्ज करवाया है. इसके पहले तीन मुकदमे दर्ज करवा चुकी है. इनमें पहला मुकदमा उद्योग नगर थाने में दर्ज हुआ था. इस समय निलंबित आरपीएस पुलिस निरीक्षक के पद पर तैनात थे. इस मामले में पुलिस ने चालान भी पेश किया था, जिसमें महिला कांस्टेबल और निलंबित आरपीएस के बीच राजीनामा हुआ था. यह मामला हाईकोर्ट तक गया था. इसके बाद महिला कांस्टेबल ने नयापुरा थाने में भी निलंबित आरपीएस विजय शंकर शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी जांच में पुलिस ने एफआर लगा दी थी. तीसरा मुकदमा बोरखेड़ा थाना पुलिस ने दर्ज किया था. इस मामले में भी चालान पेश किया गया है. वहीं, अब चौथा मामला भी बोरखेड़ा थाने में ही दर्ज हुआ है.

जिला प्रमुख बनना चाहता था भाजपा नेता बद्री आर्य...

जिला परिषद के चुनाव में जिला प्रमुख का पद एक बार एससी के उम्मीदवार के लिए रिजर्व लॉटरी के जरिए हुआ है. ऐसे में भाजपा नेता और पूर्व सरपंच बद्री प्रसाद आर्य भी एससी कोटे से आते हैं. इसी के चलते हुए जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ना चाहते थे, ताकि चुनाव परिणाम के बाद जब भाजपा के पक्ष में समीकरण बैठ जाए तो वह जिला प्रमुख की दावेदारी की भी कर सकें. हालांकि, नामांकन दाखिल करने और टिकट वितरण के पहले ही उनके खिलाफ गैंग रेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है.

Last Updated : Dec 2, 2021, 10:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.