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कोटा : 114 बच्चों की मौत के बाद भी नहीं 'सुधरा' JK लोन, अब प्रसूता वार्ड में मंडरा रहा इंफेक्शन का खतरा - नवजातों की मौत

जेके लोन अस्पताल में नवजातों की मौत का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय रहा था. जिसके बाद सरकार भी हरकत में आती दिखी. बता दें कि अब जेके लोन अस्पताल में प्रसूताओं और नवजातों पर गंभीर संक्रमण का खतरा मंडराता नजर आ रहा है. देखिए यह रिपोर्ट..

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जेके लोन अस्पताल में फैल रहा फंगल इंफेक्शन
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Published : Feb 12, 2020, 1:19 PM IST

कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में नवजातों की मौत के बाद पूरे देश में सुर्खियों में रहा. चर्चा में आने के बाद भी अस्पताल में व्यवस्थाओं का सुधार नहीं हो रहा है. ताजा खुलासा हुआ है कि गायनी विभागों के वार्डो में मॉड्यूलर लेबर रूम और हाई डिपेंडेंसी यूनिट एचडीयू में गंभीर संक्रमण का खतरा बना हुआ है.

जेके लोन अस्पताल में फैल रहा फंगल इंफेक्शन

जानकारी के अनुसार वार्डों में सीलन और एअर फंगल बराबर बने रहने से सारे सैम्पल फेल होते नजर आ रहे हैं. अस्पताल में मॉड्यूलर लेबर रूम जैसी सवेंदशील जगह पर भी हवा में फंगस मौजूद हैं, जो किसी भी प्रसूता को गंभीर संक्रमण देने के लिए काफी है.

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जेके लोन अस्पताल में दीवारों पर मौजूद सीलन

इंफेक्शन के चलते बंद करना पड़ा था मेन आपरेशन थियेटर

माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जांच में भी इंफेक्शन खतरनाक स्तिथि में पाया गया है. जिसके बाद पिछले दिनों अस्पताल का मेन ऑपरेशन थिएटर बंद करना पड़ गया था. फ्यूमिगेशन के बाद इसे पिछले शनिवार को ही शुरू किया गया है.

पढ़ें: आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत, केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली की सत्ता संभालने को तैयार

इमरजेंसी ओटी की स्थिति बुरी

वहीं इमरजेंसी ओटी सबसे बुरी स्थिति में है, जहां 24 घंटे महिलाओं के सिजेरियन और अन्य ऑपरेशन होते हैं. बताया जा रहा है कि इस ओटी में कई बार सीपेज का पानी आ जाता है एक-दो जगहों पर फंगस जाहिर तौर पर दिखती है. कुछ सर्जन तो इसमें काम करने से भी मना कर चुके हैं. वहीं जब इस पर अस्पताल अधीक्षक से बात करनी चाही तो उन्होंने किसी बात से इनकार कर दिया.

कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में नवजातों की मौत के बाद पूरे देश में सुर्खियों में रहा. चर्चा में आने के बाद भी अस्पताल में व्यवस्थाओं का सुधार नहीं हो रहा है. ताजा खुलासा हुआ है कि गायनी विभागों के वार्डो में मॉड्यूलर लेबर रूम और हाई डिपेंडेंसी यूनिट एचडीयू में गंभीर संक्रमण का खतरा बना हुआ है.

जेके लोन अस्पताल में फैल रहा फंगल इंफेक्शन

जानकारी के अनुसार वार्डों में सीलन और एअर फंगल बराबर बने रहने से सारे सैम्पल फेल होते नजर आ रहे हैं. अस्पताल में मॉड्यूलर लेबर रूम जैसी सवेंदशील जगह पर भी हवा में फंगस मौजूद हैं, जो किसी भी प्रसूता को गंभीर संक्रमण देने के लिए काफी है.

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जेके लोन अस्पताल में दीवारों पर मौजूद सीलन

इंफेक्शन के चलते बंद करना पड़ा था मेन आपरेशन थियेटर

माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जांच में भी इंफेक्शन खतरनाक स्तिथि में पाया गया है. जिसके बाद पिछले दिनों अस्पताल का मेन ऑपरेशन थिएटर बंद करना पड़ गया था. फ्यूमिगेशन के बाद इसे पिछले शनिवार को ही शुरू किया गया है.

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इमरजेंसी ओटी की स्थिति बुरी

वहीं इमरजेंसी ओटी सबसे बुरी स्थिति में है, जहां 24 घंटे महिलाओं के सिजेरियन और अन्य ऑपरेशन होते हैं. बताया जा रहा है कि इस ओटी में कई बार सीपेज का पानी आ जाता है एक-दो जगहों पर फंगस जाहिर तौर पर दिखती है. कुछ सर्जन तो इसमें काम करने से भी मना कर चुके हैं. वहीं जब इस पर अस्पताल अधीक्षक से बात करनी चाही तो उन्होंने किसी बात से इनकार कर दिया.

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