कोटा. जेके लोन अस्पताल की पांचों संक्रमित महिलाओं के नवजात बच्चे पहले कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आए हैं. इन बच्चों को अलग से नए अस्पताल के जिरियाट्रिक वार्ड के कमरों में रखा गया है. इन पांचों संक्रमित महिला को बच्चों से दूर रखा गया है. वहीं अस्पताल का स्टाफ इन बच्चों तक मां का दूध पहुंचा रहा है.
कोटा के जेके लोन अस्पताल में पांच गर्भवती महिलाएं संक्रमित पाई गई थी. इस पर उन्हें मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी डिलीवरी के बाद इनके नवजात शिशुओं की जांच नेगेटिव आने पर उन्हें अलग वार्ड में शिफ्ट किया गया है.
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मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील ने बताया कि बच्चों को शिशु रोग विशेषज्ञ नियमित देख रहे हैं. बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं. अब अगले 24 से 48 घंटे में इनकी दोबारा सैंपल जांच कराए जाएंगे. डॉक्टर ने कहा कि अगर दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आई और इनके परिवार की महिलाएं बच्चों को देख रेख करने में सक्षम हुई तो इन्हें डिस्चार्ज भी किया जा सकता है. सभी बच्चों की डॉक्टर और स्टाफ विशेष ध्यान रख रहे हैं. वहीं अब तक यहां जितने भी ऐसे बच्चे आए हैं, सभी नेगेटिव मिले हैं.
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गौरतलब है कि जेके लोन अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं की कोरोना रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आई थी. इसके बाद पूरे चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया था. इनमें से तीन की नार्मल डिलीवरी हुई थी और दो महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी की गई थी. वहीं इन महिलाओं के संपर्क में आई एक नर्स भी पॉजिटिव मिली है. रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही इन महिलाओं को नए अस्पताल के कोरोना वार्ड में शिफ्ट कराया गया था.