कोटा. प्रदेश में केवल कोटा संभाग की ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा हुआ था, लेकिन अब कोटा में भी कोरोना का एक केस सामने आया है. सोमवार को 50 साल के व्यक्ति की मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अस्पताल प्रबंधन ने उसकी मौत के बाद शव को पूरी तरह से आइसोलेटेड करते हुए मोर्चरी में रखवा दिया है. कोटा जिले में अब तक 340 से ज्यादा नमूने की जांच की गई है. जिनमें ये पहला पॉजिटिव केस है. वहीं कोरोना वायरस पॉजिटिव आ जाने के बाद मृतक के शव को गाइडलाइन के अनुसार ही अंतिम क्रिया की जाएगी. हालांकि ये अभी कंफर्म नहीं हुआ है कि, मृतक को किस के संपर्क में आने से कोरोना वायरस हुआ है.
इसकी मौत के बाद से ही कोटा जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस से जुड़े प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए पूरे भीमगंज मंडी थाना इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है. साथ ही किसी भी व्यक्ति को आवाजाही ना करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा चिकित्सा विभाग की टीमों ने इलाके के पूरे घरों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है. मरीज के संपर्क में आए रिश्तेदार और जानकारों को एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया है. ऐसे करीब 60 व्यक्ति हैं, जिनकी स्क्रीनिंग की जा रही है.
पढ़ें- देश भर में केरल के बाद कोरोना की जांच में राजस्थान दूसरे नंबर पर
बता दें कि, स्टेशन के तेलघर के रहने वाले 50 साल के व्यक्ति को 4 अप्रैल को दोपहर 2 बजे कोरोना संदिग्ध के रूप में एमबीएस अस्पताल के आइसोलेशन में भर्ती करवाया गया था. जहां पर सोमवार देर रात को उसकी मौत हो गई. मरने से पहले ही उसका नमूना लिया गया था, जिसे जयपुर भेजा गया था. मंगलवार को उसकी रिपोर्ट आई है, जिसमें उसे पॉजिटिव बताया गया है. कोटा जिले में संभाग का ये पहला पॉजिटिव केस है. गौरतलब है कि अबतक कोरोना से राजस्थान में कोटा के मरीज को मिलाकर मौत का आंकड़ा 6 हो गया है. वहीं कोरोना पॉजिटिव की कुल संख्या 274 हो गई है.