कोटा. शहर में बुधवार को हाड़ौती किसान आंदोलन के बैनर तले किसानों ने कोटा संभागीय आयुक्त कार्यालय पर तीन कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. हाड़ौती किसान आंदोलन के संयोजक कुंदन चीता ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि जिस आंदोलन को बलपूर्वक दिल्ली में खत्म करने की कोशिश की जा रही थी. वह आंदोलन फिर से तेज हो गया है. केंद्र सरकार को हर हाल में उसके द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना होगा.
किसान नेता कुंदन चिता ने कहा कि 26 जनवरी को केंद्र सरकार ने साजिश रचकर जो किसान आंदोलन खत्म करने तरीका अपनाया है. वहीं आपस किसान आंदोलन अब ओर तेज हो गया है. अब यह गांव गांव में पहुंच गया. मांग को लेकर संभागीय आयुक्त को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस आंदोलन को हाड़ौती संभाग में किसानों के द्वारा गांव-गांव तक पहुंचाने का आह्वान किया गया.
संविदा कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
प्रदेश भर में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में लगे ठेका संविदा कर्मचारियों ने अस्पतालों में तीन घंटे कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं कोटा के मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आने वाले अस्पतालों में 300 से 400 ठेका श्रमिक हड़ताल पर है. सरकार से नियमितिकरण और अस्पताल प्रशासन से सीधा भुगतान की मांग कर रहे हैं. ऐसे में हड़ताल के 13वें दिन एमबीएस अस्पताल के ठेका श्रमिकों ने चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री का विरोध किया.
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संविदा कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना काल मे भी अपनी जान पर खेल कर अस्पतालों में ड्यूटी की है. वहीं अभी भी हमे ठेकेदार द्वारा कम भुगतान किया जा रहा है. ऐसे में हमारा परिवार चलना काफी दुश्वार हो गया है.