कोटा. बेरोजगार युवकों को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाला फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी भीमगंजमंडी थाना पुलिस के हत्थे चढ़ गया. ये अधिकारी कोटा के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों और दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश और मुंबई सहित कई राज्यों में बेरोजगार युवकों से लाखों रुपए की ठगी कर चुका है.
पुलिस ने बताया कि उन्हें भीमगंजमंडी थाना इलाके के दानमलजी के अहाता निवासी रामदयाल विजय ने रिपोर्ट दी थी. जिसमें उसने बताया था कि उसकी बजरिया में किराने की दुकान है. जिस पर बृजेश और तरुण विजय कार्य करते हैं. लॉकडाउन के समय केरल निवासी सुभाषचंद्र नायर नाम का व्यक्ति दुकान पर आता है. उसने खुद को इनकम टैक्स की रिकवरी डिपार्टमेंट का अधिकारी बताते हुए कहा कि उसे दो तीन लड़कों की आवश्यकता है, जो आईटी रेड के समय हमारे साथ रहेंगे.
पुलिस ने बताया कि आरोपी सुभाष चंद्रन नायर मूल रूप से त्रिवेंद्रम जिले के पारासाला थाना के वट्टाविला का निवासी है, लेकिन उसने अपनी फर्जी आईडी हरियाणा के पंचकुला की बना रखी है. जो कि वो पहचान छुपाने के लिए उपयोग में लेता था. इसी आईडी से बैंक में खाता खुलवाया हुआ है और अन्य दस्तावेज बनाने में भी काम ले रहा था.
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आरोपी नायर ने अपने मोबाइल के कवर पर भी अशोक चिन्ह को गोल्डन कलर से लगवा रखा था, ताकि बेरोजगार उसके झांसे में आ जाए. यह आरोपी झांसा देने के लिए ड्रेस कोड का नाप भी ले लेता था. साथ ही पिछले 4 महीनों से कोटा शहर के स्टेशन एरिया में किराए से रहता था. होटलों में युवकों को बुलाकर सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देता था. आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद अन्य लोग भी पुलिस के पास आने लगे हैं, जिनको पहले ही इसने अपनी ठगी का शिकार बना रखा था.