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Exclusive: भूपेंद्र यादव को RPSC चेयरमैन बनाकर सरकार ने संस्था का कद छोटा किया : राजेंद्र राठौड़

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गुरुवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने RPSC के नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस महानिदेशक रहते हुए उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था को गर्त में पहुंचा दिया. उन्होंने कहा कि भूपेंद्र यादव असफल डीजीपी रहे हैं.

Rajendra Rathore targeted the Gehlot government,  Rajasthan public Service Commission
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़
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Published : Oct 15, 2020, 8:55 PM IST

कोटा. नगर निगम चुनाव को लेकर समन्वयक बनाए गए राजेंद्र राठौड़ बीते 2 दिनों से कोटा दौरे पर हैं. गुरुवार को राजेंद्र राठौड़ ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस महानिदेशक रहते हुए उन्होंने प्रदेश को गर्त में पहुंचा दिया. ऐसे में उनको आरपीएससी का चेयरमैन बना देना संस्था को छोटा करना जैसा है.

तेरा मेरा नहीं होगा, कमल के फूल पर लड़ेंगे चुनाव

राठौड़ ने कहा कि आरपीएससी (RPSC) ऐसी संस्था है जो आने वाले भविष्य के जन सेवकों का चयन करती है. इन संस्थाओं में राजनीतिक दृष्टि से उनके मेंबरों को पदस्थापित किया जाता है, उसके परिणाम ठीक नहीं होंगे. ऐसे सदस्य आरपीएससी में बैठा दिए हैं जो भौगोलिक रूप से राजस्थान को ही नहीं जानते हैं. जिनकी पृष्ठभूमि इस प्रकार की नहीं है कि वह निष्पक्षता से कार्य कर सकें.

पढ़ें- कुमार विश्वास पर कांग्रेस ने कैसे किया 'विश्वास'? पत्नी को RPSC सदस्य बनाने के पीछे ये है अहम वजह...

आरपीएससी के नए चेयरमैन और पूर्व डीजीपी भूपेंद्र यादव के लिए उन्होंने कहा कि यादव हर स्तर पर पुलिस महकमे की अगुवाई करने में विफल रहे हैं. राजस्थान को अपराधों के पायदान में पहले स्थान पर पूर्व डीजीपी यादव ने पहुंचाया है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार पहले स्थान पर महिला उत्पीड़न में राजस्थान है जो कि उन्हीं की देन है.

'नौजवान कार्यकर्ताओं को मौका देंगे'

राठौड़ ने टिकटों की घोषणा के पहले चल रही कशमकश के सवाल पर कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है. इसमें कशमकश का सवाल ही नहीं है, जमीनी तौर पर जो कार्यकर्ता बरसों से काम कर रहे हैं, उन्हीं का सर्वसम्मति से पैनल तैयार किया जाएगा. साथ ही युवा और नौजवानों को भी मौका दिया जाएगा. राठौड़ ने कहा कि पार्टी मन, वचन और कर्म से खड़ी है. इस बार कोई विद्रोह और विग्रोह नहीं होगा. कोटा की उत्तर और दक्षिण दोनों नगर निगम बीजेपी के कब्जे में आएगी.

तेरा मेरा नहीं होगा, कमल के फूल पर लड़ेंगे चुनाव

ईटीवी भारत के फीडबैक जमीनी स्तर पर लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बारां और कोटा ग्रामीण के 150 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गुरुवार को शहर के 150 वार्ड में भेजा है. जिन कार्यकर्ताओं ने हमें आवेदन दिए हैं, उनके बारे में फीडबैक ले रहे हैं और इसकी पूरी रिपोर्ट शाम तक हमारे पास आ जाएगी. इस बार कोई तेरा और मेरा नहीं होगा. सब कमल के फूल पर नाम पर चुनाव लड़ेंगे. वार्ड भी इस बार छोटे हैं, ऐसे में छोटे चुनाव के अंदर प्रभावी रूप से वैश्विक महामारी कोरोना से लेकर सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में जुड़े रहने वाले कार्यकर्ताओं के चयन का ही प्रयास है.

पढ़ें- EXCLUSIVE : निगम चुनाव में हाइब्रिड फार्मूले की आवश्यकता नहीं पड़ेगी: तरुण कुमार

बगावत करने वालों को दी चेतावनी

कोटा शहर में भाजपा में अलग-अलग नेताओं के गुट बने होने के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कोई गुटबाजी इस बार नहीं होगी. पूरी पार्टी एक होकर चुनाव लड़ेगी. हमारा प्रयास रहेगा कि सर्वसम्मति से निर्णय करें. वहीं, उन्होंने पार्टी से बगावत करने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि जिन्होंने पार्टी के साथ कोई भी दगाबाजी या अनदेखापन किया, तो उसका परिणाम भुगतना होगा. राठौड़ ने कहा कि 17 तारीख तक सिंगल पैनल का नाम बनाकर प्रदेश के अंदर लेकर जाएंगे. वहां से इसकी घोषणा की जाएगी.

KEDL और कोटा की जर्जर व्यवस्था पर लड़ेंगे चुनाव

राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कोटा के जर्जर व्यवस्था स्मार्ट सिटी के नाम पर कोटा में जो भाजपा के प्रोजेक्ट उनको शहरों को तोड़ मरोड़ कर नए सिरे से प्रारंभ करने की दृष्टि से सारा काम किया जा रहा है. कोटा की कानून व्यवस्था सबके सामने है. सरेराह कोटा में हत्या हो रही है. बिजली और पानी की बढ़ी हुई दरें भी हमारा मुद्दा है.

साथ ही जिस बिजली कंपनी को 10 दिन में हटाने का दावा कर मंत्री शांति धारीवाल विधानसभा चुनाव के पहले करते थे, उसी ने बीजेपी को सत्ता में जाने के बाद वीसीआर के जरिए आम जनता को लूटना शुरू कर दिया है. भ्रष्टाचार का तांडव पूरे शहर और जिले में फैला हुआ है, इन्हीं सब मुद्दों पर हम चुनाव लड़ेंगे.

कोटा. नगर निगम चुनाव को लेकर समन्वयक बनाए गए राजेंद्र राठौड़ बीते 2 दिनों से कोटा दौरे पर हैं. गुरुवार को राजेंद्र राठौड़ ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस महानिदेशक रहते हुए उन्होंने प्रदेश को गर्त में पहुंचा दिया. ऐसे में उनको आरपीएससी का चेयरमैन बना देना संस्था को छोटा करना जैसा है.

तेरा मेरा नहीं होगा, कमल के फूल पर लड़ेंगे चुनाव

राठौड़ ने कहा कि आरपीएससी (RPSC) ऐसी संस्था है जो आने वाले भविष्य के जन सेवकों का चयन करती है. इन संस्थाओं में राजनीतिक दृष्टि से उनके मेंबरों को पदस्थापित किया जाता है, उसके परिणाम ठीक नहीं होंगे. ऐसे सदस्य आरपीएससी में बैठा दिए हैं जो भौगोलिक रूप से राजस्थान को ही नहीं जानते हैं. जिनकी पृष्ठभूमि इस प्रकार की नहीं है कि वह निष्पक्षता से कार्य कर सकें.

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आरपीएससी के नए चेयरमैन और पूर्व डीजीपी भूपेंद्र यादव के लिए उन्होंने कहा कि यादव हर स्तर पर पुलिस महकमे की अगुवाई करने में विफल रहे हैं. राजस्थान को अपराधों के पायदान में पहले स्थान पर पूर्व डीजीपी यादव ने पहुंचाया है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार पहले स्थान पर महिला उत्पीड़न में राजस्थान है जो कि उन्हीं की देन है.

'नौजवान कार्यकर्ताओं को मौका देंगे'

राठौड़ ने टिकटों की घोषणा के पहले चल रही कशमकश के सवाल पर कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है. इसमें कशमकश का सवाल ही नहीं है, जमीनी तौर पर जो कार्यकर्ता बरसों से काम कर रहे हैं, उन्हीं का सर्वसम्मति से पैनल तैयार किया जाएगा. साथ ही युवा और नौजवानों को भी मौका दिया जाएगा. राठौड़ ने कहा कि पार्टी मन, वचन और कर्म से खड़ी है. इस बार कोई विद्रोह और विग्रोह नहीं होगा. कोटा की उत्तर और दक्षिण दोनों नगर निगम बीजेपी के कब्जे में आएगी.

तेरा मेरा नहीं होगा, कमल के फूल पर लड़ेंगे चुनाव

ईटीवी भारत के फीडबैक जमीनी स्तर पर लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बारां और कोटा ग्रामीण के 150 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गुरुवार को शहर के 150 वार्ड में भेजा है. जिन कार्यकर्ताओं ने हमें आवेदन दिए हैं, उनके बारे में फीडबैक ले रहे हैं और इसकी पूरी रिपोर्ट शाम तक हमारे पास आ जाएगी. इस बार कोई तेरा और मेरा नहीं होगा. सब कमल के फूल पर नाम पर चुनाव लड़ेंगे. वार्ड भी इस बार छोटे हैं, ऐसे में छोटे चुनाव के अंदर प्रभावी रूप से वैश्विक महामारी कोरोना से लेकर सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में जुड़े रहने वाले कार्यकर्ताओं के चयन का ही प्रयास है.

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बगावत करने वालों को दी चेतावनी

कोटा शहर में भाजपा में अलग-अलग नेताओं के गुट बने होने के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कोई गुटबाजी इस बार नहीं होगी. पूरी पार्टी एक होकर चुनाव लड़ेगी. हमारा प्रयास रहेगा कि सर्वसम्मति से निर्णय करें. वहीं, उन्होंने पार्टी से बगावत करने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि जिन्होंने पार्टी के साथ कोई भी दगाबाजी या अनदेखापन किया, तो उसका परिणाम भुगतना होगा. राठौड़ ने कहा कि 17 तारीख तक सिंगल पैनल का नाम बनाकर प्रदेश के अंदर लेकर जाएंगे. वहां से इसकी घोषणा की जाएगी.

KEDL और कोटा की जर्जर व्यवस्था पर लड़ेंगे चुनाव

राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कोटा के जर्जर व्यवस्था स्मार्ट सिटी के नाम पर कोटा में जो भाजपा के प्रोजेक्ट उनको शहरों को तोड़ मरोड़ कर नए सिरे से प्रारंभ करने की दृष्टि से सारा काम किया जा रहा है. कोटा की कानून व्यवस्था सबके सामने है. सरेराह कोटा में हत्या हो रही है. बिजली और पानी की बढ़ी हुई दरें भी हमारा मुद्दा है.

साथ ही जिस बिजली कंपनी को 10 दिन में हटाने का दावा कर मंत्री शांति धारीवाल विधानसभा चुनाव के पहले करते थे, उसी ने बीजेपी को सत्ता में जाने के बाद वीसीआर के जरिए आम जनता को लूटना शुरू कर दिया है. भ्रष्टाचार का तांडव पूरे शहर और जिले में फैला हुआ है, इन्हीं सब मुद्दों पर हम चुनाव लड़ेंगे.

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