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कोटा के शिशु रोग विभाग को डॉ. जगदीश सिंह ने किया ज्वॉइन, विभागाध्यक्ष बनने से किया इंकार - कोटा न्यूज

कोटा के जेके लोन अस्पताल में लगातार हो रहीं बच्चों की मौत बाद एसएमएस मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विभाग के सीनियर ऑफिसर डॉक्टर जगदीश सिंह को कोटा भेजा गया है और उन्होंने बतौर सीनियर प्रोफेसर ज्वाइन भी कर लिया है. लेकिन, उन्होंने विभागाध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है.

कोटा न्यूज, kota news
डॉ. जगदीश सिंह ने किया कोटा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन
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Published : Jan 6, 2020, 11:01 PM IST

कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने जयपुर एसएमएस अस्पताल से जुड़े राजकीय एसआर चिकित्सालय सेठी कॉलोनी के अधीक्षक और एसएमएस मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विभाग के सीनियर ऑफिसर डॉक्टर जगदीश सिंह को कोटा भेजा है.

सोमवार को डॉ. जगदीश सिंह ने कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में बतौर सीनियर प्रोफेसर ज्वाइन भी कर लिया है. डॉ. जगदीश सिंह वर्तमान में विभागाध्यक्ष डॉ. एएल बैरवा सीनियर हैं, लेकिन उन्होंने विभागाध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है.

डॉ. जगदीश सिंह ने किया कोटा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन

उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताते हुए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना को इस संबंध में पत्र भी दे दिया है. डॉ. जगदीश सिंह ने कहा है कि वे कोटा मेडिकल कॉलेज में सेवाएं देंगे. व्यवस्थाओं को सुधारने में जुटे हैं, लेकिन वह डॉक्टर एएल बैरवा के हाथ मजबूत करने की बात उन्होंने कही है. साथ ही उन्होंने कहा है कि मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को डिपेंड करता है कि वह क्या डिसीजन लेते हैं.

पढ़ेंः पायलट के बयान से पता लगता है, कि गहलोत और उनके बीच कितनी दुश्मनी : हनुमान बेनीवाल

डॉ. जगदीश सिंह ने कहा है कि जल्द ही 4 नवनियुक्त सहायक आचार्य भी कोटा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन कर लेंगे. वह भी शिशु रोग विभाग को मजबूती प्रदान करेंगे. मेन पावर अच्छी होगी तो व्यवस्थाओं में और अच्छा सुधार होगा. डॉ. जगदीश सिंह ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखा है. पहले से काफी सुधारी गई है आज कोई अव्यवस्था का आलम मुझे नजर नहीं आया है. बता दें कि बीते 36 दिनों में जेके लोन अस्पताल में 112 बच्चों की मौत हुई है. जिसमें 80 के करीब नवजात बच्चे थे जो जन्म से लेकर 14 दिन तक के थे.

कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने जयपुर एसएमएस अस्पताल से जुड़े राजकीय एसआर चिकित्सालय सेठी कॉलोनी के अधीक्षक और एसएमएस मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विभाग के सीनियर ऑफिसर डॉक्टर जगदीश सिंह को कोटा भेजा है.

सोमवार को डॉ. जगदीश सिंह ने कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में बतौर सीनियर प्रोफेसर ज्वाइन भी कर लिया है. डॉ. जगदीश सिंह वर्तमान में विभागाध्यक्ष डॉ. एएल बैरवा सीनियर हैं, लेकिन उन्होंने विभागाध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है.

डॉ. जगदीश सिंह ने किया कोटा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन

उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताते हुए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना को इस संबंध में पत्र भी दे दिया है. डॉ. जगदीश सिंह ने कहा है कि वे कोटा मेडिकल कॉलेज में सेवाएं देंगे. व्यवस्थाओं को सुधारने में जुटे हैं, लेकिन वह डॉक्टर एएल बैरवा के हाथ मजबूत करने की बात उन्होंने कही है. साथ ही उन्होंने कहा है कि मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को डिपेंड करता है कि वह क्या डिसीजन लेते हैं.

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डॉ. जगदीश सिंह ने कहा है कि जल्द ही 4 नवनियुक्त सहायक आचार्य भी कोटा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन कर लेंगे. वह भी शिशु रोग विभाग को मजबूती प्रदान करेंगे. मेन पावर अच्छी होगी तो व्यवस्थाओं में और अच्छा सुधार होगा. डॉ. जगदीश सिंह ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखा है. पहले से काफी सुधारी गई है आज कोई अव्यवस्था का आलम मुझे नजर नहीं आया है. बता दें कि बीते 36 दिनों में जेके लोन अस्पताल में 112 बच्चों की मौत हुई है. जिसमें 80 के करीब नवजात बच्चे थे जो जन्म से लेकर 14 दिन तक के थे.

Intro:डॉ. जगदीश सिंह ने कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में बतौर सीनियर प्रोफेसर ज्वाइन भी कर लिया है. डॉ. जगदीश सिंह वर्तमान में विभागाध्यक्ष डॉ. एएल बैरवा सीनियर हैं, लेकिन उन्होंने विभागाध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है.







Body:कोटा.
कोटा के जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने जयपुर एसएमएस अस्पताल से जुड़े राजकीय एसआर चिकित्सालय सेठी कॉलोनी के अधीक्षक और एसएमएस मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विभाग के सीनियर ऑफिसर डॉक्टर जगदीश सिंह को कोटा भेजा है. आज डॉ. जगदीश सिंह ने कोटा मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में बतौर सीनियर प्रोफेसर ज्वाइन भी कर लिया है. डॉ. जगदीश सिंह वर्तमान में विभागाध्यक्ष डॉ. एएल बैरवा सीनियर हैं, लेकिन उन्होंने विभागाध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है. उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताते हुए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना को इस संबंध में पत्र भी दे दिया है. डॉ. जगदीश सिंह ने कहा है कि वे कोटा मेडिकल कॉलेज में सेवाएं देंगे. व्यवस्थाओं को सुधारने में जुटे हैं, लेकिन वह डॉक्टर एएल बैरवा के हाथ मजबूत करने की बात उन्होंने कही है. साथ ही उन्होंने कहा है कि मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को डिपेंड करता है कि वह क्या डिसीजन लेते हैं.


Conclusion:डॉ. जगदीश सिंह ने कहा है कि जल्द ही 4 नवनियुक्त सहायक आचार्य भी कोटा मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन कर लेंगे. वह भी शिशु रोग विभाग को मजबूती प्रदान करेंगे. मेन पावर अच्छी होगी तो व्यवस्थाओं में और अच्छा सुधार होगा. डॉ. जगदीश सिंह ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखा है. पहले से काफी सुधारी गई है आज कोई अव्यवस्था का आलम मुझे नजर नहीं आया है.
आपको बता दें कि बीते 36 दिनों में जेके लोन अस्पताल में 112 बच्चों की मौत हुई है. जिसमें 80 के करीब नवजात बच्चे थे जो जन्म से लेकर 14 दिन तक के थे.

बाइट-- जगदीश सिंह, वरिष्ठ आचार्य, शिशु रोग विभाग
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