कोटा. एथलेटिक्स संघ कोटा (Kota Athletics Association) की ओर से राज्य स्तरीय क्रॉस कंट्री दौड़ (state level cross country race) प्रतियोगिता का रविवार को महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में आयोजन हुआ. प्रतियोगिता में शामिल कई खिलाड़ियों पर डोपिंग के आरोप लगे हैं.
स्टेडियम के आसपास बड़ी मात्रा में स्टेरॉयड (steroids) के यूज किए गए इंजेक्शन के खाली रैपर मिले हैं. हालांकि आयोजकों ने दावा किया है कि ऐसा कुछ भी खिलाड़ियों ने नहीं किया है. डोपिंग रोकने के लिए टीम का गठन किया गया था.
स्टेडियम के पास मिले खाली रैपर
प्रत्यक्षदर्शी विपिन बरथुनिया का कहना है कि बड़ी मात्रा में खाली इंजेक्शन के रैपर स्टेडियम के आसपास थे. तभी मैंने एक रैपर को उठाकर उसकी पड़ताल की, तो सामने आया कि यह स्टेरॉयड के ही इंजेक्शन हैं. पहले कभी भी इस तरह के रैपर स्टेडियम के आसपास नहीं मिले हैं. स्टेरॉयड इंजेक्शन के खाली रैपर के बारे में मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग प्रोफेसर डॉ. सीपी मीणा का कहना है कि यह नेडरोनॉल हार्मोन के इंजेक्शन (Nedernol hormone injections) हैं.
स्टेरॉयड बढ़ाते हैं स्टैमिना
इन्हें आम भाषा में स्टेरॉयड कहां जाता है. जो कि कमजोर मरीजों को दिए जाते हैं. जिससे उन्हें थोड़ी ताकत मिलती है. एथलेटिक्स इनका उपयोग करते हैं तो यह उनके स्टैमिना को एकदम से बढ़ाने का काम करता है.
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जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव राकेश शर्मा का कहना है कि उन्होंने स्टेडियम को पहले ही ब्लॉक करवा दिया था. जहां स्टोराइट के यूज किए गए रैपर मिले हैं उस एरिया को खोला ही नहीं गया था.
साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में एथलेटिक संघ ने स्टेरॉयड के उपयोग को रोकने के लिए एज वेरिफिकेशन और डोपिंग कमेटी का भी गठन किया था. उन्होंने दावा किया है कि किसी भी खिलाड़ी ने इस तरह के स्टेरॉइड के इंजेक्शन उपयोग में नहीं लिए हैं. राजस्थान के 33 जिलों से 650 एथलीट ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया है. इसमें दो, चार, छह, आठ और 10 किलोमीट की पांच श्रेणियों में दौड़ आयोजित की गई है.