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हाड़ौती में पुलिस की 5 District स्पेशल टीमें गठित, माफिया और गैंग्स के खिलाफ करेगी कार्रवाई

कोटा रेंज में माफियाओं और संगठित अपराधों को रोकने के लिए जिला स्तर पर पुलिस की एक विशेष टीम तैयार की गई है. 5 टीमें गठित की गईं हैं, जिनका सुपरविजन खुद कोटा रेंज के डीआईजी रविदत्त गौड़ करेंगे. इसके लिए अलग से सेल कोटा रेंज आईजी ऑफिस में बनाई गई है. इसमें कोटा शहर, कोटा ग्रामीण, बारां, झालावाड़ और बूंदी की विशेष टीम शामिल है.

police special team formed in kota, कोटा में स्पेशल जिला टीमों का गठन
कोटा में पुलिस की स्पेशल टीमों का गठन
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Published : Jan 10, 2020, 2:27 PM IST

कोटा. माफियाओं और संगठित अपराधों को रोकने के लिए अब हर जिला स्तर पर पुलिस की एक विशेष टीम तैयार हो रही है. जिसमें 15 सदस्य होंगे. यह संगठित अपराधों को रोकने के लिए काम करेंगे. साथ ही माफिया और जितनी भी गैंग संचालित हो रहीं हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.

कोटा में पुलिस की स्पेशल टीमों का गठन

बता दें, कि कोटा रेंज में 5 जिले आते हैं. ऐसे में 5 टीमें गठित की गई है. जिनका सुपरविजन खुद कोटा रेंज के डीआईजी रविदत्त गौड़ करेंगे. इसके लिए अलग से सेल कोटा रेंज आईजी ऑफिस में बनाई गई है. इसमें कोटा शहर, कोटा ग्रामीण, बारां, झालावाड़ और बूंदी की विशेष टीम शामिल है. इन सभी टीमों की ट्रेनिंग सोमवार से कोटा ग्रामीण के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में होगी. जहां पर पांचों जिलों के एसपी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही कोटा रेंज के प्रभारी और एडीजी श्रीनिवास जंगा भी कोटा पहुंचेंगे. इसके बाद उस टीम को झालावाड़ में भी ट्रेनिंग दी जाएगी.

तस्करी के नेटवर्क और माफियाओं को खत्म करना उद्देश्य

डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया, कि संगठित अपराध जो पहले हुए हैं या अब हो रहे हैं. उनके बारे में इन्वेस्टिगेशन करना और राय देने का काम टीम करेगी. रेंज में कितने माफिया और कितनी गैंग्स संचालित हो रही है. इनके गैंग लीडर और सदस्य कौन-कौन हैं, वह किस तरह से एक्टिविटी चला रहे हैं. जेल में बंद हैं या वांटेड हैं या फिर फरार चल रहे हैं. इन सब पर जानकारी निकाली जाएगी. हाड़ौती में अधिकांश भूमाफिया या खनन माफिया सक्रिय हैं. इसके अलावा तस्करों पर भी यह टीमें कार्रवाई करेगी.

ये पढ़ेंः Viral audio: ...जब कैदी ने मांगी रंगदारी, Hello आपका...? जेल में है, रुपए कल्लू को दे दो

15 सदस्य की होगी प्रत्येक टीम

डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया कि जिला स्तर पर गठित टीमों में 15 सदस्य होंगे. जिसमें कांस्टेबल और हैड कांस्टेबल शामिल है, जो अपराधों को रोकने और इंटेलिजेंस कनेक्शन में होशियार हैं. जिन्हें पूरे एरिया की जानकारी है. क्राइम माफियाओं के बारे में वे तफ्तीश कर सकते हैं और इस तरह का इंटरेस्ट भी रखते हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए इनका एक टीम लीडर भी बनाया जाएगा. जो पुलिस निरीक्षक स्तर का अधिकारी होगा और इन सभी टीमों की मॉनिटरिंग रेंज आईजी स्तर पर होगी. एडिशनल एसपी इनकी डे-टु-डे वर्किंग का सुपरविजन करेंगे.

ये पढ़ेंः कोटा: श्रवण लाल लश्करी हत्याकांड में पुलिस के हाथ खाली, पत्नी और बेटों का होगा नार्को टेस्ट

कोटा शहर में महावीर सिंह यादव बने प्रभारी

कोटा जिले में डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम का प्रभारी डीएसपी इंचार्ज महावीर सिंह यादव को बनाया है. इसके साथ उनकी टीम में एक सहायक उपनिरीक्षक, 6 हैड कांस्टेबल सहित 7 कॉस्टेबल शामिल है. यह टीम रोजाना विभिन्न थानों के में संगठित अपराधों में माफियाओं की मॉनिटरिंग कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.

कोटा. माफियाओं और संगठित अपराधों को रोकने के लिए अब हर जिला स्तर पर पुलिस की एक विशेष टीम तैयार हो रही है. जिसमें 15 सदस्य होंगे. यह संगठित अपराधों को रोकने के लिए काम करेंगे. साथ ही माफिया और जितनी भी गैंग संचालित हो रहीं हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.

कोटा में पुलिस की स्पेशल टीमों का गठन

बता दें, कि कोटा रेंज में 5 जिले आते हैं. ऐसे में 5 टीमें गठित की गई है. जिनका सुपरविजन खुद कोटा रेंज के डीआईजी रविदत्त गौड़ करेंगे. इसके लिए अलग से सेल कोटा रेंज आईजी ऑफिस में बनाई गई है. इसमें कोटा शहर, कोटा ग्रामीण, बारां, झालावाड़ और बूंदी की विशेष टीम शामिल है. इन सभी टीमों की ट्रेनिंग सोमवार से कोटा ग्रामीण के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में होगी. जहां पर पांचों जिलों के एसपी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही कोटा रेंज के प्रभारी और एडीजी श्रीनिवास जंगा भी कोटा पहुंचेंगे. इसके बाद उस टीम को झालावाड़ में भी ट्रेनिंग दी जाएगी.

तस्करी के नेटवर्क और माफियाओं को खत्म करना उद्देश्य

डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया, कि संगठित अपराध जो पहले हुए हैं या अब हो रहे हैं. उनके बारे में इन्वेस्टिगेशन करना और राय देने का काम टीम करेगी. रेंज में कितने माफिया और कितनी गैंग्स संचालित हो रही है. इनके गैंग लीडर और सदस्य कौन-कौन हैं, वह किस तरह से एक्टिविटी चला रहे हैं. जेल में बंद हैं या वांटेड हैं या फिर फरार चल रहे हैं. इन सब पर जानकारी निकाली जाएगी. हाड़ौती में अधिकांश भूमाफिया या खनन माफिया सक्रिय हैं. इसके अलावा तस्करों पर भी यह टीमें कार्रवाई करेगी.

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15 सदस्य की होगी प्रत्येक टीम

डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया कि जिला स्तर पर गठित टीमों में 15 सदस्य होंगे. जिसमें कांस्टेबल और हैड कांस्टेबल शामिल है, जो अपराधों को रोकने और इंटेलिजेंस कनेक्शन में होशियार हैं. जिन्हें पूरे एरिया की जानकारी है. क्राइम माफियाओं के बारे में वे तफ्तीश कर सकते हैं और इस तरह का इंटरेस्ट भी रखते हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए इनका एक टीम लीडर भी बनाया जाएगा. जो पुलिस निरीक्षक स्तर का अधिकारी होगा और इन सभी टीमों की मॉनिटरिंग रेंज आईजी स्तर पर होगी. एडिशनल एसपी इनकी डे-टु-डे वर्किंग का सुपरविजन करेंगे.

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कोटा शहर में महावीर सिंह यादव बने प्रभारी

कोटा जिले में डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम का प्रभारी डीएसपी इंचार्ज महावीर सिंह यादव को बनाया है. इसके साथ उनकी टीम में एक सहायक उपनिरीक्षक, 6 हैड कांस्टेबल सहित 7 कॉस्टेबल शामिल है. यह टीम रोजाना विभिन्न थानों के में संगठित अपराधों में माफियाओं की मॉनिटरिंग कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.

Intro:कोटा रेंज में 5 जिले आते हैं. ऐसे में 5 टीमें गठित की गई है. जिनका सुपरविजन खुद कोटा रेंज के डीआईजी रविदत्त गौड़ करेंगे. इसके लिए अलग से सेल कोटा रेंज आईजी ऑफिस में बनाई गई है. इसमें कोटा शहर, कोटा ग्रामीण, बारां, झालावाड़ और बूंदी की विशेष टीम शामिल है. इन सभी टीमों की ट्रेनिंग सोमवार से कोटा ग्रामीण के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में होगी जहां पर पांचों पुलिस जिलों के एसपी भी मौजूद रहेंगे.


Body:कोटा.
माफियाओं और संगठित अपराधों को रोकने के लिए अब हर जिला स्तर पर पुलिस की एक विशेष टीम तैयार हो रही है. जिसमें 15 सदस्य होंगे. यह संगठित अपराधों को रोकने के लिए काम करेंगे. साथ ही माफिया और जितनी भी गैंग संचालित हो रही है. उनको खत्म करने और उनके खिलाफ कार्यवाही करेंगे. कोटा रेंज में 5 जिले आते हैं. ऐसे में 5 टीमें गठित की गई है. जिनका सुपरविजन खुद कोटा रेंज के डीआईजी रविदत्त गौड़ करेंगे. इसके लिए अलग से सेल कोटा रेंज आईजी ऑफिस में बनाई गई है. इसमें कोटा शहर, कोटा ग्रामीण, बारां, झालावाड़ और बूंदी की विशेष टीम शामिल है. इन सभी टीमों की ट्रेनिंग सोमवार से कोटा ग्रामीण के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में होगी जहां पर पांचों पुलिस जिलों के एसपी भी मौजूद रहेंगे. साथी कोटा रेंज के प्रभारी व एडीजी श्रीनिवास जंगा भी कोटा पहुंचेंगे. इसके बाद उस टीम को झालावाड़ में भी ट्रेनिंग दी जाएगी.

तस्करी के नेटवर्क और माफियाओं को खत्म करना उद्देश्य
डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया कि संगठित अपराध जो पहले हुए हैं या अब हो रहे हैं. उनके बारे में इन्वेस्टिगेशन करना और राय देने का काम टीम करेगी. रेंज में कितने माफिया और कितनी गैंग्स संचालित हो रही है, इनके गैंग लीडर और सदस्य कौन-कौन है, वह किस तरह से एक्टिविटी चला रहे हैं, जेल में बंद है या वांटेड है या फिर फरार चल रहे हैं. हाड़ौती में अधिकांश भूमाफिया या खनन माफिया सक्रिय है. इसके अलावा तस्करों पर भी यह टीमें कार्रवाई करेगी.

15 सदस्य की होगी प्रत्येक टीम
डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया कि जिला स्तर पर गठित टीमों में 15 सदस्य होंगे. जिसमें कांस्टेबल व हैड कांस्टेबल शामिल है, जो अपराधों को रोकने और इंटेलिजेंस कनेक्शन में होशियार हैं. जिन्हें पूरे एरिया की जानकारी है. क्राइम माफियाओं के बारे में वे तफ्तीश कर सकते हैं और इस तरह का इंटरेस्ट भी रखते हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए इनका एक टीम लीडर भी बनाया जाएगा. जो पुलिस निरीक्षक स्तर का अधिकारी होगा और इन सभी टीमों की मॉनिटरिंग रेंज आईजी स्तर पर होगी. एडिशनल एसपी इनकी डे-टु-डे वर्किंग का सुपरविजन करेंगे.


Conclusion:कोटा शहर में महावीर सिंह यादव बने प्रभारी
कोटा जिले में डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम का प्रभारी डीएसपी इंचार्ज महावीर सिंह यादव को बनाया है. इसके साथ उनकी टीम में एक सहायक उपनिरीक्षक, 6 हैड कांस्टेबल सहित 7 कॉस्टेबल शामिल है. यह टीम रोजाना विभिन्न थानों के में संगठित अपराधों में माफियाओं की मॉनिटरिंग कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.


बाइट का क्रम

बाइट-- रविदत्त गौड़, डीआईजी कोटा रेंज
बाइट-- रविदत्त गौड़, डीआईजी कोटा रेंज
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