कोटा. शहर जेके लोन अस्पताल में शिशुओं की मौत के मामले में रविवार को जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने अस्पताल की व्यवस्थाओं का दौरा कर जायजा लिया. इसके साथ ही अधिकारियों की बैठक कर जे.के लोन अस्पताल परिसर में 150 बेड का नया भवन बनाने की भी बात कही. वहीं इमरजेंसी के पास सीढ़ियों के पास कचरा देख अधिकारियों को फटकार लगाई.
पीडब्ल्यूडी और चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ की बैठक
जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत को संवेदनशील मानते हुए जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने व्यवस्थाओं को लेकर पीडब्ल्यूडी और चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक कर अस्पताल परिसर का दौरा किया. वही इमरजेंसी वार्ड के पास सीढ़ियों के पास में जमा कचरे को देखकर अधिकारियों को फटकार लगाई. जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने बताया कि अस्पताल में उपकरण और डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर्याप्त हो गए है. इसके साथ ही एक नया यूनिट NICU का 12 बेड का तैयार हो रहा है. उन्होंने अस्पताल के विस्तार के लिए बताया कि 150 बेड का नया अस्पताल का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जा रहा है.
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जिला कलेक्टर ने भी माना केंद्रीय टीम ने माईनस पॉइंट दिये है
जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने जांच टीम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को फेल बताया था यह सत्य बात है, लेकिन किसी मेडिकल कालेज में ईः उपकरण करके सॉफ्टयार नहीं है और जो सीएमएचओं के अंतर्गत आते हैं उनमें ईः उपकरण का सॉफ्टवेयर दिया हुआ है. जोकि इसका ठेका एक कम्पनी को दिया हुआ.
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में यह व्यवस्था सेंट्रलाइज तौर पर नहीं है. इसके लिए के चिकित्सा सचिव से भी इस संबध में बात की. उन्होंने कहा कि उपकरणों को लगभग मेंटिनेंस के लिये ठेके पर दे दिए इसके अलावा जल्द ही सारे उपकरण ठेके पर दे देंगे. वहीं मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना ने कहा कि अस्पताल में जितने भी पीडब्लूडी के जरिये जितने भी काम अस्पताल में हो रहे है, उनके बारे में चर्चा हुई. वहीं नए कामों का भी प्रस्ताव बनाकर जल्द राज्य सरकार को भेजेंगे. जिससे जल्दी अस्पताल में काम हो सके.