कोटा. डीजी होमगार्ड से डीजी जेल के पद पर स्थानांतरित राजीव दासोत आज कोटा दौरे पर पहुंचे. यहां पर वे होमगार्ड कमांडेंट गए और वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. डीजी होमगार्ड राजीव दासोत ने कहा कि मुझे खुशी है कि बीते 6 महीने से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था. उसको सरकार ने मेरे स्थानांतरण से एक दिन पहले ही अनुमति दे दी. होमगार्डों का जो भत्ता बरसों से 100 रुपए रोज था, उसे बढ़ाकर 200 रुपए रोज कर दिया है. प्रदेश में 30,000 होमगार्ड के वॉलिंटियर्स हैं. सरकार के सामने कोविड-19 को लेकर वित्तीय समस्याएं भी थीं, लेकिन सरकार ने इस निर्णय को जवानों के हित में किया है.
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ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह मेरी फेयरवेल विजिट जैसी ही है. यहां की कमांडेंट माधोराम लगातार आग्रह कर रहे थे, ट्रेनिंग सेंटर को जवानों के कल्याण के लिए काफी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है. यूआईटी से भी सहयोग लिया गया. इसके अलावा डायरेक्टरेट से भी वेलफेयर फंड से पैसा लिया है. खुशी की बात है कि वॉलिंटियर्स ने खुद भी कंट्रीब्यूट किया है. इन सबकी इच्छा थी कि मैं कोटा आ कर देखूं, कैंपस का किस तरह से जीर्णोद्धार हुआ है. वहीं, फेयरवेल पार्टी के लिए सभी जगह आग्रह मिल रहा था, लेकिन सभी जगह जाना पॉसिबल नहीं है.
उन्होंने कहा कि अब डीजी जेल की जिम्मेदारी मिली है, उसे एक-दो दिन में संभालेंगे, अभी उस पर बोलना उचित नहीं रहेगा. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है. हर जगह पर चुनौतियां होती है और अगर हम ठान ले तो हर जगह सुधार की गुंजाइश है.