कोटा. शहर में नगर विकास न्यास 1500 करोड़ रुपए से ज्यादा के विकास कार्य करवा रहा है. इसके चलते शहर के अधिकांश सड़क मार्ग खुदे हुए हैं और वहां पर अब तेज गति से निर्माण भी जारी है. इस निर्माण के चलते कई रास्तों को डायवर्ट किया गया है. साथ ही कई मार्गों को यूआईटी ने बंद कर दिया है.
दरअसल, शहर के केनाल रोड, इंदिरा गांधी सर्किल से घोड़े वाला बाबा चौराहा मार्ग, अग्रसेन बाजार, एरोड्रम के आसपास, गोबरिया बावड़ी एरिया, केशवपुरा चौराहा के मार्केट में कार्य चल रहा है. ऐसे में वहां की सड़कें पूरी तरह से खुदी हुई है. यूआईटी के सचिव राजेंद्र सिंह कैन का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में आम नागरिकों और व्यापारियों को समस्या नहीं हो इसके लिए अभियंताओं को निर्देश दिए हैं. जिससे की निर्माण साइट की सड़कें ठीक की जा सके.
अतिक्रमण भी बढ़ा रहा समस्या
डायवर्जन के चलते सिंगल रोड से ही यातायात को निकाला जा रहा है, लेकिन अतिक्रमण सड़कों पर होने के चलते वहां से निकलने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग अपने वाहन सड़कों पर खड़ा कर देते हैं या फिर सामानों को भी दुकानों के बाहर रख देते हैं. इसके चलते डायवर्जन की गई सड़क सकरी हो जाती है.
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रास्ता बंद होने से नहीं पहुंच रहे ग्राहक
व्यापारियों का यह तो कहना है कि विकास जरूरी है, निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तो उन्हें ही सहूलियत होगी. लेकिन निर्माण धीमी गति से चल रहा है. इसके चलते उनका व्यापार पूरी तरह से ठप है. आवागमन के दौरान समस्या आ रही है. स्थानीय नागरिकों का भी कहना है कि निकलने के दौरान कई रास्ते अचानक से बंद कर दिए जाते हैं. ऐसे में अब परेशानी हो रही है. अग्रसेन और बजाजखाना बाजार इलाके में पूरी सड़क खोद दी गई है. पाइपलाइन ने टूट जाने से पानी खुदी सड़क पर फैल गया है. इसके चलते दुकानों से सामान लेकर जाने वाले ठेला चालकों और मजदूरों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
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छोटी थड़ी वालों का व्यापार हुआ बंद
केनाल रोड पर मिस्त्री से लेकर खाने पीने की छोटी थड़ी लगाने वाले उन लोगों का व्यापार बंद जैसा ही है. इन लोगों का कहना है कि पहले तो 3 महीने लॉकडाउन के चलते उनका व्यापार प्रभावित हुआ और अब कार्य निर्माण के चलते उनका व्यापार बंद है. रास्ता नहीं होने के चलते लोग उनकी दुकानों तक ही नहीं पहुंच पा रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य थोड़ी तेजी से चलना चाहिए, ताकि समस्या उनके व्यापार को लेकर नहीं आए.
दुर्घटनाएं भी हो रही, लोग फिसल कर गिर रहे हैं
डायवर्जन की गई सड़कों पर पानी भी बढ़ जाता है और बारिश आने पर पर्सनल हो जाती है. ऐसे में कीचड़ होने से यहां पर वाहन के फिसलने पर चलने पर लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं. इसके अलावा पैदल चल रहे राहगीरों को भी सिंगल रोड पर ही चल रहे वाहनों से दुर्घटना का खतरा है.