ETV Bharat / city

डिप्टी सीएम, चिकित्सा मंत्री के दौरे के बाद भी नहीं थम रहा जेके लोन में मौत का सिलसिला, 4 और बच्चों ने दम तोड़ा, अबतक 110 की मौत - डिप्टी सीएम और चिकित्सा मंत्री

कोटा शहर के जेके लोन अस्पताल में शनिवार को 4 और बच्चों की मौत हो गई. जिससे 35 दिनों में बच्चों की मौत का आंकड़ा 110 पहुंच गया है.

JK Lone Hospital, जेके लोन अस्पताल, kota latest news, कोटा न्यूज, बच्चों की मौत का आंकड़ा 110,Death toll of children reached 110, डिप्टी सीएम और चिकित्सा मंत्री,  कोटा अस्पताल
जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 110 पर पहुंचा
author img

By

Published : Jan 5, 2020, 7:51 AM IST

Updated : Jan 5, 2020, 8:39 AM IST

कोटा. प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी जेके लोन अस्पताल में दौरा करके जा चुके हैं और व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दे चुके हैं. इसके बावजूद भी बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 35 दिनों में 110 तक पहुंच गया है.

जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 110 पर पहुंचा

बता दें, कि शनिवार को चार बच्चों की और मौत हो गई. इनमें से तीन बच्चे NICU और एक बच्चा PICU में भर्ती था. मरने वाले बच्चों में बारां जिले के शाहबाद निवासी द्रोपती का बच्चा शामिल है. द्रोपती ने जेके लोन अस्पताल में ही बच्चे को जन्म दिया था.

उसके पति कन्हैया लाल का कहना है, कि बच्चे को मशीन में रखा हुआ था और मशीन भी दो से तीन बार बंद हुई थी. जिसकी जानकारी उसने स्टाफ को दी और कुछ घंटों बाद बच्चे की मौत हो गई.

यह भी पढे़ं- पायलट ने सही कहा, सरकार ले जिम्मेदारी, देखें पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का Exclusive Interview

टीम ने हाइपोथर्मिया को बताया बच्चों की मौत का कारण

लगातार हो रही बच्चों की मौत के कारण केंद्र सरकार ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से एक टीम को गठित कर कोटा भेजा है. ये टीम बच्चों की मौत के कारणों की पड़ताल में जुटी हुई है. फिलहाल हाइपोथर्मिया को ही बच्चों की मौत का कारण बताया जा रहा है. हालांकि बच्चों की मौत का जायजा लेने पहुंची टीम और कारणों की पड़ताल कर अपनी रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेगी.

कोटा. प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी जेके लोन अस्पताल में दौरा करके जा चुके हैं और व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दे चुके हैं. इसके बावजूद भी बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 35 दिनों में 110 तक पहुंच गया है.

जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 110 पर पहुंचा

बता दें, कि शनिवार को चार बच्चों की और मौत हो गई. इनमें से तीन बच्चे NICU और एक बच्चा PICU में भर्ती था. मरने वाले बच्चों में बारां जिले के शाहबाद निवासी द्रोपती का बच्चा शामिल है. द्रोपती ने जेके लोन अस्पताल में ही बच्चे को जन्म दिया था.

उसके पति कन्हैया लाल का कहना है, कि बच्चे को मशीन में रखा हुआ था और मशीन भी दो से तीन बार बंद हुई थी. जिसकी जानकारी उसने स्टाफ को दी और कुछ घंटों बाद बच्चे की मौत हो गई.

यह भी पढे़ं- पायलट ने सही कहा, सरकार ले जिम्मेदारी, देखें पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का Exclusive Interview

टीम ने हाइपोथर्मिया को बताया बच्चों की मौत का कारण

लगातार हो रही बच्चों की मौत के कारण केंद्र सरकार ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से एक टीम को गठित कर कोटा भेजा है. ये टीम बच्चों की मौत के कारणों की पड़ताल में जुटी हुई है. फिलहाल हाइपोथर्मिया को ही बच्चों की मौत का कारण बताया जा रहा है. हालांकि बच्चों की मौत का जायजा लेने पहुंची टीम और कारणों की पड़ताल कर अपनी रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपेगी.

Intro:प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी दौरा करके जा चुके हैं और व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी बच्चों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. यह बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 35 दिनों में 110 बच्चों तक पहुंच गया है.


Body:कोटा.
कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के कारण पूरे देश भर में छाया हुआ. हमें यहां पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी दौरा करके जा चुके हैं और व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी बच्चों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. यह बच्चों की मौत का आंकड़ा बीते 35 दिनों में 110 बच्चों तक पहुंच गया है. जिनमें चार बच्चों की मौत शनिवार को पूरे दिन में हुई है. इनमें से तीन बच्चे एनआईसीयू और एक बच्चा पीआईसीयू में भर्ती था. मरने वाले बच्चों में बारां जिले के शाहबाद जिले शाहबाद निवासी द्रोपती का बच्चा शामिल है. द्रोपती ने जेके लोन अस्पताल में ही बच्चे को जन्म दिया था. उसके पति कन्हैया लाल का कहना है कि बच्चे को मशीन में रखा हुआ था और मशीन भी दो से तीन बार बंद हुई. वह जाकर स्टाफ से कह कर आया था. बड़ी मुश्किल से आया और कुछ घंटों बाद बच्चे की मौत हो गई.




Conclusion:टीम ने बच्चों की मौत को हाइपोथर्मिया के कारण माना
लगातार हो रही बच्चों की मौत के कारण भी केंद्र सरकार ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से एक टीम को गठित कर कोटा भेजा है. जो भी बच्चों की मौत के कारणों की पड़ताल में जुटी हुई है. प्रथम बस दिया उन्होंने भी हाइपोथर्मिया को ही बच्चों की मौत का कारण बताया है. हालांकि बच्चों की मौत का जायजा लेने पहुंची टीम और कारणों की पड़ताल करने वाली टीम अपनी रिपोर्ट को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी गई.
Last Updated : Jan 5, 2020, 8:39 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.