कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश की सेंट्रल-यूनिवर्सिटीज के अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET 2022) का नोटिफिकेशन आज जारी किया है. परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 2 अप्रैल (cuet 2022 application process) से शुरू होगी जिसकी आखिरी तारीख 30 अप्रैल है. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि सीयूईटी 2022 का आयोजन 13 भाषाओं में कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड पर किया जाएगा. परीक्षा एमसीक्यू बेस्ड होगी जिसमें कुल (cuet 2022 exam pattern) तीन सेक्शन होंगे.
तीन सेक्शन में होगी परीक्षा: परीक्षा पेपर के पहले सेक्शन में लैंग्वेज टेस्ट होगा. इस सेक्शन के 50 में 40 प्रश्न करने होंगे. दूसरा सेक्शन सब्जेक्ट स्पेसिफिक होगा. इस सेक्शन में भी 50 से 40 प्रश्न हल करने होंगे. पहले और दूसरे सेक्शन की समय सीमा 45 मिनट होगी. तीसरा सेक्शन जनरल सेक्शन होगा. इसमें 75 में से विद्यार्थियों को कोई 60 प्रश्न 60 मिनट में हल करने होंगे. इन प्रश्नों का स्तर 12वीं बोर्ड एनसीईआरटी सिलेबस के अनुरूप होगा. हालांकि मार्किंग स्कीम की जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई है.
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एक्सपर्ट की राय: देव शर्मा ने बताया की CUET 2022 के आयोजन से स्कूली और कॉलेज शिक्षा दोनों में ही सकारात्मक बदलाव होंगे. इसमें सफलता के लिए विद्यार्थियों को केवल विषय विशेष की जगह लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग और जनरल मैथमेटिक्स के स्तर को भी सुधारना होगा. वर्तमान समय में स्कूली विद्यार्थियों की लैंग्वेज और जनरल मैथमेटिक्स पर पकड़ अच्छी नहीं कही जा सकती. इसीलिए परीक्षा के पैटर्न में करंट अफेयर्स, न्यूमेरिकल एबिलिटी, और रीजनिंग को भी महत्व दिया गया है.
परीक्षा पैटर्न में जनरल स्टडीज के सेक्शन 3 से सर्वाधिक 60 प्रश्न विद्यार्थियों को हल करने है, जबकि लैंग्वेज के सेक्शन और सब्जेक्ट स्पेसिफिक सेक्शन से विद्यार्थियों को 40- 40 प्रश्न ही करने होंगे. पैटर्न से साफ है कि विद्यार्थियों को करंट अफेयर्स, लॉजिकल रीजनिंग और न्यूमेरिकल एबिलिटी पर ध्यान देना होगा. जिससे क्रिएटिव और लॉजिकल थिंकिंग इंप्रूव होगी. इसके साथ ही देश की सेंट्रल यूनिवर्सिटीज को बेहतर विद्यार्थी प्राप्त होंगे. यहां से पास आउट विद्यार्थी और बेहतर होंगे. CUET 2022 के आयोजन से स्कूली शिक्षा के स्तर में भी सुधार होगा. विद्यार्थियों की स्कूली शिक्षा में रुचि बढ़ेगी, डमी स्कूलिंग पर रोक लगेगी.