कोटा. कोरोना संक्रमण के बीच भारत की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे अब पटरी पर आ रही है. वहीं यात्रियों की भार को देखते हुए कोटा रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही बढ़ गई है. ऐसे में कोरोना कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ. रूद्राक्ष गौतम ने शनिवार को रेलवे स्टेशन पर कोरोना स्क्रीनिंग और सैंपलिंग संबंधित व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और बताया कि मेडिकल प्रशासन की टीम कोटा की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सजग है.
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रेलवे स्टेशन पर शुरू किया कोरोना कंट्रोल रूम
कोटा आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही हैं. कोई भी व्यक्ति जो कंटेनमेंट जोन से आता है या हाई रिस्क ग्रुप में होता है या थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान उसका तापमान बढ़ा हुआ पाया जाता है, तो उसकी सैम्पलिंग की जा रही है. इस दौरान उन्होंने स्क्रीनिंग और सैम्पलिंग करने की सही तकनीक को बताया. वहीं सैम्पलिंग देते समय ना घबराने के लिए भी समझाया.
कोटा वासियों को रेड जोन से ऑरेंज जोन में आने की दी बधाई
कोरोना कंट्रोल रूम प्रभारी डॉक्टर रुद्राक्ष गौतम ने सबसे पहले कोटावासियों को ऑरेंज जोन में आने के लिए बधाई दी और आगे भी इसी तरह सावधान रहने के लिए बोला. डॉ. रुद्राक्ष ने बताया कि बाहर से आने वाले यात्रियों को कोटा में आने से पहले सैंपलिंग करना जरूरी है. जिससे आने वाले समय में क्लस्टर ना मिले.
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इसके लिए 4 टीम स्टेशन पर 24 घंटे कार्यरत है. यहां मुख्य रूप से नेजा फैरिंजीयल रूट को ही फ्लोव किया जा रहा है. क्योंकि उसकी सेंसटिविटी 84 प्रतिशत है. मौके पर डॉ. राजेश समर भी उपस्थित रहे. उन्होंने भी कोटा की जनता से सोशल डिस्टेंसिंग और जब तक जरूरी काम ना हो, घर पर ही रहने की अपील की.