कोटा. कोविड 19 महामारी के चलते चिकित्सा व्यवस्था पहले ही बेपटरी है. जेके लोन अस्पताल के संविदा कार्मिकों ने भुगतान नहीं होने के चलते सोमवार को हड़ताल की. इस दौरान कार्मिक घंटों अस्पताल के बाहर ही बैठे रहे. इन संविदा कार्मिकों का कहना है कि उन्हें 2 महीने से वेतन नहीं मिला है. साथ ही उनका प्रोविडेंट फंड का पैसा भी बीते एक-डेढ़ साल से जमा नहीं हो रहा है. इन कार्मिकों के हड़ताल पर उतर जाने के चलते अस्पताल में मरीजों को खासी परेशानी हो रही है. मरीजों की लंबी लंबी कतारें लग गई है.
संविदा कर्मियों की शिकायत है कि दिवाली का त्योहार आ रहा है, लेकिन घर का खर्चा चलाने में उन्हें दिक्कत आ रही है. उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलेगा वे काम पर नहीं लौटेंगे. इस मामले को लेकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा का कहना है कि ये उनके अधीक्षक बनने के पहले के पीएफ का मामला है. इस मामले की जांच करवाई जा रही है. साथ एक कमेटी बना दी गई है जिसके अनुसार ठेकेदार का बकाया हमारे पास जमा है उसके हिसाब से ही पैसा इन लोगों का दिया जाएगा.
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वहीं, हड़ताल की सूचना पर पुलिस उप अधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ भी जाब्ता लेकर मौके पर पहुंचे और संविदाकर्मियों की मांग सुनी. पुलिस उप अधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ ने मौके पर ही अस्पताल अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा को बुलाया और ठेकेदार के मैनेजर से जल्द भुगतान की हिदायत दिलवाई. शीघ्र वेतन नहीं मिलने पर एफआईआर करवाने और आरोपी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.