कोटा. राजस्थान में सत्ता को लेकर गतिरोध जारी है. कांग्रेस के अंदरूनी कलह के चलते विधायकों की बाड़ेबंदी राजधानी जयपुर में हो रही है. इसके अलावा कुछ विधायक बाड़ेबंदी में नहीं पहुंचे हैं. हालांकि कोटा शहर कांग्रेस कमेटी ने कोटा में जश्न मनाया है.
उनका दावा है कि सोमवार सुबह हुई विधायकों की बैठक में 100 से ज्यादा विधायक पहुंचे हैं. ऐसे में सरकार पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. कांग्रेस नेताओं ने जश्न के दौरान आतिशबाजी भी की और जमकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में नारेबाजी की.
शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने साफ कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर अपना वर्चस्व दिखाने में कामयाब हुए हैं. उन्हें पार्टी की हाईकमान ने राजस्थान की जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसको सफलता से सरकार चलाते हुए निभा रहे हैं. साथ ही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में बैठकर, जो राजस्थान के सरकार को गिराने का षडयंत्र रचा था. उसमें भी पार नहीं पाए हैं.
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पीसीसी के सचिव डॉ. जफर मोहम्मद ने कहा कि केंद्र सरकार ने ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स को राजस्थान के सरकार गिराने में लगा दिया, जो कि ओछी राजनीति का पर्याय है. जिस तरह से चुन-चुनकर कांग्रेस के नेताओं के यहां इनकम टैक्स की रेड डाली गई है, यह ज्यादती और सत्ता का दुरुपयोग ही है, क्योंकि सत्ता हथियाने के लिए भारतीय जनता पार्टी जुटी हुई है. इस प्रदर्शन के दौरान युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विजय सिंह राजू, प्रदेश महासचिव यश मालवीय और अभिमन्यु सुराणा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता मौजूद रहे.