कोटा. प्रदेश में सियासी घमासान के बीच राज्य सरकार ने 31 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करते हुए भेजे गए पुनः प्रस्ताव में भी राज्यपाल द्वारा आपत्ति उठाई गई है. उसके बाद प्रदेश भर में एक बार फिर कांग्रेसी भड़क उठे. कांग्रेसियों ने कई जगहों पर धरना प्रदर्शन कर अपना आक्रोश दर्ज करवाया. इतना ही नहीं कोटा में तो एक कांग्रेसी कार्यकर्ता ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर आत्मदाह करने की भी कोशिश की, जिसे मौके पर ही मौजूद पुलिस ने विफल कर दिया.
कांग्रेसी कार्यकर्ता विपिन बरथुनिया ने बताया कि 70 साल में जो हालात देश के हो रहे हैं. ऐसा इतिहास में पहली बार हो रहा है. इसको लेकर देश में कई जगह कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा क्यों न हम आत्मदाह कर लें, जिससे नौजवान युवा पीढ़ी ही खत्म हो जाए. बरथुनिया ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर भी सोच रहे होंगे कि हमने ऐसा संविधान ही क्यों बनाया, जिसको लोग तार-तार कर रहे हैं.
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विपिन बरथुनिया ने बताया कि राजस्थान के राज्यपाल इक्कीस दिन का कहकर हठधर्मिता अपना रहे हैं. वे विधानसभा सत्र चलाने की अनुमित नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सविंधान बलिदान मांग रहा है. कोटा में ही नहीं देश में कहीं भी कोई कार्यकर्ता आत्मदाह करेगा. कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिस तरह देश के हालात हो रहे हैं. संविधान को तार-तार किया जा रहा है. आज तक ऐसा 70 साल के इतिहास में कभी नहीं देखा गया.