कोटा. कोटा उत्तर नगर निगम और दक्षिण नगर निगम में कांग्रेस ने अपने महापौर बनाने के बाद अब उप महापौर की सीटों पर भी कब्जा जमा लिया है. कोटा उत्तर नगर निगम में जहां फरीउद्दीन उर्फ सोनू कुरैशी उप महापौर चुने गए हैं तो दक्षिण नगर निगम में पवन मीणा लॉटरी से उप महापौर चुने गए हैं. दोनों निगमों में उप महापौर के पदों पर कब्जा करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कांग्रेस नेताओं के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए.
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41 वोटों से जीते सोनू कुरैशी
कोटा उत्तर में सोनू कुरैशी को 50 वोट मिले तो विपक्ष में खड़े ज्ञानेंद्र सिंह को महज 9 वोट मिले. वहीं 11 पार्षद मताधिकार का प्रयोग करने ही नहीं पहुंचे. मताधिकार का प्रयोग नहीं करने वालों में निर्दलीय और भाजपा के पार्षद शामिल हैं. उप महापौर निर्वाचित होने के बाद सोनू कुरैशी ने कहा कि वो कांग्रेस के एक सामान्य कार्यकर्ता थे, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने उन्हें उप महापौर के पद पर पहुंचाया है, यह एक छोटे कार्यकर्ता की जीत है.
कोटा दक्षिण में पवन मीणा की लॉटरी लग गई
दूसरी तरफ कोटा दक्षिण नगर निगम में रोमांचक मुकाबला था. जहां पर निर्दलीय लेखराज योगी जो कल तक भाजपा के खेमे में थे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को वोट किया था. बुधवार को लेखराज कांग्रेस के खेमे में ही नजर आए. ऐसे में महापौर राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में जहां पर कांग्रेस के 36 पार्षदों के साथ चार निर्दलीय भी मतदान करने पहुंचे. जबकि भारतीय जनता पार्टी के 36 पार्षद और तीन निर्दलीय एक साथ मतदान करने गए. वहीं, निर्दलीय ओम गुंजल अलग से मतदान करने पहुंचे थे.
कांग्रेस-बीजेपी के उप महापौर उम्मीदवारों को मिले 40-40 वोट
वोटिंग के बाद कांग्रेस और बीजेपी दोनों के उम्मीदवारों को 40-40 वोट मिले. इसके बाद पर्ची डालकर उप महापौर का फैसला किया गया. जिनमें कांग्रेस के पवन मीणा की लॉटरी लग गई. जबकि भारतीय जनता पार्टी के योगेंद्र खींची को हार का सामना करना पड़ा. पवन मीणा ने जीतने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पर्ची से उनका फैसला नहीं हुआ है, इसके पहले कांग्रेस की जो एकजुटता थी, हर खेमा उनके साथ खड़ा था इस वजह से वो जीते हैं.