कोटा. हाड़ौती में कांग्रेस पार्टी के दो दिग्गज नेताओं के बीच नूरा कुश्ती चल रही है. सांगोद के विधायक भरत सिंह कई बार खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया (congress mla bharat singh demand resignation of bhaya) को कैबिनेट से बर्खास्त करने की मांग कर चुके हैं. इस बीच पोस्टर और होर्डिंग वार भी दोनों के बीच हो चुका है. इसके बाद अब भरत सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रमोद जैन भाया को पद से हटाने की मांग करते हुए आत्मदाह करने तक की चेतावनी दे दी है.
इस पर खनन मंत्री ने भी जवाब दिया, लेकिन सधे हुए शब्दों में. भाया ने भरत सिंह को सम्मानीय बताते हुए खनन विभाग की कार्रवाई और रेवन्यू का डाटा भी जारी किया. लेकिन उनके जवाब से अभी भी भरत सिंह संतुष्ट नहीं हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए भरत सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि प्रमोद जैन भाया की उपलब्धियों को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बखूबी पहचाना है.
उन्होंने दोबारा कहा कि प्रदेश में खनन मंत्री के बराबर का कोई भी माफिया दूसरा नहीं है. गहलोत साहब जितनी जल्दी से हटाएंगे, प्रदेश का भला होगा. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में पिछले कार्यकाल में भ्रष्टाचार की वजह से हटाया गया था, तब किसी ने मांग भी नहीं की थी. 'मैं यह इसलिए कह रहा हूं कि मैं तो बगल में देख रहा हूं, यह पूरी तरह से भ्रष्ट है'. इसके अलावा भरत सिंह ने खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को अति भ्रष्ट और पैसे कमाने की हवस का शिकार बताया है.
जयपुर वालों को नहीं दिख रहा मैं सबसे नजदीकः भरत सिंह ने कहा कि जयपुर वालों को नहीं दिख रहा है. कोटा और बारां जिला सटा हुआ है सांगोद और अंता विधानसभा क्षेत्र भी जुड़ी हुई है. एक नदी का ही फासला है. इसलिए मुझे सब कुछ अवैध खुलेआम दिख रहा है. बारां जिले में जितना अवैध खनन हो रहा है, उतना पूरे प्रदेश में नहीं हो रहा है. यह तो मीडिया रिपोर्ट्स भी बता रही है.
भरत सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि वहां पर कलेक्टर को भी सूचना देने से कोई फर्क नहीं पड़ता है, जिससे साफ है कि खनिज मंत्री का संरक्षण है और मिलीभगत भी उनकी है. उन्हीं के इशारे पर यह सब कुछ हो रहा है. उन्होंने एक भी बार निरीक्षण करके अवैध खनन को रोकने का काम नहीं किया. जबकि सोरसन में ही गोडावण ब्रीडिंग सेंटर की प्रस्तावित जगह पर ही खनन करवाने के लिए पूरा खेल चला है. बारां में पत्थर व नदियों से रेत निकालने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है.
अमित शाह को पसंद आई है उनकी खूबियांः भरत सिंह ने यह भी कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि अमित शाह ने उन्हें पहचाना है. उन्हें बुलाकर दिल्ली में सम्मानित किया है. यह सब बातें अपनी जगह है, लेकिन मैं जानता हूं कि प्रदेश में खुलेआम अवैध खनन की छूट दे रखी है. नदियां, पहाड़ सब कुछ काट कर खत्म कर दिए हैं. भाया को लीज पर खान लेकर एक्सप्रेस हाईवे निर्माण में मैटेरियल सप्लाई करना है. उन्होंने आरोप लगाया कि बारां जिले में छांट कर भ्रष्ट अधिकारी लगाए जाते हैं.
क्या सीएम गहलोत गंभीरता से नहीं ले रहे?: भरत सिंह की ओर से लगातार सीएम को लिखा जा रहा है. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इससे जुड़े सवाल पर भरत सिंह ने कहा कि सोशल में तीन खनन लीज जारी हो गई थी. मैंने इसी तरह की चेतावनी दी कि अगर विस्फोट हुआ, तो मैं जाकर खड़ा हो जाऊंगा. जिसके बाद काम रुक गया है. बिजली विभाग ने खंबे डालकर व लाइनें खींच दी थी, लेकिन कनेक्शन नहीं दिया गया है. मुख्यमंत्री ने शायद उसे बंद करा दिया है. हालांकि सरकार ने खनन रिलीज एलॉटमेंट को निरस्त नहीं किया है. इसको लेकर मेरी मांग जारी है.
भ्रष्ट आदमी के लिए सरकार में उपयोगिता होगी, इसलिए भाया मंत्रीः भरत सिंह ने कहा कि जब खेत में बुवाई करने पर सभी बीजों में पौधा नहीं उगता है. मेरी आवाज सारे देश में पहुंच रही है. आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण नष्ट करने का काम किया जा रहा. मैं चाहता हूं कि लोगों को प्रेरणा मिले और इस तरह से पर्यावरण संरक्षण काम में लोग जुट जाएं. मुझे विश्वास है कि भाया को पहले भी मुख्यमंत्री ने हटाया था, अब मजबूरी होगी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस भ्रष्ट आदमी की उपयोगिता सरकार में होगी, ऐसा मेरा मानना है. ईमानदार आदमी की आवश्यकता होती है, बेईमान की आवश्यकता व उपयोगिता भी ज्यादा होती है.
भाया जैसे लोगों ने कांग्रेस पार्टी का सत्यानाश कियाः भरत सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की आत्मा भी दुख पा रही होगी, ऐसे भ्रष्ट आदमी को साथ में रखना पड़ रहा है. भरत सिंह ने कहा कि 'मैं गलत कर रहा हूं या पार्टी के अहित की बात कर रहा हूं तो मुझे बर्खास्त कर देना चाहिए. मुख्यमंत्री गांधीवादी तरीके से जीरो हैरेसमेंट और करप्शन की बात करते हैं, यहां पर तो बिना करप्शन के बात नहीं कर सकते हैं. मैं गांधी विचारधारा को समर्थन करता हूं और इसी के चलते कांग्रेस से जुड़ा हूं, लेकिन मंत्री भाया जैसे लोगों ने कांग्रेस पार्टी का सत्यानाश कर दिया. गांधी की आत्मा को मारने का काम कर रहे हैं.
मुद्दा भाजपा को उठाना चाहिएः मंत्री भाया ने कहा कि भरत सिंह भाजपा से प्रभावित होकर उन पर आरोप लगा रहे हैं. इस पर भरत सिंह ने कहा कि भाजपा मेरी बात से प्रभावित होकर की बात उठाती है. भाजपा को लगता है कि हमें जो मुद्दा उठाना चाहिए, वह भरत सिंह उठा रहे हैं. भरत सिंह ने कहा कि 'मेरा मानना है कि मेरे घर में बेटा गलत करेगा, तब मुझे जरूर बोलना चाहिए'. 'मैं इस पर बोल रहा हूं कि हमारे बगल (मंत्री भाया) में बैठा आदमी बहुत भ्रष्ट है'. जयपुर वाले इतना नहीं जानते, जितना मैं अच्छी तरह से जानता हूं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछली सरकार में भ्रष्टाचार के आरोप में ही मंत्री भाया को हटाया था, उस समय हमने किसी ने भी मांग नहीं की थी.
सरकार के खिलाफ पत्र लिखा, तभी बर्खास्त कर देना चाहिए थाः विधायक भरत सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रमोद जैन भाया को सरकार के खिलाफ पत्र लिखने पर ही बर्खास्त कर देना चाहिए था. मंत्री भाया ने बारां जिले के विधायक पानाचंद मेघवाल और निर्मला सहरिया के साथ भारत सरकार के ही मंत्री को पत्र लिखकर गोडावण बिल्डिंग सेंटर बनाने से रोक लगाने की मांग की थी. इस पर ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक्शन लेना चाहिए था और मंत्री भाया को कैबिनेट से बर्खास्त कर देना चाहिए था.
साधु कैसे मुख्यमंत्री को पत्र लिखता, जो उन्हें ठीक लगा उन्होंने कियाः भरतपुर में साधु विजय बाबा ने आत्मदाह कर ली. इस पर भरत सिंह ने कहा कि बाबा लंबे समय से रेत खनन के खिलाफ मांग कर रहे थे. लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही थी. ऐसे में वे मुख्यमंत्री को किस हैसियत से पत्र लिखते. उन्हें जो ठीक लगा वो उन्होंने किया है. ऐसे में एक बाबा पानी की टंकी पर चढ़ गए और दूसरे ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली, जिनका देहांत भी हो गया है. इसके बाद खुद मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अवैध खनन को चिह्निंत किया जाए. मेरा इस पर भी कहना है कि जब कांफ्रेंस कर रहे थे तब उनके बगल में भाया बैठे थे, जो कि पूरे प्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया हैं. मैंने भी इस मुद्दे पर यह कहा है कि अपनी सही मांगे मनवाने का यही तरीका है, तो मैं भी इसी तरह के आत्मदाह के तरीके के लिए तैयार हूं.