कोटा. सांगोद विधानसभा सीट से विधायक भरत सिंह ने गुरुवार से कृषि कानूनों और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. वह खुद कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गए. इसके साथ ही उनके समर्थक रावण के पुतला लेकर बैठे थे. जिनमें मांग की गई थी कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए, क्योंकि उनकी मांग किसी ने भी नहीं की है, जबकि लोग मांग कर रहे हैं कि जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उनको सेवा से बर्खास्त किया जाए. क्योंकि कई अधिकारी ऐसे होते हैं, जो भ्रष्टाचार करने के बाद वापस बहाल हो जाते हैं. उन्हें बर्खास्त नहीं किया जाता है और वह अपने पद पर दोबारा आसीन हो जाते हैं.
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार क्या होती है, बेईमान तो बेईमान ही रहेगा. अपना बच्चा भी अगर गंदगी करता है, तो उसे कान पकड़कर समझाना होता है. इसी तरह कोई पार्टी इसके लिए क्यों मना करेगी. अगर खुद का कोई व्यक्ति गंदा है, तो वह गंदा ही रहेगा. हमारे घर में भी गंदगी है, तो उसे बताना हमारा कर्तव्य है. मेरी पार्टी मेरी बात सुन भी रही है. मगर दुर्भाग्य है कि इस व्यवस्था में गंदे लोगों को भी साथ लेकर चलना पड़ता है.
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भ्रष्टाचारियों को पार्टियां नहीं दें टिकट
विधायक भरत सिंह ने कृषि कानूनों को लेकर बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो कानून लाना चाहिए, वह नहीं ला रहे हैं. भ्रष्टाचार में जो व्यक्ति पकड़ा जाता है, उसको बर्खास्त किया जाना चाहिए. राजनीतिक लोग भी पकड़े जाते हैं, लेकिन पॉलिटिकल पार्टियां उनको टिकट दे देती हैं. कोटा का जिला प्रमुख भी हमने बनवाया भ्रष्टाचार करके जेल में गया, लेकिन हमने पार्टी से निकाल दिया. इसी तरह से बीजेपी के राज में भी कुछ नेता भ्रष्टाचार करते हुए पकड़ा है, लेकिन उन्होंने पार्टी से नहीं निकाला है. सिंह ने कहा कि शब्दों से कहीं ज्यादा जरूरी एक्शन होता है.
भ्रष्टाचार पर भी बनाया जाए कानून
भरत सिंह के समर्थक अलग-अलग रैलियों के साथ कलेक्ट्रेट पर पहुंचते रहे और जमकर नारेबाजी भी कृषि कानूनों को वापस लेने और भ्रष्टाचार पर भी कानून लाने की मांग को लेकर करते रहे. भ्रष्टाचार का रूप बताते हुए जिस रावण का पुतला लेकर आए थे. उस पर एसीबी द्वारा पकड़े गए कोटा के जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर, बारां के कलेक्टर आईएएस इंद्र सिंह राव, यूआईटी के पूर्व चेयरमैन आरके मेहता, आईपीएस सत्यवीर सिंह और नारकोटिक्स के डिप्टी कमिश्नर सहीराम मीणा का जिक्र किया है. साथ ही रावण का दहन भी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर किया.