कोटा. महापौर के चुनाव के लिए कोटा उत्तर के कांग्रेसी पार्षद एक बस में सवार होकर मतदान करने पहुंचे. यह बस सबसे पहले सीएडी सर्कल पर पहुंची. जहां पर पुलिस ने बैरिकेडिंग पहले से की हुई थी. ऐसे में बस को रोक लिया गया और उन्हें वहां से एक-एक कर उतारा गया. पहले उनके सर्टिफिकेट और आईडी की जांच की गई है. इसके बाद यह पार्षद बाड़ेबंदी में तो नहीं गए थे लेकिन घेराबंदी में मतदान करने गए.
कोटा में महापौर (voting for Kota mayor) के चुनाव के लिए कांग्रेस पार्षद पुलिस की घेराबंदी में ही मतदान करने गए हैं. कहीं कोई बीच में अड़चन उनके नहीं आए. हालांकि, क्लियर मेजॉरिटी कांग्रेस के साथ हैं. यहां पर कांग्रेस के 47 जीत के आए थे. इन्हें लेकर पूर्व पीसीसी सचिव जफर मोहम्मद और नेता प्रतिपक्ष पिछले बोर्ड में रहे अनिल सुवालका आए हैं, जो इनका नेतृत्व कर रहे थे.
साथ ही महापौर पद की प्रत्याशी मंजू मेहरा भी मौजूद थी. इन सभी को पुलिस ने घेराबंदी में लिया गया और यह मतदान करने गए हैं. अनिल सुवालका और मंजू मेहरा दोनों ने दावा किया है कि उनके पास 50 से ज्यादा पार्षद हैं. तीन निर्दलीय भी उनके साथ मतदान करने आए हैं. जिनमें एक इना मीना, एक विमल कुमार व एक अन्य शामिल है.
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बता दें कि कोटा नगर निगम उत्तर की बात की जाए, यहां पर कांग्रेस के 47 और भारतीय जनता पार्टी के 14 प्रत्याशी जीत कर आए थे. लेकिन जो 9 निर्दलीय जीते थे. जिनमें से तीन ने कांग्रेस को समर्थन पहले ही दे दिया था. कांग्रेस की मंजू मेहरा का मुकाबला यहां पर भाजपा की संतोष बैरवा से है. कांग्रेस के पास 50 पार्षदों के समर्थन है, यहां पर लगभग तय है कि कांग्रेस प्रत्याशी मंजू मेहरा महापौर बन जाएगी.