कोटा. कोविड-19 महामारी के चलते कोटा में नगरीय परिवहन बसों के संचालन पर रोक लगा दी थी. केंद्र व राज्य सरकार ने सिटी बसों को संचालित करने की अनुमति भी अनलॉक में दे दी है. इसके बावजूद बसों का संचालन बंद है. कोटा में अभी भी नगरीय परिवहन की बसें खड़ी हुई हैं, जबकि कोटा के अलावा जयपुर वाले शहरों में नगरीय परिवहन की बसों को शुरू कर दिया गया है, जिनमें यात्रीभार भी मिल रहा है.
10 रूटों पर संचालित होती थी बसें...
कोटा शहर में नगरीय परिवहन की बसों की 34 बसें हैं. इनमें से 24 बसों को ही 10 रूटों पर संचालित किया जाता है. इन बसों पर ड्यूटी दे रहे परिचालक और ड्राइवर खाली ही बैठे हैं. क्योंकि अधिकांश बसों को अब बंद ही कर दिया गया है. बसों को संचालित करने और यात्रियों से किराया वसूलने के लिए अलग-अलग टेंडर नगर निगम ने किए हुए थे. उन्हीं के तहत यह लोग कार्यरत थे. ऐसे में करीब 140 के आसपास लोग इन बसों के जरिए रोजगार ले रहे थे.
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रोज सफर करते थे 6 हजार से ज्यादा लोग...
नगरीय परिवहन की बसों में रोज करीब 6 हजार से ज्यादा लोग सफर कर रहे थे. अधिकांश बसें शहर के बाहरी इलाकों में ही संचालित हो रही थी. इसके जरिए महीने में नगर निगम को करीब 15 लाख रुपये के आसपास राजस्व मिल रहा था.
चिकित्सक के स्टाफ के उपयोग में आईं बसें...
कोविड-19 महामारी के दौरान इन बसों का उपयोग चिकित्सकीय स्टाफ को लाने ले जाने के लिए किया गया. इसके अलावा सर्वे में लगी हुई आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए लगाया हुआ था. बाकी बसें खड़ी हुई थीं, जबकि महज 2 बसों को कोविड 19 के डेडिकेटेड हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल से कोविड-19 केयर सेंटर आलनिया भेजा जा रहा है.