कोटा. जिले के अनंतपुरा थाना इलाके में हो रहे बाल विवाह को शनिवार को चाइल्ड लाइन की टीम ने रुकवाया. साथ ही परिजनों को पाबंद करते हुए बालिका को शेल्टर होम भिजवाया है ताकि परिजन उसका विवाह नहीं कर सके. बालिका के निकाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी. साथ ही बरात भी आ चुकी थी, लेकिन ऐन मौके पर ही चाइल्डलाइन की टीम पहुंची और पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया ताकि परिजनों को पाबंद करवाया जा सके.
जानकारी के अनुसार कोटा के विज्ञान नगर निवासी एक बालिका की निकाह की तैयारी परिजन कर रहे थे. उन्होंने रिश्ता भी झालावाड़ जिले के झालरापाटन में तय कर दिया था जबकि बालिका नाबालिग थी और वह महज 16 साल की ही है. परिजनों को इसकी जानकारी के बावजूद उन्होंने बाल विवाह की तैयारी शुरू कर दी थी और शनिवार को बरात भी पहुंच गई थी.
यह शादी समारोह अनंतपुरा थाना क्षेत्र में होने वाला था, लेकिन ऐन मौके पर मुखबिर की सूचना पर चाइल्डलाइन टीम की समन्वयक अलका अजमेरा पहुंची. इनके साथ सदस्य नर्मदा कछवाहा, अंकेश नामा, आफरीन मिर्जा और अनंतपुरा थाने से पुलिसकर्मी सूरजमल ने इस बाल विवाह को रुकवाया.
मौके पर पहुंची चाइल्डलाइन की अलका अजमेरा ने परिजनों से समझाइश की. साथ ही बालिका की जन्म तिथि से संबंधित रिकॉर्ड मंगवाया गया, जिसमें उसकी जन्म तिथि वर्ष 2004 निकली. ऐसे में वह 16 साल की ही थी. इसके बाद परिजनों को पाबंद किया गया और बालिका को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा के निर्देश पर शेल्टर होम भेज दिया, ताकि परिजन उसका विवाह नहीं कर सके.