ETV Bharat / city

दिल्ली से मीडिया को बुलाकर भाजपा ने जेके लोन अस्पताल और कोटा को बदनाम किया: मंत्री शांति धारीवाल

author img

By

Published : Jan 13, 2020, 11:22 PM IST

राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले पर कहा कि इस सबके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है. बीजेपी के लोगों ने ही दिल्ली से मीडिया को बुलाकर कोटा और जेके लोन अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की है.

जेके लोन में बच्चों की मौत पर बोले धारीवाल, Kota JK Lone Hospital News
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल

कोटा. राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने 2 दिन जेके लोन अस्पताल का दौरा और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ मीटिंग के बाद सोमवार को मीडिया से बातचीत की. उन्होंने जेके लोन अस्पताल के मुद्दे पर कहा कि इस सबके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है. बीजेपी के लोगों ने ही दिल्ली से मीडिया को बुलाकर कोटा और जेके लोन अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि कोटा को बदनाम करने के लिए दिल्ली से मीडिया को बुलाया गया, जब अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और उत्तर प्रदेश की फिगर सामने आई तो यह सब यहां से चले गए.

कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत मामले पर बोले धारीवाल

पिछली सरकार के व्यवस्थाओं के कारण जेके लोन में हुई बच्चों की मौत

मंत्री धारीवाल ने कहा कि बीजेपी के लोग कहते हैं कि आंकड़ों पर नहीं जाए, लेकिन हम आंकड़ों पर क्यों नहीं जाए. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2018 तक सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. यह बात हम कह रहे हैं, पिछले साल 2019 में सबसे कम मौतें हुई है. उन्होंने कहा कि जेकेलोन अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए भारतीय जनता पार्टी पिछले 5 साल के शासन जिम्मेदार हैं. भाजपा सरकार की अव्यवस्थाओं के चलते ही जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत हुई है.

पढ़ें- भाजपा शासन काल में घटिया काम हुए, ACB इसकी जांच कर रही हैः धारीवाल

धारीवाल ने कहा कि बीजेपी के शासन में ना तो सांसद कोष से पैसा जेके लोन अस्पताल को ज्यादा मिला है, ना ही विधायक कोष से पैसा मिला है. साथ ही राज्य सरकार ने भी ज्यादा पैसे नहीं दिए हैं. उन्होंने कहा कि 80 लाख रुपए विधायक कोष से जेकेलोन को मिले हैं. जबकि कई बार अस्पताल प्रबंधन ने पैसा मांगा, लेकिन नहीं दिया गया है. मंत्री धारीवाल ने कहा कि कोटा-बूंदी के सांसद से वह अपील करते हैं कि केंद्र की मदद से एक नया अस्पताल जेकेलोन में बनवाए. साथ ही अपने विधायक कोष से 10-10 लाख की जगह 50-50 लाख रुपए दिलाएं.

67 करोड़ से जेकेलोन और एमबीएस में होंगे निर्माण कार्य

मंत्री शांति धारीवाल ने घोषणा की है कि वह एक करोड़ रुपए अपने विधायक कोष से जेके लोन अस्पताल की मरम्मत के लिए जारी करेंगे. इसके साथ ही 40 करोड़ रुपए से एमबीएस अस्पताल में ओपीडी का निर्माण होगा. वहीं, जेके लोन अस्पताल में 18 करोड़ से इनडोर और 9 करोड़ से आउटडोर के भवन का निर्माण भी करवाया जाएगा.

पढ़ें- केंद्र राशि स्वीकृत करे तो अन्य जिलों के बाढ़ पीड़ितों को भी मिले सहायता राशि: मंत्री शांति धारीवाल

जेके लोन अस्पताल में बनने वाले इनडोर में 156 बेड होंगे, जिसमें 90 बेड जनरल वार्ड, 36 बेड का एनआईसीयू और 30 बेड का पीआईसीयू होगा. इसके साथ ही बजट में प्रावधान रखा जाएगा कि यहां के नए भवनों के लिए उपकरण की खरीद की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी की जगह यूआईटी से करवाया जाएगा.

पढ़ें- कोटा: UDH मंत्री शांति धारीवाल ने किया जेके लोन अस्पताल का दौरा

धारीवाल ने कहा कि अस्पताल में गंभीर मरीज आते हैं और सबसे बड़ा मौत का कारण यही है. उन्होंने कहा कि कोई बच्चा 700 ग्राम का होता है, तो कोई डेढ़ किलो का. साथ ही सभी बच्चे रेफरल होते हैं, जो कि कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ ही नहीं मध्यप्रदेश से भी यहां पर आते हैं. मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मैंने पूरे अस्पताल का दौरा किया है और लोगों से बातचीत की है, लेकिन हम बच्चों की मौत के आंकड़े को कम करेंगे. इसमें हम जुटे हुए हैं.

पीडब्ल्यूडी को सुधारनी चाहिए थी व्यवस्थाएं

मंत्री शांति धारीवाल ने अस्पताल में टूटी खिड़कियां और पीडब्ल्यूडी की ओर से हो रही अव्यवस्थाओं पर कहा कि इसके लिए अगर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पैसा जारी नहीं किया, इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी थी कि उन्हें अस्पताल की मरम्मत करानी चाहिए थी. इस तरह से टूटी खिड़कियां और कांच जो टूटे हुए थे. उनको दुरुस्त करने में ज्यादा पैसा भी खर्च नहीं होता.

कोटा. राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने 2 दिन जेके लोन अस्पताल का दौरा और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ मीटिंग के बाद सोमवार को मीडिया से बातचीत की. उन्होंने जेके लोन अस्पताल के मुद्दे पर कहा कि इस सबके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है. बीजेपी के लोगों ने ही दिल्ली से मीडिया को बुलाकर कोटा और जेके लोन अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि कोटा को बदनाम करने के लिए दिल्ली से मीडिया को बुलाया गया, जब अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और उत्तर प्रदेश की फिगर सामने आई तो यह सब यहां से चले गए.

कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत मामले पर बोले धारीवाल

पिछली सरकार के व्यवस्थाओं के कारण जेके लोन में हुई बच्चों की मौत

मंत्री धारीवाल ने कहा कि बीजेपी के लोग कहते हैं कि आंकड़ों पर नहीं जाए, लेकिन हम आंकड़ों पर क्यों नहीं जाए. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2018 तक सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. यह बात हम कह रहे हैं, पिछले साल 2019 में सबसे कम मौतें हुई है. उन्होंने कहा कि जेकेलोन अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए भारतीय जनता पार्टी पिछले 5 साल के शासन जिम्मेदार हैं. भाजपा सरकार की अव्यवस्थाओं के चलते ही जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत हुई है.

पढ़ें- भाजपा शासन काल में घटिया काम हुए, ACB इसकी जांच कर रही हैः धारीवाल

धारीवाल ने कहा कि बीजेपी के शासन में ना तो सांसद कोष से पैसा जेके लोन अस्पताल को ज्यादा मिला है, ना ही विधायक कोष से पैसा मिला है. साथ ही राज्य सरकार ने भी ज्यादा पैसे नहीं दिए हैं. उन्होंने कहा कि 80 लाख रुपए विधायक कोष से जेकेलोन को मिले हैं. जबकि कई बार अस्पताल प्रबंधन ने पैसा मांगा, लेकिन नहीं दिया गया है. मंत्री धारीवाल ने कहा कि कोटा-बूंदी के सांसद से वह अपील करते हैं कि केंद्र की मदद से एक नया अस्पताल जेकेलोन में बनवाए. साथ ही अपने विधायक कोष से 10-10 लाख की जगह 50-50 लाख रुपए दिलाएं.

67 करोड़ से जेकेलोन और एमबीएस में होंगे निर्माण कार्य

मंत्री शांति धारीवाल ने घोषणा की है कि वह एक करोड़ रुपए अपने विधायक कोष से जेके लोन अस्पताल की मरम्मत के लिए जारी करेंगे. इसके साथ ही 40 करोड़ रुपए से एमबीएस अस्पताल में ओपीडी का निर्माण होगा. वहीं, जेके लोन अस्पताल में 18 करोड़ से इनडोर और 9 करोड़ से आउटडोर के भवन का निर्माण भी करवाया जाएगा.

पढ़ें- केंद्र राशि स्वीकृत करे तो अन्य जिलों के बाढ़ पीड़ितों को भी मिले सहायता राशि: मंत्री शांति धारीवाल

जेके लोन अस्पताल में बनने वाले इनडोर में 156 बेड होंगे, जिसमें 90 बेड जनरल वार्ड, 36 बेड का एनआईसीयू और 30 बेड का पीआईसीयू होगा. इसके साथ ही बजट में प्रावधान रखा जाएगा कि यहां के नए भवनों के लिए उपकरण की खरीद की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी की जगह यूआईटी से करवाया जाएगा.

पढ़ें- कोटा: UDH मंत्री शांति धारीवाल ने किया जेके लोन अस्पताल का दौरा

धारीवाल ने कहा कि अस्पताल में गंभीर मरीज आते हैं और सबसे बड़ा मौत का कारण यही है. उन्होंने कहा कि कोई बच्चा 700 ग्राम का होता है, तो कोई डेढ़ किलो का. साथ ही सभी बच्चे रेफरल होते हैं, जो कि कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ ही नहीं मध्यप्रदेश से भी यहां पर आते हैं. मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मैंने पूरे अस्पताल का दौरा किया है और लोगों से बातचीत की है, लेकिन हम बच्चों की मौत के आंकड़े को कम करेंगे. इसमें हम जुटे हुए हैं.

पीडब्ल्यूडी को सुधारनी चाहिए थी व्यवस्थाएं

मंत्री शांति धारीवाल ने अस्पताल में टूटी खिड़कियां और पीडब्ल्यूडी की ओर से हो रही अव्यवस्थाओं पर कहा कि इसके लिए अगर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पैसा जारी नहीं किया, इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी थी कि उन्हें अस्पताल की मरम्मत करानी चाहिए थी. इस तरह से टूटी खिड़कियां और कांच जो टूटे हुए थे. उनको दुरुस्त करने में ज्यादा पैसा भी खर्च नहीं होता.

Intro:जेके लोन अस्पताल के मुद्दे पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इस सबके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है. बीजेपी के लोगों ने ही दिल्ली से मीडिया को बुलाकर कोटा और जेके लोन अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की है. इन लोगों को बरात की तरह फाइव स्टार होटलों में रुकाया गया और मेहमान की तरह उनकी खातिरदारी की गई है.


Body:कोटा.
देश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने 2 दिन जेके लोन अस्पताल का दौरा और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ मीटिंग के बाद आज मीडिया से बातचीत की. उन्होंने जेके लोन अस्पताल के मुद्दे पर कहा कि इस सबके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है. बीजेपी के लोगों ने ही दिल्ली से मीडिया को बुलाकर कोटा और जेके लोन अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की है. इन लोगों को बरात की तरह फाइव स्टार होटलों में रुकाया गया और मेहमान की तरह उनकी खातिरदारी की गई है. कोटा को बदनाम करने के लिए दिल्ली से मीडिया को बुलाया गया जब अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और उत्तर प्रदेश की फिगर सामने आई तो यह सब यहां से चले गए.

पिछली सरकार के व्यवस्थाओं के चलते बच्चे की मौत जेकेलोन में हुई
मंत्री धारीवाल ने कहा कि बीजेपी के लोग कहते हैं आंकड़ों पर नहीं जाए, लेकिन हम आंकड़ों पर क्यों नहीं जाए. वर्ष 2014 से लेकर 2018 तक सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. यह बात हम कह रहे हैं, पिछले साल 2019 में सबसे कम मौतें हुई है. उन्होंने कहा कि जेकेलोन अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए भारतीय जनता पार्टी पिछले 5 साल के शासन जिम्मेदार है. सरकार की अव्यवस्थाओं के चलते ही जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत हुई है.

भाजपा शासन में नहीं किए जेके लोन अस्पताल के लिए पैसे स्वीकृत
बीजेपी के शासन में ना तो सांसद कोष से पैसा जेके लोन अस्पताल को ज्यादा मिला है, ना ही विधायक को से मिला है. साथ ही राज्य सरकार ने भी ज्यादा पैसे नहीं दिए हैं. महज 80 लाख रुपए विधायक कोष जेकेलोन को मिले हैं. जबकि कई बार अस्पताल प्रबंधन ने पैसा मांगा, लेकिन नहीं दिया गया है. मंत्री धारीवाल ने कहा कि कोटा बूंदी के सांसद से वे अपील करते हैं कि केंद्र की मदद से एक नया अस्पताल जेकेलोन में बनवाए. साथ ही अपने विधायकों से 10-10 लाख की जगह 50-50 लाख रुपए दिलाएं.

67 करोड से जेकेलोन और एमबीएस में होंगे निर्माण कार्य
मंत्री शांति धारीवाल ने घोषणा की है कि वह एक करोड़ रुपए अपने विधायक को से जेके लोन अस्पताल की मरम्मत के लिए जारी करेंगे. इसके साथ ही 40 करोड़ रुपए से एमबीएस अस्पताल में ओपीडी का निर्माण होगा. वही जेके लोन अस्पताल में 18 करोड से इनडोर और 9 करोड से आउटडोर के भवन का निर्माण भी करवाया जाएगा. जेके लोन अस्पताल में बनने वाले इनडोर में 156 बेड होंगे. जिसमें 90 बेड जनरल वार्ड, 36 बेड का एनआईसीयू और 30 बेड का पीआईसीयू होगा. इसके साथ ही बजट में प्रावधान रखा जाएगा कि यहां के नए भवनों के लिए उपकरण की खरीद की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इसका निर्माण पीडब्ल्यूडी की जगह यूआईटी से करवाया जाएगा.

अस्पताल में गंभीर मरीज आते हैं. सबसे बड़ा मौत का कारण यही है कोई 700 ग्राम का बच्चा होता है, तो कोई डेढ़ किलो का. साथ ही सभी बच्चे रेफरल होते हैं, जो कि कोटा, बारां, बूंदी व झालावाड़ ही नहीं मध्यप्रदेश से भी यहां पर आते हैं. मैंने पूरे अस्पताल का दौरा किया है और लोगों से बातचीत की है, लेकिन हम बच्चों की मौत के आंकड़े को कम करेंगे. इसमें हम जुटे हुए हैं.




Conclusion:पीडब्ल्यूडी को सुधारनी चाहिए थी व्यवस्थाएं
मंत्री शांति धारीवाल ने अस्पताल में टूटी खिड़कियां और पीडब्ल्यूडी के द्वारा हो रही अव्यवस्थाओं पर भी कहा कि इसके लिए अगर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पैसा जारी नहीं किया, इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी की जिम्मेदारी थी कि उन्हें अस्पताल की मरम्मत करानी चाहिए थी. इस तरह से टूटी खिड़कियां और कांच जो टूटे हुए थे. उनको दुरुस्त करने में ज्यादा पैसा भी खर्च नहीं होता.


बाइट का क्रम
बाइट-- शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री
बाइट-- शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री
बाइट-- शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.