कोटा. गोबरिया बावड़ी स्थित दुकानों को यूआईटी चौराहा चौड़ा करने के लिए अधिग्रहित कर रही है. अधिग्रहित दुकानों के बदले दूसरी जगह जमीन दी जा रही है. इसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. शुक्रवार को घरों के बाहर बैठकर ही लोगों ने अधिग्रहण का विरोध किया. लेकिन पुलिस मौके पहुंची और लोगों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए कार्रवाई की.
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कार्रवाई की सूचना मिलने कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा भी मौके पर पहुंचे. विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि उन्हें पुलिस उप अधीक्षक ने जाने नहीं दिया. इस बात का विरोध करने के लिए वो कलेक्ट्रेट पहुंच गए. रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर भी कलेक्टर कक्ष में पहुंच गए और काफी देर तक गहमागहमी चलती रही.
मदन दिलावर का कहना है कि पुलिस उप अधीक्षक को अपनी हद में रहना चाहिए था. जितनी उनकी नौकरी हुई है. उससे ज्यादा वह राजनीति कर चुके हैं. विधायक को रोकने का अधिकार पुलिस उप अधीक्षक का नहीं है. राजस्थान सरकार के कानून से विधायक चलते हैं. वहीं विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि जिला कलेक्टर ने उनकी बात सुनी है. लॉकडाउन में लोगों को खाने को भोजन नहीं मिल रहा है और सरकार लोगों का 50 साल पुराना बसाया आशियाना उजाड़ने में जुटी हुई है. यह बिल्कुल गलत है. जिला कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि एक कमेटी इस संबंध में बनाई जाएगी जो लोगों के साथ बातचीत करेगी.
मदन दिलावर ने दिया संदीप शर्मा का साथ
विधायक संदीप शर्मा पहले से ही जिला कलेक्टर कक्ष में फर्श पर धरने पर बैठे हुए थे. उनका साथ देने के लिए मदन दिलावर भी पहुंच गए और दोनों नेताओं ने नगर विकास न्यास की कार्रवाई का विरोध किया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. ऐसे समय में बिना मुआवजा दिए लोगों की दुकानों को अधिग्रहित किया गया है.