कोटा. कोटा नगर निगम इन दिनों अखाड़ा बना हुआ है और आमने-सामने अधिकारी और जनप्रतिनिधि हैं. जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों पर कार्य नहीं करने का आरोप लगाया है. ऐसे में भाजपा पार्षद आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना दे रहे हैं. धरने के दूसरे दिन पार्षदों ने अधिकारियों आयुक्त और उपायुक्त को सद्बुद्धि देने की मांग को लेकर भजन कीर्तन किया.
यही नहीं भजन कीर्तन के साथ ही कुछ पार्षदों ने अपने कार्यों को गिनाते हुए फिल्मी गीत के तराने भी सुनाएं. वहीं महिला पार्षद भी करवा चौथ के पूरे दिन निगम में ही धरने पर बैठी रही. पार्षद गोपाल राम मंडल ने कहा कि अधिकारियों को सद्बुद्धि के लिए उन्होंने भजन कीर्तन किया है. महिला पार्षद भी करवा चौथ के दिन धरने पर बैठी रही है, ताकि कोटा की जनता के विकास कार्य करवाए जा सकें.
इस दौरान महिला पार्षद रेखा जैन का कहना है कि उपायुक्त कीर्ति राठौड़ भी महिला है. ऐसे में उसे दूसरी महिला पार्षदों की बात सुननी चाहिए. आज सभी महिला पार्षद करवा चौथ के दिन भी धरने पर बैठी हैं. पार्षद महक गौतम का कहना है कि उन्होंने जो भजन कीर्तन किया है. उससे कुछ सद्बुद्धि भगवान ने अधिकारियों को दी है, जिसके चलते उन्होंने महापौर और उपमहापौर को बैठक के लिए बुलाया है.
दूसरी तरफ, नगर निगम में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच चल रहे गतिरोध को तोड़ने के लिए आयुक्त कक्ष में एक उच्च स्तरीय मीटिंग भी आयोजित हुई. जिसमें महापौर महेश विजय, उपमहापौर सुनीता व्यास, उपायुक्त कीर्ति राठौड़ व राजपाल सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे, लेकिन इस मीटिंग में अभी कोई निर्णय नहीं निकल पाया है. ऐसे में नगर निगम में आयुक्त कक्ष के बाहर तीसरे दिन शुक्रवार को भी पार्षदों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.