कोटा. भारतीय जनता पार्टी ने कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से ओम बिरला को अपना दोबारा प्रत्याशी बनाया है, पार्टी ने बिरला पर भरोसा जताकर उनपर दाव खेला है, लेकिन उनका विरोध पार्टी के अंदर ही शुरू हो गया है. कोटा में भाजपा कार्यकर्ता ही सोशल मीडिया पर बिरला के खिलाफ जमकर कैंपेन चला रहे हैं.
जिनमें 'बायकॉट ओम बिरला' और 'मोदी तुझसे बैर नहीं बिरला तेरी खैर नहीं' जैसे अभियान शामिल है. इसके साथ ही कई कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव में सांसद बिरला को प्रत्याशी बनाए जाने के विरोध में अपने इस्तीफे की घोषणा भी सोशल मीडिया पर की है.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर छेड़ रखे इस अभियान में कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र के कुछ पार्षद भी शामिल है. साथ ही कोटा उत्तर विधानसभा से विधायक रहे प्रहलाद गुंजल के नजदीकी कार्यकर्ता भी ऐसे अभियान को सोशल मीडिया पर हवा दे रहे हैं. हालांकि इससे उलट भाजपा जिलाध्यक्ष हेमंत विजयवर्गीय अपने ही कार्यकर्ताओं का बचाव करते नजर आ रहे हैं.
उनका कहना है कि इनमें एक भी भाजपा कार्यकर्ता नहीं है. यह सब कांग्रेस की चाल है. कांग्रेस ही सोशल मीडिया पर गलत तथ्य डालकर विवाद की स्थिति उत्पन्न कर रही है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पुलिस को शिकायत दी है, जल्द ही इस मामले में पुलिस जांच के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लेगी. पार्टी के पदाधिकारियों के इस्तीफे देने और पार्षदों के भी ऐसे अभियान में शामिल होने के सवाल पर जिलाध्यक्ष विजयवर्गीय ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है.