कोटा. राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने राजस्थान (Rajasthan Rajya Sabha Election) की 3 सीटों पर बाहरी उम्मीदवार उतारे हैं, जो राजस्थान प्रदेश से ताल्लुक नहीं रखते हैं. इनमें मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला व प्रमोद तिवारी शामिल हैं. सांगोद के विधायक भरत सिंह ने बाहरी उम्मीदवारों की घोषणा (Bharat Singh on external candidates in Rajya Sabha) करने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि इन्हें विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ने में डर लगता है. ये सीधा राज्यसभा के जरिए ही राजनीति में जिंदा रहना चाहते हैं.
भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा (Bharat Singh letter to Gehlot) है. इसमें उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि राज्यसभा चुनाव के लिए घोषित तीनों प्रत्याशी प्रदेश से बाहर के हैं. भरत सिंह ने तंज कसते हुए यह भी कहा कि मुझे संतोष है कि भारतीय जनता पार्टी ने घनश्याम तिवाड़ी (Rajasthan BJP candidate Ghanshyam Tiwari) को प्रत्याशी बनाया है, जो कुछ समय के लिए कांग्रेस के सदस्य रहे हैं.
जीतने के बाद राज्यसभा सदस्य "लाट साहब" बन जाते हैं - भरत सिंह ने कहा कि राज्यसभा में घोषित तीनों वरिष्ठ नेताओं का लाभ राज्यसभा में जरूर मिलेगा, लेकिन लोकसभा विधानसभा में लड़ने में बड़े नेता हिम्मत नहीं दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक के नाते मेरी पीड़ा है कि यह नेता चुनाव जीतने के बाद "लाट साहब" बन जाते हैं. पार्टी के विधायकों व कार्यकर्ताओं से मिलने का इनके पास न तो समय है न ही चिंतन है. उन्होंने हाड़ौती की एक कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि 'बेटी का विवाह बड़े घर में कर देने पर मिलने का भी सासा' हो जाता है।