कोटा. बारां-छबड़ा एडीजे श्वेता गुप्ता ने वर्चुअल मासिक निरीक्षण के दौरान छबड़ा उपकारागृह का निरीक्षण कर बंदियों से कुशल क्षेम पूछी. कैदियों से रूबरू होते हुए एडीजे गुप्ता ने बंदियों के खान-पान, मेडिकल सुविधा और पैरवी के लिए वकील उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये.
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राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बारां के निर्देशानुसार अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति छबड़ा श्वेता गुप्ता (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) ने उप कारागृह का वर्चुअल मासिक निरीक्षण किया. प्रत्येक बंदी से भोजन, जेल में हो रही परेशानियों और अन्य सुविधाओं के बारे में बात की.
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जेलर ने बताया कि बंदी दिन में फ्री टाइम में टीवी देखते हैं एवं कैरम खेलते हैं. साथ ही जेल में कैदियों के पास पैरवी करने के लिए अधिवक्ता उपलब्ध नहीं होने पर उन्हें विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी जाती है. श्वेता गुप्ता ने कहा कि अगर किसी बंदी का कोई अधिवक्ता नहीं हो तो उसका फॉर्म भरवाकर तालुका विधिक सेवा समिति छबड़ा में भेजा जाए ताकि उसे विधिक सहायता के तहत निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके.
जेल में निरुद्ध महिला बंदियों के सवाल पर बताया गया कि सब जेल छबड़ा पर कोई महिला बंदी या अव्यस्क बंदी नहीं है. सब-जेल छबड़ा में निरीक्षण के समय कुल 96 बंदी होना बताया गया. गुप्ता ने बंदियों को बताया गया कि कोरोना वायरस अभी पूर्ण रूप से गया नहीं है अतः कोरोना वायरस संक्रमण को होने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है.