कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को कोटा में कार्रवाई करते हुए 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए सहायक उप निरीक्षक को गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत की राशि भी वह बेखौफ होकर भीमगंजमंडी थाने में ही ले रहा था. साथ ही रिश्वत की मांग मुकदमे में मुलजिम नहीं बनाने की एवज में ले रहा था.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया, भीमगंजमंडी थाने में तैनात एएसआई सुगम कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कोटा चौकी को परिवाद मिला था. परिवादी दौसा के सिकराय तहसील के घूमना गांव निवासी दर्शन सिंह ने बताया, भीमगंजमंडी थाने में एक मुकदमा दर्ज है. इसकी जांच एएसआई सुगम कुमार कर रहे हैं.
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मामले में आरोपी मुकेश मीणा, केशव सैनी, प्रकाश मीणा, भानु सैनी और गिर्राज सैनी हैं. इनमें से भानु सैनी को एक साल पहले गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं मुकेश मीणा को 16 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और 17 अप्रैल को कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उसे 19 अप्रैल तक रिमांड पर लिया गया था. शनिवार यानी 17 अप्रैल की देर रात को मुकेश मीणा के मोबाइल से उसके चचेरे भाई बाबूलाल के मोबाइल पर फोन आता है, जिसमें 50 हजार रुपए भिजवाने के लिए कहा जाता है. यह रिश्वत की राशि दर्ज मुकदमे में बाबूलाल को मुलजिम नहीं बनाने की एवज में मांगी जा रही थी.
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ऐसे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सत्यापन कराया, जिसमें परिवादी दर्शन सिंह से एएसआई सुगम कुमार ने बाबूलाल को मुलजिम नहीं बनाने की एवज में 10 हजार रुपए रिश्वत ली. साथ ही 20 हजार की रिश्वत की ओर मांग की गई. इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया. आरोपी एएसआई सुगम कुमार को सोमवार को भीमगंजमंडी थाने में ही परिवादी दर्शन सिंह ने रिश्वत की राशि दी. उसके बाद परिवादी ने एसीबी की टीम को इशारा कर दिया और एसीबी की टीम ने एसआई सुगम कुमार को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही अनुसंधान कक्ष में रखी 20 हजार रुपए की रिश्वत की राशि बरामद कर ली गई है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की दूसरी टीम ने आरोपी एएसआई सुगम कुमार के घर पर भी तलाशी शुरू की.
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इस ट्रैप कार्रवाई का आयोजन भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के निरीक्षक नरेश चौहान के नेतृत्व में किया गया, जिसमें निरीक्षक अजीत बागडोलिया, कांस्टेबल भरत सिंह, मोहम्मद खालिक, देवेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, बृजराज सिंह, मनोज कुमार, हेमंत सिंह और सरोज शामिल रहे.