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कोटाः नगर निगम के खिलाफ ठेला व्यापारियों का प्रदर्शन - कोटा में ठेला व्यापारी

कोटा में गुरुवार को नगर निगम के खिलाफ ठेला व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने ने निगम की ओर से पिछले दिनों शहरभर में की गई अतिक्रमण की कारवाई का विरोध जताया है. प्रदर्शनकारियों ने निगम को चेतावनी दी है कि पहले वह ठेला व्यापारियों को पुनर्वासित करे उसके बाद अतिक्रमण की कारवाई करे.

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ठेला व्यापारियों का प्रदर्शन
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Published : Jan 30, 2020, 5:39 PM IST

कोटा. शहर के ठेला फुटकरों ने गुरुवार को पथ विक्रेता अधिनियम एक्ट के तहत पुनर्वास करने की मांग को लेकर नगर निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की. वहीं अधिकारियों को बाहर बुलाने की मांग करते हुए धरने पर बैठे रहे. वहीं प्रदर्शनकारियों ने निगम को चेतावनी दी है कि पहले वह ठेला व्यापारियों को पुनर्वासित करे उसके बाद अतिक्रमण की कारवाई करे.

ठेला व्यापारियों ने किया प्रदर्शन

ठेला व्यापारियों ने बताया कि समिति कई सालों से नगर निगम, नगर विकास न्यास और पुलिस प्रशासन को इस एक्ट के बारे में कई बार अवगत करा चुकी है. इसके साथ ही स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल को भी इस एक्ट के बारे में अवगत करवा रखा है. वहीं उच्च न्यायालय जयपुर में सारे कोटा सिटी में ठेला फुटकर व्यापारियों के लिए तीनों विभागों के विरुद्ध समिति द्वारा याचिका दायर की हुई है.

पढ़ेंः कांग्रेस के NRU अभियान से जुड़े अब तक 3 लाख बेरोजगार, राहुल गांधी ने जयपुर में शुरू की थी मुहिम

उन्होंने कहा कि याचिका पर न्यायाधीश की ओर से यथास्थिति के आदेश पारित किए गए थे. उसके उपरांत भी नगर निगम द्वारा बिना सर्वे नोटिस के ठेला फुटकरों को अतिक्रमण के नाम से कार्रवाई कर रहा है. जो चालू ठेले दशहरा मैदान, एमबीएस अस्पताल, रत्ना नर्सिंग होम के सामने नगर निगम की ओर से हटाए गए है. उन्हें पुनः स्थापित कर रोजगार के लिए जगह देने का मांग की है.

ठेला व्यापारियों ने नगर निगम के आयुक्त के नाम ज्ञापन दिया और मांग की है कि आगे से ठेला व्यापारियों को शहर से नहीं हटाया जाए और अगर व्यापारियों को हटाया जाता है तो पहले पुनर्वास किया जाए.

कोटा. शहर के ठेला फुटकरों ने गुरुवार को पथ विक्रेता अधिनियम एक्ट के तहत पुनर्वास करने की मांग को लेकर नगर निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की. वहीं अधिकारियों को बाहर बुलाने की मांग करते हुए धरने पर बैठे रहे. वहीं प्रदर्शनकारियों ने निगम को चेतावनी दी है कि पहले वह ठेला व्यापारियों को पुनर्वासित करे उसके बाद अतिक्रमण की कारवाई करे.

ठेला व्यापारियों ने किया प्रदर्शन

ठेला व्यापारियों ने बताया कि समिति कई सालों से नगर निगम, नगर विकास न्यास और पुलिस प्रशासन को इस एक्ट के बारे में कई बार अवगत करा चुकी है. इसके साथ ही स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल को भी इस एक्ट के बारे में अवगत करवा रखा है. वहीं उच्च न्यायालय जयपुर में सारे कोटा सिटी में ठेला फुटकर व्यापारियों के लिए तीनों विभागों के विरुद्ध समिति द्वारा याचिका दायर की हुई है.

पढ़ेंः कांग्रेस के NRU अभियान से जुड़े अब तक 3 लाख बेरोजगार, राहुल गांधी ने जयपुर में शुरू की थी मुहिम

उन्होंने कहा कि याचिका पर न्यायाधीश की ओर से यथास्थिति के आदेश पारित किए गए थे. उसके उपरांत भी नगर निगम द्वारा बिना सर्वे नोटिस के ठेला फुटकरों को अतिक्रमण के नाम से कार्रवाई कर रहा है. जो चालू ठेले दशहरा मैदान, एमबीएस अस्पताल, रत्ना नर्सिंग होम के सामने नगर निगम की ओर से हटाए गए है. उन्हें पुनः स्थापित कर रोजगार के लिए जगह देने का मांग की है.

ठेला व्यापारियों ने नगर निगम के आयुक्त के नाम ज्ञापन दिया और मांग की है कि आगे से ठेला व्यापारियों को शहर से नहीं हटाया जाए और अगर व्यापारियों को हटाया जाता है तो पहले पुनर्वास किया जाए.

Intro:ठेला व्यापारियों ने नगर निगम के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
कोटा में आज नगर निगम के खिलाफ ठेला व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने ने निगम द्वारा पिछले दिनो शहरभर में की गई अतिक्रमण की कारवाई का विरोध जताया।प्रदर्शनकारियों ने निगम को चेतावनी दी पहले वह ठेला व्यापारियों को पुनर्वासित करे उसके बाद अतिक्रमण की कारवाई करे।
Body:कोटा सम्भाग के ठेला फुटकर ने आज पथ विक्रेता अधिनियम एक्ट के तहत पुनर्वास करने की मांग को लेकर नगर निगम प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। वही अधिकारियों को बाहर बुलाने की मांग करते हुए धरने पर बैठे रहे ठेला व्यापारियों ने बताया कि समिति कई सालों से नगर निगम, नगर विकास न्यास व पुलिस प्रशासन को इस एक्ट के बारे में कई बार अवगत करा चुकी है इसके साथ ही स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल को भी इस एक्ट के बारे में अवगत करवा रखा है वहीं उच्च न्यायालय जयपुर में सारे कोटा सिटी में ठेला फुटकर व्यापारियों के लिए तीनों विभागों के विरुद्ध समिति द्वारा याचिका दायर की हुई है जिसमें न्यायाधीश द्वारा यथास्थिति के आदेश पारित किए गए थे उसके उपरांत भी नगर निगम द्वारा बिना सर्वे नोटिस के ठेला फुटकरों को अतिक्रमण के नाम से कार्रवाई कर रहा है जो चालू ठेले दशहरा मैदान, एमबीएस अस्पताल, रत्ना नर्सिंग होम के सामने नगर निगम के द्वारा हटाए गए है। उन्हें पुनः स्थापित कर रोजगार के लिए जगह देने का मांग की।
Conclusion:ठेला व्यापारियों ने नगर निगम के आयुक्त के नाम ज्ञापन दिया और मांग की आगे से ठेला व्यापारियों को शहर से नहीं हटाया जाए, ओर अगर व्यापारियो को हटाया जाता है तो पहले पुनर्वास किया जाए।
बाईट नीतिन सैनी,ठेला व्यापारी
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