कोटा. एक आदर्श कोविड-19 केयर सेंटर कोटा विश्वविद्यालय परिसर में संचालित किया जा रहा है, जहां पर सुबह से लेकर शाम तक की पूरी एक्टिविटी तय की गई है. जिससे मरीजों को पॉजिटिव एनर्जी दी जा सके. योग, प्राणायाम और मेडिटेशन से लेकर आरती और भजन संध्या तक भी कराई जा रही है. साथ ही भोजन में भी इम्यूनिटी कैसे उनकी बढ़े और वे जल्द कोविड-19 से ठीक होकर अपने घरों को लौटे.
कोरोना महामारी के इस दौर में जीवन बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसके बीच कई कोविड-19 केयर सेंटर पर से अव्यवस्थाओं की बात सामने आ रही है. जिनको सुधारने के लिए हर संभव प्रयास प्रशासन कर भी रहा है, लेकिन कोटा में एक आदर्श कोविड-19 केयर सेंटर कोटा विश्वविद्यालय परिसर में संचालित किया जा रहा है, जहां पर सुबह से लेकर शाम तक की पूरी एक्टिविटी तय की गई है. जिससे मरीजों को पॉजिटिव एनर्जी दी जा सके. योग, प्राणायाम और मेडिटेशन से लेकर आरती और भजन संध्या तक भी कराई जा रही है. साथ ही भोजन में भी इम्यूनिटी कैसे उनकी बढ़े और वे जल्द कोविड-19 से ठीक होकर अपने घरों को लौटे. ऐसा ही एक अनूठा और आदर्श कोविड केयर सेंटर मेडिकल कॉलेज कोटा और जिला प्रशासन की तरफ से कोविड केयर सेंटर चलाया जा रहा है.
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यहां पूरी व्यवस्थाएं एलेन कॅरियर इंस्टीट्यूट ने संभाली हुई है, जहां मरीजों को ऑक्सीजन और दवाइयों के साथ-साथ जीवन जीने के प्रति उत्साहित किया जा रहा है. स्वच्छ वातावरण देने के साथ-साथ मरीजों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना के लिए रोजाना शाम को आरती की जाती है. सुबह संगीतमय माहौल में मरीजों और परिजनों के लिए स्वैच्छिक योगाभ्यास करवाया जाता है. हर वार्ड में होने वाले इस योगाभ्यास में मरीज और परिजन उत्साहित होकर शामिल होते हैं, यही नहीं संध्या आरती में भी लोग आकर प्रभु से शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. इसमें चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के प्रबंधन से जुड़े सदस्य भी शामिल होते हैं.
इसलिए आदर्श कोविड केयर सेंटर
एलन के निदेशक नवीन माहेश्वरी की बात से प्रेरित होते हुए मरीजों को बेहतर माहौल देने की कोशिश की जा रही है. इस कोशिश के तहत मरीजों को पौष्टिक और चिकित्सकों की सलाह के अनुरूप दोपहर और रात को भोजन दिया जाता है. मरीज के साथ परिजनों को भी भोजन वितरण किया जाता है. सुबह और शाम को चाय के साथ बिस्किट व नमकीन के अलावा दोपहर में फल और रात को भोजन के बाद दूध भी वितरित किया जाता है. इससे मरीजों को अहसास होता है कि बीमारी में पूरा ध्यान रखा जा रहा है. साथ ही रोज अलग-अलग एक्टिविटी होती है. जिनमें हवन पूजा गतिविधियां शामिल है.
स्वच्छता का विशेष ध्यान, 24 घंटे का कंट्रोल रूम
इस कोविड केयर सेंटर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है. सुबह से शाम तक तीन बार हर वार्ड में सफाई के साथ पोछा भी लगाया जाता है, जिससे स्वच्छता रहे. इसके अलावा शौचालयों में भी दिनभर सफाई का काम चलता है. इसके लिए अलग से स्वच्छता कर्मी निुयक्त किए गए हैं. एलन स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से सेवाएं दी जा रही हैं. यहां मरीजों और उनका उपचार कर रही चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की टीम को कोई तकलीफ नहीं हो, इसके लिए कंट्रोल रूम खोला हुआ है, जहां 24 घंटे लोग तैनात रहते हैं. किसी भी तरह की मांग होने पर चिकित्सा विभाग की टीम को सपोर्ट दिया जाता है.
परिजनों के लिए छाया और पानी
कोविड केयर सेंटर में एक मरीज के साथ एक तीमारदार की ही अनुमति दी गई है. जिस तरह कोविड केयर सेंटर के अंदर मरीजों के लिए खाना-पानी और छाया का इंतजाम है. उसी तरह मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए भी यहां छाया-पानी की व्यवस्था की गई है. केयर सेंटर के बाहर तीमारदारों के बैठने के लिए टेंट लगाकर कुर्सियां लगाई गई है, कारपेट बिछाए गए हैं. यही नहीं यहां बड़े कूलर लगाकर ठंडी हवा और कैंपर रखवाकर ठंडे पानी का प्रबंध किया गया है.
चिकित्सा के साथ अन्य गतिविधियां जरूरी, स्वस्थ व खुश होकर जा रहे मरीज
इस कोविड केयर सेंटर में की जा रही केयर का ही नतीजा है कि यहां से अधिकांश मरीज स्वस्थ व खुश होकर लौट रहे हैं. मरीज व उनके परिजनों का कहना है कि यहां सुविधाओं में कोई कमी नहीं है, हर बेड पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलेंडर की भी व्यवस्था है. चिकित्सा केन्द्रों में यदि मरीज को उपचार के दौरान उत्साह बढ़ाने के लिए योगा और प्रार्थना जैसी गतिविधियां होती है तो उनका ध्यान बीमारी से हटकर अन्य कार्यों में लगता है और वे शीघ्र स्वस्थ होने की कोशिश करते हैं. इस कोविड केयर सेंटर में मरीजों को बेहतर उपचार के साथ एलन के सहयोग से ऐसी सुविधाएं देने की कोशिश की जा रही है कि शीघ्र स्वस्थ होकर घर जाए.
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मरीज बोले ऐसा अभी अस्पताल में हो तो सभी मरीज जल्द ठीक हो जाए
मरीज के परिजनों का कहना है कि यहां बहुत अच्छा लगा, पांच दिन तक रहे, यहां बहुत सारी बातें बहुत अलग रही, जो हमें रोजाना उत्साहित करती थीं, संगीतमय योगा बहुत फर्क पड़ा. इससे सकारात्मक माहौल बना और उम्मीद करते हैं सभी जल्द स्वस्थ होंगे. मरीजों की देखभाल इसी अपनेपन के साथ हो रही है. चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ के साथ सेंटर की व्यवस्थाओं में जुड़े एलेन के कार्मिक भी धन्यवाद के पात्र हैं. ऐसा यदि हर अस्पताल में माहौल मिले तो मरीज बहुत जल्द ठीक हो सकता है.