कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक वाहन से 16 लाख 32 हजार 410 रुपए बरामद किए हैं. यह राशि गाजीपुर अफीम फैक्ट्री (Ghazipur Opium Factory) के महाप्रबंधक की गाड़ी से बरामद किए गए हैं. इनके पास नीमच अफीम फैक्ट्री (Neemuch Opium Factory) का भी अतिरिक्त चार्ज है. टीम ने यह राशि मिठाई के डिब्बे से बरामद किया है. अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आईआरएस अधिकारी डॉ. शशांक यादव को गिरफ्तार कर लिया है.
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इस राशि के बारे में इंडियन रेवेन्यू सर्विस (Indian Revenue Service) के अधिकारी डॉ. शशांक यादव जानकारी नहीं दे पाए. इस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने इस राशि को जब्त कर लिया है. यह कार्रवाई कोटा के हैंगिंग ब्रिज पर मुखबिर की सूचना के बाद कोटा एसीबी की टीम ने अंजाम दिया है. जिस गाड़ी में यह राशि ले जाई जा रही थी, उस पर भी पुलिस का लोगो लगा हुआ था.
एसीबी (ACB) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि IRS और अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक शशांक यादव, जिनके पास नीमच अफीम फैक्ट्री का अतिरिक्त चार्ज भी है. वे किसानों से वसूली गई राशि लेकर नीमच से चित्तौड़गढ़ और कोटा होते हुए मध्य गाजीपुर उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे थे.
चंद्रशील ने बताया कि नीमच फैक्ट्री की अफीम लैब में कार्यरत अजीत सिंह कोडिंग टीम के दीपक कुमार यादव दलालों के जरिए अफीम की गाढ़ता और मार्फिन का प्रतिशत ज्यादा दिलवाने के लिए 60 से 80 हजार प्रति किसान वसूल रहे हैं. ये किसान चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, कोटा और झालावाड़ जिले के हैं. उन्होंने बताया कि जो किसान पैसा नहीं देते हैं उसकी अफीम को घटिया बता देते हैं.
![Central Narcotics Bureau, General Manager of Ghazipur Opium Factory](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12488363_kkkk.jpg)
अफीम लैब के अजीत सिंह और कोडिंग टीम के दीपक कुमार यादव के माध्यम से वे 6000 से ज्यादा किसानों से 10 और 12 आरी के पट्टे दिलाने के लिए करीब 30 से 36 करोड़ रुपए एडवांस वसूल कर चुके हैं. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि अभी 40,000 से अधिक किसानों की अफीम की जांच होनी बाकी है. इन सभी किसानों से भी राशि वसूली जानी थी.