कोटा. शहर में बीते 2 महीने से मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रही छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी कोचिंग छात्रा की हत्या के मामले में शुक्रवार को एसपी केसर सिंह शेखावत ने खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि गुजरात के गांधीनगर का निवासी किशन ठाकोर किशोरी के ब्रेकअप कर लेने से नाराज था और इसी के चलते वह किशोरी से मिलने कोटा आया. पुलिस के मुताबिक आरोपी और मृतका के बीच में बातचीत फायर फ्री गेम के जरिए शुरू हुई थी. दोनों की पहले कभी मुलाकात नहीं हुई थी.
यहां पर आरोपी ने किशोरी के साथ विज्ञान नगर इलाके स्थित एक होटल में शारीरिक संबंध भी बनाए. इसके दूसरे दिन 6 जून को दोनों सहमति होने पर जंगल में घूमने गए, जहां पर किशोरी से यह कहते हुए हत्या कर दी कि तू मेरी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं होगी. किशन को शक था कि किशोरी किसी और से भी बात करती है. पुलिस ने जंगल में किशोरी की लाश मिलने के बाद कॉल डिटेल के आधार पर गुजरात के गांधीनगर निवासी किशन ठाकोर को राडार पर लिया था और गुजरात एसओजी की मदद से उसे 9 जून को पकड़ लिया. जिससे 9 जून की देर रात को ही पुलिस कोटा लेकर आई (Accused of coaching student murder arrested) थी.
फ्री फायर गेम के चलते 2 साल से थे आपस में संपर्क में: शेखावत ने बताया कि नाबालिग किशोरी और हत्यारा किशन ठाकोर बीते 2 सालों से फ्री फायर गेम के चलते संपर्क में आए थे. लगातार यह आपस में बातचीत करते थे. इन्होंने मोबाइल नंबर भी शेयर कर लिया और शुरुआत में गेम के जरिए इनकी बातचीत होना शुरू हुई और बाद में यह बातचीत अफेयर में बदल गई. हालांकि जब कोचिंग छात्रा पढ़ाई में ठीक थी और वह कोटा आकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी करने लगी. तब उसने किशन ठाकोर से संबंध तोड़ने की कोशिश की, यहां तक कि उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया था.
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हत्या के साथ पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी जोड़ी: मोबाइल नंबर ब्लॉक करने के बाद आरोपी चिढ़ गया. वह कोटा में किशोरी के सामने आत्महत्या करने की नीयत से गांधीनगर से कोटा 5 जून को पहुंचा था. 5 जून को ही किशोरी के हॉस्टल से बाहर निकलने के बाद दोनों की मुलाकात भी हुई. इस दिन होटल में दोनों ने शारीरिक संबंध भी बनाए थे. एसपी शेखावत का कहना है नाबालिग किशोरी से सहमति या असहमति किसी भी तरह से संबंध बनाए, वह मायने नहीं रखती है. ऐसे में पॉक्सो एक्ट भी इस मामले में जोड़ा जा रहा है. ऐसे में हत्या की धारा 302 के साथ पॉक्सो एक्ट की धाराएं 376 जोड़ी गई हैं.
आत्महत्या करने आया था कोटा: किशन गांधीनगर से ही बैचलर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई कर रहा है. इसके साथ पार्ट टाइम जॉब भी करता है. उसके पिता मजदूरी के कार्य से जुड़े हुए हैं. पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह लड़की के सामने सुसाइड करने आया था, लेकिन दोनों ने मिलकर घूमने का प्लान बनाया. इंटरनेट के जरिए घूमने की जगह देखी और दोनों जवाहर सागर डैम जाने के लिए सहमत हो गए. इसके बाद बाइक टैक्सी रेंट पर लेकर जंगल में चले गए.
हत्या के बाद खून के छींटे चंबल नदी में किए साफ: शेखावत ने बताया कि आरोपी किशन ने पूछताछ में बताया है कि लड़की को बेवकूफ बना गहरे जंगल में ले गया और वहां पर बैठाया. अचानक उस पर पत्थर से वार कर दिया. जब लड़की बेहोशी की स्थिति में चली गई, तब दूसरा पत्थर मार दिया. इसके बाद घसीट कर नदी के नजदीक ले गया. जहां एक और पत्थर मुंह पर मारा. इससे उसकी मौत हो गई. उसके बाद चंबल नदी में नीचे गया और कपड़ों पर से खून के धब्बे साफ किए. इसके बाद वह स्कूटी लेकर नयापुरा आ गया. जहां पर स्कूटी मालिक को सूचित कर दिया और वापस गुजरात चला गया. उसने रास्ते में बस में ही कपड़े बदल लिए और खून से सने कपड़े फैंक दिए.