कोटा. शहर के 80 फिट रोड के नजदीक स्टील ब्रिज से सटकर नगर विकास न्यास और रेलवे अंडरपास का निर्माण रेलवे ट्रैक के नीचे हो रहा है. जहां पर बीते दिनों एक हादसा हो गया, जिसमें एक गैंगमैन की मौत हो गई है. जिसके बाद रेलवे और यूआईटी के अधिकारियों ने काम को अभी कुछ समय के लिए रुकवा दिया है. घटनास्थल पर मंगलवार को पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा, यहां से ट्रेनें तो गुजर रही थी, लेकिन यहां पर अंडरपास का निर्माण किया जा रहा था, वहां पर कोई मजदूर मौजूद नहीं था. साथ ही मशीनरी भी खड़ी रही. इसके अलावा रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त एके जैन से जांच करवाई जाने की मांग की है. इसके लिए रेलवे यूनियन ने पत्र भी रेलवे जीएम जबलपुर शैलेंद्र सिंह को भेज है.
धीमी गति से निकल रही है ट्रेनें
अंडरपास निर्माण के दौरान जिस जगह दुर्घटना हुई है, वहां गर्डर डाल दिए गए थे, उसके बाद मिट्टी निकालने का काम किया जा रहा था. ऐसे में वहां पर ट्रैक पहले ही कमजोर माना जा रहा है. जिसके बाद वहां से गुजरने वाली ट्रेनों की गति भी कम कर दी गई है. बताया जा रहा है कि कोटा के डकनिया स्टेशन के बीच करीब 10 किलोमीटर लंबा ट्रक है, लेकिन गुजरने के लिए ट्रेनों को करीब 25 से 30 मिनट का समय लग रहा है, क्योंकि काफी धीमी गति से ट्रेनों को यहां से निकाला जा रहा है.
घटना की जांच शुरू, एक रेलवे इंजीनियर निलंबित
रेलवे के मजदूरों का कहना है कि रेलवे ट्रैक के नीचे कोई भी निर्माण कार्य रेलवे सेफ्टी को देखते हुए अपनी निगरानी में करवाती है, लेकिन ट्रैक के नीचे मिट्टी ढहने की घटना पहले डाउन लाइन पर होती रही और फिर अप लाइन पर हुई है. इसमें इंजीनियरिंग और सेफ्टी से जुड़े अधिकारियों की निगरानी के काम पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस पूरी घटना के लिए रेलवे ने तीन अधिकारियों की कमेटी गठित की है. जिसके बाद सीनियर सीओएम, टीआरडी के सीनियर डीईई और सीनियर डीएन कोआर्डिनेशन को शामिल किया है. वहीं प्रारंभिक तौर पर एक रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ गोपाल मीणा को निलंबित भी कर दिया गया है.