कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आज शुक्रवार को कोटा में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही एक आरोपी फरार है. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि एसीबी को 4 फरवरी को लिखित शिकायत परिवादी हेमराज ने दी थी कि गोपालपुरा बीलखेड़ा में उसकी संयुक्त खाते की कृषि भूमि है, जिसको मेरे चाचा के लड़के जमुना लाल के न्यायालय में केस चल रहा है.
इस मामले में पूरी साढ़े 8 बीघा जमीन भारत माला प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली-मुंबई 8 लाइन हाईवे में व्याप्त हो गई है. जिस मामले में फैसला होने पर ही उन्हें मुआवजा राशि स्वीकृत होगी. इस मामले में जिसका फैसला करवाने के लिए गांव के ही बलराम मीणा ने मुझे एसडीएम ऑफिस के सूचना सहायक एकांत बाबू से मिलवाया. उन्होंने हमारे खाते में मुआवजा की राशि डलवाने और एसडीएम लालपुरा व उसके स्वयं के लिए 4 लाख रुपए मांगे और 4 लाख रुपए रविवार तक बलराम मीणा को देने के लिए कहा. हमारे द्वारा रिश्वत नहीं देने पर एसीएम न्यायालय कोटा ने 1 फरवरी को फैसला उनके चाचा जमुनालाल के हक में सुना दिया, जिसका 2 करोड़ रुपए से ज्यादा मुआवजा स्वीकृत हो गया है.
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इसके बाद परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने गोपनीय सत्यापन करवाया, जिसमें सूचना सहायक एकांत व दलाल बलराम मीणा के द्वारा मुआवजा राशि को जमुनालाल के खाते में रिलीज नहीं करने की एवज में एक लाखों रुपए की रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई. इस रिश्वत मांग की पुष्टि होने के बाद आज ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया गया. इस पर कार्रवाई के दौरान दलाल बलराम मीणा ने एरोड्रम सर्किल पर एक लाख रुपए प्राप्त किए, जो कि आरोपी बलराम मीणा के कब्जे से बरामद किया. साथ ही आरोपी सूचना सहायक ने बलराम को रिश्वत राशि लेकर थेगड़ा अक्षरधाम कॉलोनी के पास बुलाया. जहां पर एकांत सूचना सहायक के आने पर डिटेन किया गया.
आरोपी एकांत सूचना सहायक ने बरामद राशि के बारे में बताया कि एसीएम कोर्ट के सूचना सहायक दीपक रघुवंशी व दीपक मित्तल एसडीएम कोटा से वार्ता की है. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में एसडीएम ऑफिस के सूचना सहायक एकांत बाबू ने एसडीएम दीपक मित्तल और एसीएम ऑफिस के सूचना सहायक दीपक रघुवंशी ने एसीएम बीके तिवारी के लिए रिश्वत लेने की बात कही है. साथ ही इस मामले में नायब तहसीलदार विनय चतुर्वेदी मंडाना की भी भूमिका संदिग्ध है.