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Bharatpur ACB Action in Kota: सीनियर डीसीएम 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

कोटा में गुरुवार देर रात एसीबी भरतपुर की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे के वरिष्ठ (Bharatpur ACB Action in Kota) प्रबंधक अजय कुमार पाल और एक दलाल कैटरिंग वेंडर महेश कुमार को रिश्वत लेते हुए डीआरएम ऑफिस से गिरफ्तार किया है. ड्यूटी पर मौजूद अधिकांश कर्मचारी मौके से फरार हो गए थे.

acb bharatpur big action
एसीबी भरतपुर की टीम की बड़ी कार्रवाई
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Published : Apr 1, 2022, 6:48 AM IST

Updated : Apr 1, 2022, 11:37 PM IST

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) भरतपुर की टीम ने कोटा में बड़ी कार्रवाई (Bharatpur ACB Action in Kota) को अंजाम दिया है. रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पाल और एक दलाल कैटरिंग वेंडर महेश कुमार को गुरुवार देर रात डीआरएम ऑफिस से गिरफ्तार किया है. ये 20 हजार रुपए की रिश्वत भी रेलवे के कार्मिक कैटरिंग इंस्पेक्टर हेमराज मीणा से उनकी चार्जशीट को माफ करने की एवज में ली जा (two arrested in kota bribe case) रही थी. इस घटना के बाद पूरे रेलवे में हड़कंप मच गया. हालांकि देर रात तक कार्रवाई जारी रही. सीनियर डीसीएम के घर पर भी तलाशी के लिए टीम भेजी गई थी. इसके अलावा माल गोदाम में भी सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया और देर रात को वहां पर ड्यूटी कर रहे अधिकांश कर्मचारी मौके से फरार हो गए.

मामले की जानकारी देते हुए भरतपुर एसीबी (acb bharatpur big action) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया कि उन्हें रेलवे के कैटरिंग इंस्पेक्टर भरतपुर हेमराज मीणा ने 29 मार्च को एक परिवाद दिया था. जिसमें बताया था कि 16 मार्च को सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल ने चार्जशीट दी थी. जिसका जवाब उन्होंने 28 मार्च को भेज दिया था. इसके बाद 29 मार्च को हिंडौन सिटी रेलवे स्टेशन के कैटरिंग वेंडर का काम करने वाले महेश कुमार शर्मा ने फोन पर कहा कि तुम्हारी चार्जशीट को सीट पर अजय कुमार पाल से मिलकर फाइनल करवा दूंगा. इसके लिए 20 हजार रुपए देने होंगे.

पढ़ें-ACB Big Action : अलवर में आबकारी कांस्टेबल और दलाल 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

साथ ही उसने कहा कि तुम्हें साथ लेकर उनके सीनियर डीसीएम की कोटा स्थित ऑफिस लेकर जाऊंगा और पैसे दिलवा दूंगा. जिसके बाद आपका काम हो जाएगा. इस लिखित रिपोर्ट पर 29 मार्च को ही गोपनीय सत्यापन करवाया गया. जिसमें दलाल महेश कुमार शर्मा कैटरिंग वेंडर की ओर से परिवादी को दी गई चार्जशीट को आरोपी अजय कुमार पाल से मिलकर फाइल करवाने की एवज में रिश्वत की मांग की गई. भरतपुर एसीबी की टीम सत्यापन होने के बाद में आरोपी सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल और दलाल को ट्रैप करने की योजना में जुट गई.

चेंबर में बैठकर बड़े आराम से ली रिश्वत: दलाल कैटरिंग वेंडर महेश कुमार शर्मा परिवादी हेमराज को लेकर डीआरएम ऑफिस पहुंचा. इसके साथ ही भरतपुर से एसीबी का पूरा दस्ता भी कोटा पहुंच गया. परिवादी हेमराज मीणा ने 20 हजार रुपए की रिश्वत सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल को उनके डीआरएम ऑफिस स्थित कार्यालय में जाकर दी. जिस राशि को उन्होंने टेबल के रैक में रख लिया. इसके बाद में परिवादी हेमराज मीणा रिश्वत देकर बाहर आया और उसने एसीबी की टीम को इशारा कर दिया. एसीबी की टीम ने सीनियर डीसीएम के कक्ष में दबिश दी और दलाल कैटरिंग वेंडर के साथ रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. साथ ही रिश्वत की राशि भी सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल के चेंबर की रिश्वत राशि भी बरामद कर ली है.

सीनियर डीसीएम और दलाल को 3 दिन के रिमांड पर भेजाः रिश्वत लेते हुए भरतपुर एसीबी के हत्थे चढ़े रेलवे के सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल और दलाल कैटरिंग वेंडर हिंडौन सिटी स्टेशन महेश कुमार शर्मा को कोर्ट में पेश किया. एसीबी की टीम उन्हें लेकर न्यायाधीश के निवास पर पहुंची. जहां से दोनों को 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया है. इस दौरान एसीबी उनके बैंक खातों से संबंधित पूछताछ करेगी. साथ ही प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट से लेकर भी बातचीत की जाएगी.

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) भरतपुर की टीम ने कोटा में बड़ी कार्रवाई (Bharatpur ACB Action in Kota) को अंजाम दिया है. रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक अजय कुमार पाल और एक दलाल कैटरिंग वेंडर महेश कुमार को गुरुवार देर रात डीआरएम ऑफिस से गिरफ्तार किया है. ये 20 हजार रुपए की रिश्वत भी रेलवे के कार्मिक कैटरिंग इंस्पेक्टर हेमराज मीणा से उनकी चार्जशीट को माफ करने की एवज में ली जा (two arrested in kota bribe case) रही थी. इस घटना के बाद पूरे रेलवे में हड़कंप मच गया. हालांकि देर रात तक कार्रवाई जारी रही. सीनियर डीसीएम के घर पर भी तलाशी के लिए टीम भेजी गई थी. इसके अलावा माल गोदाम में भी सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया और देर रात को वहां पर ड्यूटी कर रहे अधिकांश कर्मचारी मौके से फरार हो गए.

मामले की जानकारी देते हुए भरतपुर एसीबी (acb bharatpur big action) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया कि उन्हें रेलवे के कैटरिंग इंस्पेक्टर भरतपुर हेमराज मीणा ने 29 मार्च को एक परिवाद दिया था. जिसमें बताया था कि 16 मार्च को सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल ने चार्जशीट दी थी. जिसका जवाब उन्होंने 28 मार्च को भेज दिया था. इसके बाद 29 मार्च को हिंडौन सिटी रेलवे स्टेशन के कैटरिंग वेंडर का काम करने वाले महेश कुमार शर्मा ने फोन पर कहा कि तुम्हारी चार्जशीट को सीट पर अजय कुमार पाल से मिलकर फाइनल करवा दूंगा. इसके लिए 20 हजार रुपए देने होंगे.

पढ़ें-ACB Big Action : अलवर में आबकारी कांस्टेबल और दलाल 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

साथ ही उसने कहा कि तुम्हें साथ लेकर उनके सीनियर डीसीएम की कोटा स्थित ऑफिस लेकर जाऊंगा और पैसे दिलवा दूंगा. जिसके बाद आपका काम हो जाएगा. इस लिखित रिपोर्ट पर 29 मार्च को ही गोपनीय सत्यापन करवाया गया. जिसमें दलाल महेश कुमार शर्मा कैटरिंग वेंडर की ओर से परिवादी को दी गई चार्जशीट को आरोपी अजय कुमार पाल से मिलकर फाइल करवाने की एवज में रिश्वत की मांग की गई. भरतपुर एसीबी की टीम सत्यापन होने के बाद में आरोपी सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल और दलाल को ट्रैप करने की योजना में जुट गई.

चेंबर में बैठकर बड़े आराम से ली रिश्वत: दलाल कैटरिंग वेंडर महेश कुमार शर्मा परिवादी हेमराज को लेकर डीआरएम ऑफिस पहुंचा. इसके साथ ही भरतपुर से एसीबी का पूरा दस्ता भी कोटा पहुंच गया. परिवादी हेमराज मीणा ने 20 हजार रुपए की रिश्वत सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल को उनके डीआरएम ऑफिस स्थित कार्यालय में जाकर दी. जिस राशि को उन्होंने टेबल के रैक में रख लिया. इसके बाद में परिवादी हेमराज मीणा रिश्वत देकर बाहर आया और उसने एसीबी की टीम को इशारा कर दिया. एसीबी की टीम ने सीनियर डीसीएम के कक्ष में दबिश दी और दलाल कैटरिंग वेंडर के साथ रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. साथ ही रिश्वत की राशि भी सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल के चेंबर की रिश्वत राशि भी बरामद कर ली है.

सीनियर डीसीएम और दलाल को 3 दिन के रिमांड पर भेजाः रिश्वत लेते हुए भरतपुर एसीबी के हत्थे चढ़े रेलवे के सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल और दलाल कैटरिंग वेंडर हिंडौन सिटी स्टेशन महेश कुमार शर्मा को कोर्ट में पेश किया. एसीबी की टीम उन्हें लेकर न्यायाधीश के निवास पर पहुंची. जहां से दोनों को 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया है. इस दौरान एसीबी उनके बैंक खातों से संबंधित पूछताछ करेगी. साथ ही प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट से लेकर भी बातचीत की जाएगी.

Last Updated : Apr 1, 2022, 11:37 PM IST
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