कोटा. लॉकडाउन खुलने के बाद रिश्वतखोर बेलगाम हो गए हैं. पूरे राजस्थान में बीते दिनों में 16 कार्रवाई हुई है. जिनमें बड़ी मात्रा में रिश्वत की राशि के साथ भ्रष्टाचारियों को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है. इसमें सबसे चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. वहीं, हाड़ौती में सर्वाधिक भ्रष्टाचारी गिरफ्तार हुए हैं.
राजस्थान में जहां 16 कार्रवाई हुई है, उनमें से 7 कोटा संभाग में हुई है. एसीबी की कार्रवाई का प्रतिशत देखा जाए तो 44 फीसदी कार्रवाई हाड़ौती के 4 जिलों में हुई है. ऐसे में यहां पर 12 भ्रष्टाचारियों को एसीबी ने गिरफ्तार किया है. जिलों के अनुसार बात की जाए तो हाड़ौती के चार जिलों में एसीबी के 7 ट्रैप लॉकडाउन के बाद हुए हैं. वहीं, बूंदी जिले में एक ट्रैप में चिकित्सक और दलाल को एसीबी ने गिरफ्तार किया था. जबकि बारां, कोटा और झालावाड़ में 2-2 एसीबी के ट्रैप हुए हैं.
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पकड़े गए भ्रष्टाचारी
- 28 मई को बारां एसीबी की टीम ने पिपलोद ग्राम सेवा सहकारी समिति के सचिव राहुल सुमन को 3000 रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया.
- 3 जून को झालावाड़ एसीबी ने बैंक ऑफ इंडिया शाखा कानपुर के प्रबंधक हनुमान सहाय और दलाल बंटी को फसल बीमा के मामले में 2000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा.
- 7 जून को बूंदी एसीबी की टीम ने डॉ. ओम प्रकाश मालव और दलाल रमेश महावर को ऑपरेशन के बदले में 5000 रुपए लेते पकड़ा.
- 9 जून को बारां एसीबी की टीम ने जेवीवीएनएल के जेईएन प्रमोद कुमार गप्पा को मीटर बदलने की एवज में 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
- 10 जून को झालावाड़ एसीबी ने बीसीएमएचओ डॉ. प्रदीप शर्मा को मेल नर्स को स्थाई तौर पर सुनेल भिजवाने की धमकी देकर 12 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया.
- 11 जून को एसीबी कोटा में यूआईटी के कंसल्टेंट सत्यनारायण मीणा और दलाल होमगार्ड शिवराज को प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए राशि रिलीज करने की एवज में 40 हजार की रिश्वत मांगते पकड़ा.
- 16 जून को कोटा एसीबी ने सहरिया परियोजना में संचालित हॉस्टल के बिलों की बकाया राशि भुगतान के लिए 13 हजार रुपये लेते वरिष्ठ कार्यालय सहायक आशीष कुमार, अध्यापक अजय गर्ग और अशोक कुमार को गिरफ्तार किया.